Citizen Monitoring App for Pothole-Free Roads Fails Due to Technical Issues and Lack of Awareness कुछ दिन में ही फेल हो गया सिटीजन निगरानी एप, Bagpat Hindi News - Hindustan
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कुछ दिन में ही फेल हो गया सिटीजन निगरानी एप

Bagpat News - लोक निर्माण विभाग द्वारा विकसित सिटीजन निगरानी एप सड़कों के गड्ढामुक्ति में असफल रहा है। तकनीकी खामियों और जागरूकता की कमी के चलते एप का प्रयोग बंद हो गया है। एप पर किसी भी गड्ढे की शिकायत नहीं आई है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, बागपतWed, 18 June 2025 01:52 AM
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कुछ दिन में ही फेल हो गया सिटीजन निगरानी एप

लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों के गड्ढामुक्ति के लिए विकसित किया गया सिटीजन निगरानी एप कुछ ही दिनों में धराशायी हो गया है। बड़े दावे और प्रचार-प्रसार के बीच लॉन्च किया यह एप तकनीकी खामियों एवं जागरूकता की कमी के चलते नाकाम साबित हुआ है। प्रदेश में सड़कों गड्ढा मुक्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने सिटीजन निगरानी एप शुरु किया था। इसे कोई भी व्यक्ति अपने फोन में डाउन लोड करके सड़कों के गड्ढों के फोटो खींचकर अपलोड करने से सीधे गड्ढों की जानकारी पीडब्ल्यूडी के जिले से प्रदेश मुख्यालय तक पहुंच जाती। एप पर दिखने वाले गड्ढे को विभाग द्वारा तुरंत संज्ञान लेकर भरवाए जाना था, लेकिन एप की शुरुआत से पहले से ही एप धराशायी हो गया।

अधिकारियों की मानें, तो कुछ तकनीकि कमियों के कारण जनता ने इस एप्लीकेशन को तबज्जो नहीं दी, जिसके चलते पूरी तरह प्रयोग बंद हो गया है। आज तक इस एप पर कोई भी गड्ढे की शिकायत नहीं आ सकी है। इससे एप्लीकेशन पर खर्च हुई भारी भरकम धनराशि भी व्यर्थ हो गई है। इसका कोई प्रयोग नहीं हो पा रहा है। ------ दो हिस्सों में था सिटीजन निगरानी एप एप सिटीजन एवं निगरानी दो हिस्सों में था। अभियंताओं को निगरानी एवं पब्लिक को सिटीजन एप डाउनलोड करना था। सिटीजन एप पर खिंचे गड्ढे का आकार व सटीक लोकेशन निगरानी एप पर आ जाती है। इससे सम्बन्धित अभियंता उसका संज्ञान लेकर भरवाएंगे। इसकी रिपोर्ट लखनऊ तक जाती है। -------- तकनीकी एवं प्रचार की कमी से हुआ फेल एप का इंटरफेस तकनीकी रूप से सुचारु नहीं था। विभाग ने इसके प्रचार में भी गंभीरता नहीं दिखाई। इससे एप जनता तक पहुंच ही नहीं सकी। एप की असफलता ने विभागीय कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। इसकी यूजर फ्रेंडली डिजाइन, विभागीय सक्रियता से अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं। ------- इसलिए तैयार हुआ था एप गड्ढामुक्ति को सिटीजन व निगरानी दो भाग में बनाया था एप एप पर गड्ढों की फोटो डालते ही अभियंता स्वत: लेते संज्ञान लखनऊ मुख्यालय तक दिखेगा गड्ढे का आकार व लोकेशन कुछ कमी एवं जागरूकता के अभाव में निष्प्रयोज्य हुआ एप

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