Solid Waste Management Crisis in Kasganj Incomplete Facilities and Pollution Issues कचरे से कंचन निकलने का इंतजाम अभी कमजोर, Agra Hindi News - Hindustan
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कचरे से कंचन निकलने का इंतजाम अभी कमजोर

Agra News - नगर पालिका अधिकारियों द्वारा कूड़े के निस्तारण के लिए बनाए गए प्लांट अभी तक चालू नहीं हो सके हैं। कासगंज में रोजाना 70 टन कूड़ा निकलता है, जिसे सही तरीके से निस्तारित नहीं किया जा रहा है। इससे प्रदूषण...

Newswrap हिन्दुस्तान, आगराWed, 11 June 2025 12:12 AM
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कचरे से कंचन निकलने का इंतजाम अभी कमजोर

नगर पालिका अधिकारियों की ओर से भले ही सीएम योग को दिखाने के लिए कूड़े कचरे से निकली वस्तुओं को सजाकर पार्क बनाकर दिखाया, लेकिन जनपद में भी कूड़े कचरे के निस्तारण को लेकर अभी ऐसी स्थिति नहीं है। जिसे कचरे से कंचन का नमूना मान लिया जाए। जनपद में इसके लिए 50 टन कूड़े के रोजाना निस्तारण वाले याकूतगंज पर बनाकर तैयार किए गए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट चालू होने का इंतजार करना होगा। अभी तक बिलराम नगर पंचायत को छोड़कर सिर्फ नौ नगर निकायों में एमआरएफ सेंटरों के जरिए कूड़े से प्लास्टिक, कांच की बोतलें, कंकड़ पत्थर अलग अलग निकालने की व्यवस्था की गई है।

नगर विकास विभाग का कूड़ा निस्तारण पर सबसे ज्यादा जोर है। ऐसे में कासगंज की मौजूदा कूड़े की स्थिति पर नजर डालें तो जनपद में विभाग की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक नगर पालिका कासगंज, सोरों और गंजडुंडवारा नगर पालिका एवं जनपद की सात नगर पंचायतों से मिलाकर रोजाना करीब 70 टन कूड़ा निकलता है, जिसे नगरीय क्षेत्र के बाहर डंप केंद्र की जमीन पर डाला जा रहा है। कहीं कहीं एमआरएफ सेंटर पर भी डाला जा रहा है। बड़ी मात्रा में कूड़ा निस्तारण के लिए शासन के आदेश पर 50 टन कूड़ा निस्तारण क्षमता का प्लांट सहावर क्षेत्र के याकूतगंज पर बनाया गया है। यह अभी तक चालू नहीं हो सका है। इस प्लांट के चालू नहीं होने से कासगंज शहर में शहर के बाहर डंप केंद्र पर डाले जाने वाले कूड़े कचरे में आए दिन कोई आग लगा जाता है, जिससे कूड़ा सुलगता रहता है। जिससे प्रदूषण के साथ ही दुर्गंग्ध उठती है। एमआरएफ सेंटर चालू पर बेहतर नतीजे नहीं कासगंज शहर में काली नदी से पहले मेटरियल रिकवरी फैसलिटी सेंटर बनाया गया है, जिसमें मशीनें लगाई गई हैं। यहां कूड़े में मिश्रित प्लास्टिक, कांच, कंकड़, पत्थर आदि समेत गीला और सूखा कचरा अलग अलग करने की व्यवस्था की गई है। यहां कचरे से निकलने वाली वस्तुओं के लिए उपयोगी बनाया जाएगा। जिससे नगर पालिका की आय बढ़ाई जा सकेगी। यही व्यवस्था अन्य नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों में की गई है। कूड़े निस्तारण के लिए याकूतगंज पर प्लांट बनाया जा चुका है, जिसके चालू होने के बाद कूड़ा निस्तारण की समस्या निकायों में दूर होगी, एमआरएफ प्लांट चालू है, जिसमें कचरे में मिश्रित चीजें अलग अलग किये जाने का काम किया जा रहा है। राकेश पटेल, एडीएम

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