180 छात्राओं की तकनीकी शिक्षा चार साल से बना सपना
Barabanki News - फतेहपुर की महिला पॉलिटेक्निक छह वर्षों से तैयार है, लेकिन शासन की उपेक्षा के कारण यहां तकनीकी शिक्षा का संचालन नहीं हो सका है। छात्राओं के रोजगार के सपने अधूरे रह गए हैं और परिसर जंगल में तब्दील हो...

फतेहपुर। महिला पॉलिटेक्निक में तकनीकी शिक्षा लेकर करियर बनाने का सपना इस वर्ष भी अधूरा रह गया। यहां 22 करोड़ की लागत से बनी महिला पॉलिटेक्निक छह वर्षों से सजधज कर तैयार है। लेकिन, शासन व विभागीय उपेक्षा के मकड़जाल में फंसी इस पॉलिटेक्निक में पदों का सृजन नही हो सका। नतीजा यह कि तकनीकी शिक्षा के जरिए बालिकाओं के रोजगार पाने के ख्वाब धूमिल हो चले हैं। रख रखाव के अभाव में परिसर जंगल में तब्दील हो गया है। भवन जर्जर होने के साथ कई कीमती उपकरण कबाड़ में बदल गए। चारों ओर बदहाली का नजारा है। क्षेत्र की तमाम छात्राओं ने इंटर के बाद पॉलिटेक्निक में प्रवेश लेने का ख्वाब संजो रखा था। लेकिन इस वर्ष भी सत्र शुरू होने के कोई आसार न होने पर इंटर के बाद तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर बालिकाओं के रोजगार पाने की उम्मीदों पर ग्रहण लग गया है।
3 जून 2016 को तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने यहां महिला पॉलिटेक्निक का शिलान्यास किया था। शुरुआती लागत 15 करोड़ 34 लाख रुपए थी। जो निर्माण पूरा होने तक बढ़ कर 22 करोड़ तक पहुंच गई। कार्यदायी संस्था पैक्सफेड को निर्माण का जिम्मा सौंपा गया था।
जंगल में बदला परिसर, माहौल खौफनाक: पॉलिटेक्निक के भीतर का नजारा किसी हारर मूवी से कम नहीं। सभी भवनों को चारों ओर जंगली झाड़ियों ने जकड़ रखा है। यहां दो छात्रावास, टाइप 1 व टाइप 2 आवास, वर्कशाप, जेनरेटर रूम, प्रिंसिपल आवास, पंप हाउस जाने के मार्ग पूरी तरह झाड़ियों से बंद हैं। एक लाख लीटर पानी की टंकी बिना शुरू हुए ही जर्जर हो रही है। खुले में रखा 62केवीए का कीमती जनरेटर व ट्रांसफार्मर जंगली पेड़ों से ढक कर खराब हो रहा है। मुख्य भवन के रैंप की दीवार नींव के पास दरार दे चुकी है। बिल्डिंगों में लगे विभिन्न उपकरणों की कार्यक्षमता ध्वस्त है। परिसर में जंगली जानवरों ने अड्डा बना लिया है।
कोट
शासन ने महिला पॉलिटेक्निक का संचालन प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा कराए जाने का निर्णय लिया है। जल्द ही पाठ्यक्रम तय कर पदों का सृजन किया जाएगा। फिर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी।
- एसपी पाल, डिप्टी डायरेक्टर प्राविधिक शिक्षा निदेशालय, कानपुर
कोट
पॉलिटेक्निक में पदों के सृजन के लिए प्रस्ताव निदेशक, प्राविधिक शिक्षा के पास भेजा जा चुका है। आगे की कार्रवाई ऊपर स्तर से ही होनी है।
- डॉ. राखी सैनी, प्रिंसिपल राजकीय पॉलिटेक्निक बाराबंकी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।