6 दशक बाद एक ही सरकार लगातार तीसरी बार चुनकर आई, साइप्रस में क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत-साइप्रस आर्थिक संबंधों के प्रति आपकी प्रतिबद्धता को मैंने महसूस किया है। आपके विचारों में सिर्फ संभावनाएं ही नहीं बल्कि संकल्प को भी मैं महसूस कर रहा हूं। यह स्पष्ट है कि हमारे संबंधों में आगे बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लिमासोल में भारत-साइप्रस CEO फोरम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, 'ऐसा 6 दशक बाद हुआ है कि एक ही सरकार लगातार तीसरी बार चुनकर आई है। पिछले 10 वर्षों में डिजिटल क्रांति आई है, वित्तीय समावेशन एक मिसाल बना है। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI के माध्यम से आज विश्व का 50% डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं। फ्रांस जैसे कई देश इससे जुड़े हैं। साइप्रस को इसमें शामिल करने के लिए बातचीत चल रही है और मैं इसका स्वागत करता हूं।' पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत में भविष्य के बुनियादी ढांचे के विकास में सालाना 100 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रहे हैं। इस साल के बजट में हमने मैन्युफैक्चरिंग मिशन की शुरुआत की है। हमारा फोकस समुद्री और बंदरगाह विकास पर है। हम शिपबिल्डिंग और शिपब्रेकिंग को भी प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके लिए नई नीति भी लाई जा रही है। नागरिक उड्डयन क्षेत्र भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारे 1 लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स सिर्फ सपने नहीं, समाधान बेचते हैं।
भारत-साइप्रस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने गुजरात के गिफ्ट सिटी में सहयोग के लिए समझौता किया है, जो एक स्वागत योग्य कदम है। पीएम मोदी ने भारत, साइप्रस और ग्रीस बिजनेस एंड इनवेस्टमेंट काउंसिल की स्थापना को भी सराहा और इसे आर्थिक सहयोग के लिए अहम मंच बताया। उन्होंने भारत-यूके के बीच हाल ही में हुए मुक्त व्यापार समझौते (FTA) का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और ग्रीस के बीच भी इस साल के अंत तक एफटीए पर बातचीत पूरी करने की प्रतिबद्धता है।
भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
पीएम मोदी ने भारत की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पिछले दशक में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने डिजिटल क्रांति और वित्तीय समावेशन पर जोर देते हुए बताया कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए भारत में दुनिया के 50 प्रतिशत डिजिटल लेनदेन हो रहे हैं। साइप्रस को भी यूपीआई से जोड़ने की चर्चा का स्वागत करते हुए उन्होंने भारत में बुनियादी ढांचे, जहाज निर्माण, और नागरिक उड्डयन क्षेत्र में हो रहे विकास की जानकारी दी। इसके अलावा, एक लाख से अधिक स्टार्टअप्स के जरिए भारत नवाचार के क्षेत्र में मजबूत स्थिति बना रहा है।
150 मिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार
प्रधानमंत्री मोदी ने साइप्रस को भारत का लंबे समय से विश्वसनीय साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि साइप्रस से भारत में अहम निवेश हुआ है, जबकि कई भारतीय कंपनियां भी साइप्रस में सक्रिय हैं। साइप्रस को यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखा जाता है। दोनों देशों के बीच वर्तमान में 150 मिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है, लेकिन पीएम मोदी ने कहा कि इस रिश्ते की वास्तविक क्षमता इससे कहीं अधिक है। उन्होंने साइप्रस के व्यापारियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए फोरम में आए सुझावों पर अमल के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का आश्वासन दिया।