पश्चिमी UP में इन्वेस्टमेंट स्कैम, शातिरों ने 10 महीने में रकम दोगुनी करने का दिया झांसा, 500 लोगों से करोड़ों की ठगी
मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली के करीब 500 लोगों को विदेशी कंपनी में निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इनको बताया गया 10 माह में रकम दोगुनी हो जाएगी। पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

पश्चिमी यूपी से ठगी का नया मामला सामने आया है। जहां मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली के करीब 500 लोगों को विदेशी कंपनी में निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इनको बताया गया 10 माह में रकम दोगुनी हो जाएगी। पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। कोर्ट के आदेश पर कंपनी मालिकों और प्रमोटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मेरठ के दौराला स्थित मटौर गांव के रहने वाले विजय कुमार ने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में कर्मचारी हैं। कुछ महीने पहले उनके संपर्क में अजमेर का रहने वाला जयंत शामली आया था। जयंत ने उन्हें बताया कि वह जीएफएक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लिए काम करता है। कंपनी विदेशी कंपनियों में निवेश करती है और रकम करीब 9 से 10 माह में दोगुनी हो जाती है। उसने बताया कि इसमें निवेश के लिए 400 से 500 लोगों की टीम होनी चाहिए। इस तरह सभी की रकम को एक साथ जमा करने पर ही कंपनी के प्लान में एंट्री मिलती है। इसके बाद कंपनी के नाम से बनी वेबसाइट और दस्तावेज भी दिखाए।
विजय ने बताया कि उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 500 लोगों से 2 करोड़ की रकम एक जनवरी 2024 में जमा कराई और इस रकम को कंपनी अफसरों को दिया। विजय का आरोप जब 10 माह बाद रकम नहीं मिली तो उन्होंने विरोध जताया। चार दिसंबर 2024 को उनके साथ मापीट की गई और धमकी दी गई। पुलिस में शिकायत की गई, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। अब कोर्ट में याचिका दी गई, जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर जीएफएक्स अकादमी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, चांदनी बाग पानीपत हरियाणा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। कंपनी डायरेक्टर रिंकू टाडा, उसकी पत्नी सोनिया टाडा, निर्दोष कुमार, रामेश्वर, अजमेर जयंत, रूपेश समेत कुछ अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस मामले में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मेरठ और मुजफ्फरनगर के कुछ लोगों को विदेशी निवेश का झांसा देकर रकम ली गई थी। बाद में इन लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। कार्रवाई के लिए थाना पुलिस को निर्देश दिया है।