बच्चों को शिक्षा का अधिकार व बाल श्रम मुक्त बचपन मिले
Ambedkar-nagar News - अम्बेडकरनगर में विश्व बाल श्रम निषेध सप्ताह के तहत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें प्रतिभागियों ने 'बचपन बचाओ, बच्चों को पढ़ाओ' का नारा लगाया। परियोजना समन्वयक ने बताया कि बाल श्रम समाप्त करने के लिए...

अम्बेडकरनगर, संवाददाता। जलालपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत करमिसिरपुर मुसहर बस्ती, गुवापाकड़ के दराकपुर में जन शिक्षण केन्द्र के द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व सावित्री बाई फुले नारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में विश्व बाल श्रम निषेध सप्ताह के तहत संगोष्ठी आयोजित की गई। प्रतिभागियों ने संगोष्ठी की शुरुआत बचपन बचाओ, बच्चों को पढ़ाओ नारे से किया। परियोजना समन्वयक राम स्वरूप ने बताया कि प्रगति स्पष्ट है लेकिन अभी और काम करना बाकी है, आइए प्रयासों में तेेजी लाएं। यह विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2025 की थीम है। इस वर्ष की थीम इस तथ्य पर प्रकाश डालती है कि लाखों बच्चों का शोषण किया जा रहा है।
हमारा लक्ष्य बाल श्रम मुक्त विश्व बनाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार और शोषण मुक्त बचपन मिले। देश में खनन, निर्माण, कृषि, कालीन बुनाई, ईंट भट्ठे, रेस्तरां और चाय की दुकानों में बच्चों को काम पर रखा जाता है। भारत को विश्व मंच पर बाल श्रम को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए। सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना, शिक्षा तक पहंुच में सुधार करना तथा कानून को और अधिक सख्ती से लागू करने की जरूरत है। पुनीता ने कहा कि जब हम अपने बच्चों को शिक्षा से जोड़ेंगे तभी हम अपनी स्थित में बदलाव ला सकते हैं। संगोष्ठी में कार्याल सहायक हरीराम, नारी संघ की कलावती, इन्द्रावती, पूनम, अनीता, शकुंतला, उर्मिला, चांदतारा, राधा, संजय व अन्य लोग मौजूद रहे।
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