कमल कौर भाभी के सोशल मीडिया पर लाखों फैन, अंतिम संस्कार में पहुंचे सिर्फ तीन लोग
सोशल मीडिया पर लाखों लोगों की फॉलोइंग वाली कमल कौर उर्फ कंचल का जब अंतिम संस्कार किया गया तो वहां केवल तीन लोग मौजूद थे। उनका भाई भी अंतिम संस्कार में नहीं पहुूंच पाया।

लुधियाना की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कंचन उर्फ कमल कौर भाभी सोशल मीडिया की चकाचौंध से चमकी थी। इंस्टाग्राम पर कंचन के करीब चार लाख फैन थे और दो यूट्यूब चैनलों पर भी उसके अच्छे खासे सबस्क्राबर थे लेकिन जब दुनिया से जाने का वक्त आया तो कोई नहीं आया। उसके अंतिम संस्कार के वक्त सिर्फ तीन लोग ही मौके पर थे। उसकी मां, बहन और एक भाई ही श्मशान में थे, दूसरा भाई नहीं आया। कोई रिश्तेदार भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ। यहां तक कि परिजनों ने उसका संस्कार लुधियाना में नहीं बल्कि बठिंडा में ही कर दिया। कंचन लुधियाना की रहने वाली थी और बठिंडा में उसकी हत्या हुई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन उसके शव को अपने घर लुधियाना नहीं ले गए और बठिंडा की एक सामाजिक संस्था की मदद से यहीं उसकी चिता को अग्नि दे दी। इंस्टाग्राम क्वीन कमल कौर की दुनिया से गुमनाम विदाई कई सवाल खड़े करती है।
कंचन ही उठाती थी घर का पूरा खर्च
कंचन लुधियाना के ग्यासपुरा इलाके के लक्ष्मण नगर में अपनी मां और बहन के साथ रहती थी। उनके पिता की 7-8 साल पहले बीमारी के कारण मृत्यु हो चुकी थी। उसकी बहन नीतू ने बताया कि कंचन ही घर का पूरा खर्च उठाती थी। मां को उस पर पूरा भरोसा था। कंचन का स्वभाव अच्छा था। वह कम बोलती थी लेकिन मिलने पर सभी से हंसकर बात करती थी। कंचन पिछले सात सालों से सोशल मीडिया पर सक्रिय थी, लेकिन तीन सालों में वह कमल कौर भाभी के नाम से अश्लील और विवादित रील्स बनाकर चर्चा में आई थी। उसके इंस्टाग्राम पर साढ़े तीन लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे। पहले कंचन एक निजी बैंक में नौकरी करती थी, लेकिन कोरोना काल के दौरान उसने नौकरी छोड़ दी और सोशल मीडिया पर ही पूरी तरह से एक्टिव हो गईं।
महंगे कपड़ों और लग्जरी लाइफ की शौकीन
कंचन महंगे कपड़े पहनने की शौकीन थी और अक्सर बड़े होटलों व सैलून में जाती थी। वह सोशल मीडिया पर अक्सर शॉपिंग और हाई लाइफ स्टाइल से जुड़ी रील्स पोस्ट करती थी। कई बार वह महिलाओं के अंडरगारमेंट्स पर भी कंटेंट बनाकर पोस्ट करती थी। डलब मीनिंग पोस्टों को लेकर सात महीने पहले उसे आतंकी अर्श डल्ला से जान से मारने की धमकी भी मिली थी। इसके बावजूद उसने ये काम जारी रखा। कंचन की लाश 11 जून को बठिंडा में उसकी ही कार में सड़ी-गली हालत में बरामद हुई थी। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या की साजिश निहंग अमृतपाल मेहरों ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर रची थी। हत्या के मामले में बठिंडा पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान मोगा के जसप्रीत सिंह मेहरू और तरनतारन के निमनरजीत सिंह के रूप में हुई है। हत्याकांड के मास्टरमाइंड अमृतपाल यूएई भाग गया है।
(रिपोर्ट: मोनी देवी, लाइव हिन्दुस्तान)