जिले के 30 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को मिलेगा अवार्ड
Azamgarh News - आजमगढ़ के 30 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को केंद्र सरकार से पुरस्कार मिलेगा। प्रत्येक को 1.26 लाख रुपये मिलेंगे। एनक्वास टीम द्वारा जांच के बाद इन मंदिरों की व्यवस्था बेहतर पाई गई। जनपद में लगभग 550...

आजमगढ़, संवाददाता। जनपद के 30 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को केंद्र सरकार से अवार्ड मिलेगा। बेहतर व्यवस्था होने पर प्रत्येक आरोग्य मंदिर को 1.26 रुपये मिलेंगे। एनक्वास और केंद्र सरकार की तरफ से तीन सदस्यीय टीम ने आरोग्य मंदिरों की व्यवस्था परखी थी। पुरस्कार मिलने से वहां तैनात कर्मचारियों में खुशी है। जनपद में इस समय करीब 550 आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो रहे हैं। दो साल में सभी को मानक पूरे करने हैं। आयुष्मान आरोग्य मंदिर में मरीजों के प्रति बेहतर व्यवहार करने, चिकित्सा से लेकर स्वच्छता, प्रसव सहित अन्य कार्यों की ऑनलाइन निगरानी की जाती है। इसके बाद वहां तैनात सीएचओ और एएनएम की मौखिक परीक्षा ली जाती है।
सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद पुरस्कार की सूची में शामिल किया जाता है। डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की सारी व्यवस्था सरकार ने आनलाइन शुरू कर दी है। जांच से लेकर इलाज, पर्ची तक की सुविधा मरीजों को मुहैया कराई जा रही है। केंद्र सरकार के निर्देश पर व्यवस्था कितनी आगे बढ़ी, इसकी जांच के लिए एनक्वास (नेशनल क्वालिटी इश्योरेंस स्टैंडर्ड) टीम का गठन किया है। इस टीम ने सभी सीएचसी-पीएचसी, मंडलीय, जिला महिला अस्पताल और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में जांच की थी। मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को परखा था। अस्पताल के मानकों आदि की निगरानी की थी। जिसमें 30 आयुष्मान आरोग्य मंदिर ही मानक पर खरे उतरे हैं। जो अस्पताल क्वालीफाई करते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से अवार्ड के रूप में धनराशि और सर्टिफिकेट दिया जाता है। प्रत्येक आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 1.26 लाख रुपये मिलेंगे। अस्पतालों को मिलता है बड़ा पुरस्कार एनक्वास टीम की जांच के बाद मानक सही मिलने पर अस्पतालों को बड़ा इनाम मिलता है। मंडलीय अस्पताल को 20 लाख रुपये, जिला महिला अस्पताल को 15 लाख रुपये मिलते हैं। सीएचसी को नौ लाख रुपये, पीएचसी को तीन लाख रुपये और आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 1.26 लाख रुपये अवार्ड के साथ सर्टिफेकेट देकर सम्मानित किया जाता है। 70 प्रतिशत मानक पूरा करना होता है जरूरी अस्पतालों की मानकों के अनुसार जांच की जाती है। 70 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों को यह पुरस्कार मिलता है। एनक्वास के तहत ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या, मिलने वाली सुविधाएं, मेंटेनेंस कक्ष, कूलिंग, पंखा की व्यवस्था, दीवारों का रंग-रोगन, रिकार्ड रूम, स्टोर रूम व्यवस्थित है या नहीं। सफाई, इंफेक्शन फ्री माहौल, इमरजेंसी वार्ड के स्प्रेशन सहित अन्य बिंदुओं पर जांच की जाती है। इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को मिलेगा पुरस्कार जनपद के तरवां, महराजगंज, सठियांव, बीनापार, बिलरियागंज, ऊचहुंआ के आयुष्मान आरोग्य मंदिर को पुरस्कार मिलेगी। इसके साथ ही गदनपुर, मानपुर, अंबरपुर, शाहगढ़, करनपुर, तियरा, आमनावें, जमुवावें, बरेहटा, ईश्वरपुर, सिंगरा, गजहड़ा, डीहा, नई, रौनापार सहित अन्य आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी पुरस्कार की श्रेणी में शामिल हैं। कोट एनक्वास टीम ने पूर्व में जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की जांच की थी। जिसमें 30 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की व्यवस्था बेहतर मिलने पर उन्हें पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। प्रत्येक को 1.26 लाख रुपये अवार्ड के रूप में और स्वास्थ्य कर्मियों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया जाएगा। डॉ. उमाशरण पांडेय, एसीएमओ
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।