यूपी में भाजपा के बाद कांग्रेस के जिला और शहर अध्यक्षों का ऐलान, 2027 के लिए तैयार हुई यह ब्रिगेड, देखें लिस्ट
यूपी में भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी जिला और शहर अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है। गुरुवार की रात कांग्रेस ने नामों का ऐलान कर दिया। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि ज्यादातर पुराने लोगों को ही दोबारा जिम्मेदारी दी गई है।

यूपी में भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी जिला और शहर अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है। गुरुवार की रात कांग्रेस ने नामों का ऐलान कर दिया। सभी 75 जिलों में पदाधिकारियों का ऐलान कर दिया गया है। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि ज्यादातर पुराने लोगों को ही दोबारा जिम्मेदारी दी गई है। काफी लोगों का प्रमोशन भी हुआ है। महानगर अध्यक्ष को जिला अध्यक्ष बनाया गया है। अच्छा काम करने वाले जिन जिला अध्यक्षों को हटाया गया है, उन्हें कांग्रेस प्रदेश कमेटी में लेने की बात कही जा रही है।
प्रदेश की 133 जिला व महानगर इकाइयों के नये अध्यक्षों का ऐलान कर दिया। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सहमति के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे जारी कर दिया। प्रदेश में जिला व शहर इकाइयां पांच दिसंबर को भंग कर दी गई थीं। तब 100 दिन में नये गठन का ऐलान किया गया था। सामाजिक समीकरण साधने के साथ ही पार्टी के पुराने चेहरों को भी समायोजित किया गया है। भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी प्रदेश में अपने जिला व महानगर अध्यक्षों की घोषणा कर दी। इसे पार्टी की 2027 से पहले सांगठनिक ढांचे को मजबूती देने की कवायद का हिस्सा माना जा रहा है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो खासी मशक्कत के बाद नये अध्यक्षों का ऐलान हो सका है। दरअसल, पूर्व में प्रियंका गांधी के यूपी प्रभारी रहने के दौरान तमाम नये चेहरों को पार्टी से जोड़ा गया था जबकि तमाम पुराने चेहरे सीन से बाहर हो गए थे। वे लोग खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर अजय राय की ताजपोशी के बाद इन पुराने चेहरों को फिर सक्रिय करने की कवायद शुरू की गई थी।

उसी के बाद संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की मशक्कत शुरू की गई। लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार अजय राय पार्टी आलाकमान को बदलाव की अहमियत समझाने में सफल रहे। कई दौर की वार्ता के बाद करीब एक पखवारे पहले जिला व शहर अध्यक्षों की सूची स्वीकृति के लिए दिल्ली भेज दी गई थी। पार्टी नेताओं को स्वीकृति का बेसब्री से इंतजार था। खबर है कि हाल ही में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और प्रदेश प्रभारियों के साथ बैठक हुई थी।

राहुल करेंगे देशभर के कांग्रेस जिला-शहर अध्यक्षों से संवाद
इस बैठक में तय किया गया कि राहुल देशभर के कांग्रेस जिलाध्यक्षों से मुलाकात कर सीधे बातचीत करेंगे। इस कवायद को सांगठनिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि ऐसा प्रयोग इंदिरा गांधी के बाद पहली बार कांग्रेस में होना जा रहा है, जब जिलाध्यक्षों से सीधा संवाद होगा। इस फैसले के बाद तय हुआ कि जिन इकाइयों का गठन लंबित है, उसे जल्द पूरा कर लिया जाए। इसी के बाद आनन-फानन में यूपी के जिला व महानगर इकाइयों के नए अध्यक्षों की सूची को मंजूरी दे दी गई।

नए अध्यक्षों के कंधों पर होगी बड़ी जिम्मेदारी
दरअसल यूपी में लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद कांग्रेस को फिर से यहां पुराना रुतबा हासिल करने की उम्मीद जगी है। सपा के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ी कांग्रेस को छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी। अब पार्टी राहुल गांधी की अगुवाई में फिर यूपी में अपनी खोई जमीन तलाशने की जुगत में है। नए जिला व शहर अध्यक्षों पर प्रदेश में पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने की जिम्मेदारी होगी। पहले जिला व शहर अध्यक्ष घोषित किए हैं। जल्द महासचिव, सचिव, उपाध्यक्ष सहित अन्य पदों पर भी नियुक्तियां की जाएंगी।

इन लोगों को जिला और महानगर की कमान
लखनऊ में जिला अध्यक्ष की कमान रुद्र दमन सिंह को दी है। महानगर अध्यक्ष दो लोग शहजाद और अमित त्यागी बनाए गए हैं। वाराणसी में राजेश्वर सिंह पटेल को फिर से जिला अध्यक्ष और राघवेंद्र चौबे को महानगर अध्यक्ष बनाया गया है। गाजीपुर में तीसरी बार सुनील राम जिलाध्यक्ष बने हैं। शहर अध्यक्ष पर भी फिर से संदीप विश्वकर्मा को जिम्मेदारी मिली है। इसी तरह बलिया में उमाशंकर पाठक को दूसरी बार जिलाध्यक्ष की कमान मिली है।मिर्जापुर में भी जिला और महानगर अध्यक्षों को रिपीट किया गया है। शिवकुमार पटेल को जिला कांग्रेस और राजन पाठक को शहर अध्यक्ष की दोबारा जिम्मेदारी मिली है।

मऊ में राजमंगल यादव को जिलाध्यक्ष और सलमान जमशेद को शहर अध्यक्ष बनाया गया है। जौनपुर में डॉ प्रमोद कुमार सिंह को जिलाध्यक्ष और मो. आरिफ को शहर अध्यक्ष बनाया गया है। बस्ती में जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी विश्वनाथ चौधरी को सौंपी गई है। झांसी में कांग्रेस ने देशराज रिछारिया को जिला अध्यक्ष बनाया है। ललितपुर में दया राम रजक, जालौन में अरविंद सेंगर और महोबा में संतोष धुरिया को जिलाध्यक्ष जिम्मेदारी दी गई है। प्रयागराज में तीन अध्यक्ष बनाए हैं। महानगर कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी पार्टी के पुराने नेता फ़ुजैल हाशमी को सौंपी गई है। गंगापार में अशफाक अहमद जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं और यमुनापार में अशोक पटेल को जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
सहारनपुर में संदीप राणा, शामली में अखलाक पहलवान, संभल में हाजी मोहम्मद तुर्की, मुरादाबाद में विनोद गुंबेर, अमरोहा में ओमकार कटारिया, हापुड़ में राकेश त्यागी, मेरठ में गौरव भाटी, गौतमबुद्ध नगर में दीपक भाटी, बागपत में लव कश्यप, कासगंज में राजेंद्र कश्यप, अलीगढ़ में ठाकुर सोमवीर सिंह, बुलंदशहर में जियाउर्रहमान, मथुरा में मुकेश धनगर, एटा में हाजी आशिक हुसैन, हाथरस में विवेक कुमार उपाध्याय और आगरा में रामनाथ सिकरवार को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।