अलर्ट रहें! डिलीवरी ब्वॉय ऑनलाइन मंगाया सामान लेकर फरार हो रहे, आपके साथ ना हो जाए ऐसा
दिल्ली-एनसीआर में ऑनलाइन डिलीवरी से जुड़े हैरान कर देने मामले सामने आए हैं, जहां डिलीवरी ब्वॉय ही ऑनलाइन मंगाया सामान लेकर फरार हो रहे हैं।

दिल्ली-एनसीआर में ऑनलाइन डिलीवरी ऐप के जरिए सामान मंगवाना अब एक नए खतरे का कारण बनता जा रहा है। थर्ड पार्टी और अन्य छोटे डिलीवरी ऐप के डिलीवरी ब्वॉय द्वारा सामान लेकर फरार होने के कई मामले सामने आए हैं। शाहदरा, पूर्वी, दक्षिणी दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में ऐसे मामलों की पुष्टि हुई है। पिछले एक साल में पुलिस के पास ऐसे 18 मामले दर्ज किए गए हैं।
इनमें सबसे अधिक घटनाएं थर्ड पार्टी डिलीवरी ऐप्स से जुड़ी हैं, जहां डिलीवरी ब्वॉय का सत्यापन ठीक से नहीं होता। अधिकांश ऐप केवल आधार या केवाईसी कर औपचारिकता पूरी कर लेते हैं। शिकायतों के बावजूद इन कंपनियों की प्रतिक्रिया काफी सुस्त होती है। इसका फायदा उठाकर कई डिलीवरी एजेंट ग्राहकों का सामान लेकर फरार हो जाते हैं और फिर अपना फोन बंद कर देते हैं। ऐसे में ऑनलाइन खरीदारी में बढ़ती निर्भरता के साथ, उपभोक्ताओं को सतर्क और जागरूक रहना पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है।
1. विवेक विहार, शाहदरा
20 मई को एक इलेक्ट्रिकल्स कारोबारी ने थर्ड पार्टी ऐप से मोटर भेजने की बुकिंग की थी। डिलीवरी ब्वॉय अमित कुमार सामान लेकर रवाना हुआ, लेकिन वह न तो गंतव्य तक पहुंचा और न ही दोबारा संपर्क में आया। कंपनी ने भी मामले में कोई मदद नहीं की। अंत में कारोबारी को पुलिस में शिकायत देनी पड़ी।
2. मधु विहार, पूर्वी दिल्ली
जुलाई 2024 में मधु विहार पुलिस ने चार डिलीवरी ब्वॉय को गिरफ्तार किया, जिन्होंने 10.25 लाख रुपये के 37 शिपमेंट्स गायब कर दिए थे। इन लोगों ने फोन बंद कर दिए और फरार हो गए।
3. शेख सराय, दक्षिणी दिल्ली
13 फरवरी 2025 को एक व्यक्ति को पैकेज में मोबाइल फोन की जगह साबुन और बिस्कुट मिले। उसने डिलीवरी ब्वॉय को फोन किया, लेकिन वह बंद था।
4. इंदिरापुरम, गाजियाबाद
8 अक्टूबर 2023 को एक डिलीवरी एजेंट 71 मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। कंपनी को काफी नुकसान हुआ और पुलिस ने मामला दर्ज किया।
ये सावधानी बरतें
वरिष्ठ साइबर विशेषज्ञ पवन दुग्गल के अनुसार, इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए निम्न सावधानियां जरूरी हैं:
- सामान सौंपने से पहले डिलीवरी ब्वॉय की पहचान की पुष्टि करें।
- सत्यापित और सुरक्षित ऐप्स का ही उपयोग करें।
- डिलीवरी को ट्रैक करने के लिए ऐप की ट्रैकिंग सुविधा का नियमित उपयोग करें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर ऐप कस्टमर सपोर्ट से संपर्क करें।
- घटना की सूचना तुरंत साइबर पुलिस को दें।