Residents of Balaji Dham Colony Struggle with Poor Sanitation and Water Issues बोले बरेली: कर्मचारी नगर की पांच कॉलोनियों के लोगों को कब मिलेगी गंदगी से निजात, Bareily Hindi News - Hindustan
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बोले बरेली: कर्मचारी नगर की पांच कॉलोनियों के लोगों को कब मिलेगी गंदगी से निजात

Bareily News - बालाजी धाम कॉलोनी के निवासी वर्षों से जलनिकासी और सफाई की समस्याओं से जूझ रहे हैं। नालियां चोक हैं, सड़कों की हालत खस्ताहाल है और नियमित सफाई नहीं हो रही है। लोग जनप्रतिनिधियों और नगर निगम से शिकायत...

Newswrap हिन्दुस्तान, बरेलीWed, 9 April 2025 01:00 AM
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बोले बरेली: कर्मचारी नगर की पांच कॉलोनियों के लोगों को कब मिलेगी गंदगी से निजात

अपने हैं, कहां जाएंगे, साथ रहेंगे ही। यह निश्चिंतता गलत भी नहीं है, लेकिन हमारी खोज-खबर लेना ही भूल गए। पड़ोस तक आते हैं, मगर इधर मिलना-जुलना गवारा नहीं है। जब ऐसी उपेक्षा होगी तो नगर निगम, बीडीए या दूसरे महकमे हमारी आवाज को नजरंदाज करेंगे ही। क्या बताएं, कॉलोनी में नालियां टूटी, जलभराव व टूटी सड़क से उड़ रही धूल के चलते कई घरों की खिड़कियां कई दिनों तक नहीं खुलतीं। यह कहना है बालाजी धाम कॉलोनी के नागरिकों का। कॉलोनी की यह गली गंदगी में डूबी है। नाली में जमा गंदगी सड़ चुकी हैं। सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। बच्चे जोखिम उठाकर स्कूल जाते हैं, बीमारियां घर-घर में पनप रही हैं। मोहल्ले के लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे है। आश्वासन मिले बहुत, पर हालात नहीं सुधर सके। लोग कहते हैं- जख्म गहरे हैं मगर मरहम लगाने वाला नहीं!

शहर के नक्शे में चमकता कोई और है, मोहल्ले में अब भी अंधेरों का दौर है। सियासतदान आते हैं, वादे करते हैं और चले जाते हैं, पर समस्याएं अपनी जगह अडिग खड़ी हैं। ये बोल हैं- समस्याओं के दलदल में धंसे बालाजी धाम कॉलोनी टावर वाली गली के रहने वालो का है। नगर निगम के वार्ड 29 की बालाजी धाम कॉलोनी टावर वाली गली में निवास करने वाली 400 से अधिक लोग दशकों से जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से जलभराव, खस्ताहाल सड़क और गंदगी की समस्या का सामना करने के लिए मजबूर है। कई बार जनप्रतिनिधियों और नगर निगम के पार्षद व अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी आज तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। समस्याओं का निराकरण नहीं होने की वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बालाजी धाम कॉलोनी टावर वाली गली में रहने वाले तीन दर्जन से अधिक घरों में रहने वाले इन दिनों मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हिन्दुस्तान टीम से बात करते हुए लोगों ने अपनी परेशानियों को बांटा। प्रमोद कुमार सिंह और दिनेश चंद्र ने बताया कि क्षेत्र में गंदगी की गंभीर समस्या है। वार्ड में सफाई कर्मचारी आता ही नहीं है। पीछे मोहल्ले में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान होती है, लेकिन यहां कोई कूड़ा भी नहीं उठाता है। नगर निगम को केवल हाउस टैक्स लेने से मतलब है। नियम से टैक्स देने के बाद भी हम सभी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। सफाई कर्मी न आने की वजह से कई-कई दिनों तक साफ-सफाई नहीं होती है। नाली कूड़ा-कचरे से अटी पड़ी हैं। कई-कई दिनों तक कूड़ा-कचरा नहीं उठाने की वजह से जगह-जगह गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं। इसके चलते काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरिता शर्मा और मीना ने बताया कि क्षेत्र में कई सालों से पेयजल संकट की समस्या बनी हुई है। अमृत योजना की पेयजल लाइन डालने के बाद उम्मीद जगी थी कि पेयजल संकट की समस्या का निदान हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और आज भी पेयजल संकट जस का तस बना बना हुआ है। अमृत योजना की पेयजल लाइन का अधिकांश लोगों को आजतक तक कनेक्शन नहीं दिया गया है। अमित और कौशलेंद्र नाथ शुक्ला ने बताया कि सड़कों में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। गली में कच्ची सड़क हैं। जिसके चलते लोगों को आने-जाने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।

बदहाली से बेहतरी की ओर कब बढ़ेगा कदम?

आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा में रोहित गंगवार और सरिता मिश्रा ने बताया कि मोहल्ले की बदहाली जीवन को कठिन बना रही है। बुनियादी सुविधाओं की कमी, प्रशासन की उदासीनता और विकास योजनाओं की धीमी गति ने समस्याओं के दलदल में डाल दिया है। अर्चना सिन्हा का कहना है कि विकास योजनाएं केवल कागजों पर चल रही हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। प्रीति अवस्थी का कहना है स्कूल आने-जाने वाले छोटे बच्चों की साइकिल अक्सर सड़क पर बने गड्ढों में फंस कर गिर जाती है। इससे बच्चे भी चुटहिल हो जाते है। फिर भी नगर निगम के अफसर तरस नहीं खा रहे है।

गंदगी और जलभराव से बेहाल मोहल्ला

सुनीता गुप्ता कहती हैं कि मोहल्ले में जगह-जगह नालियां जाम हैं और सीवर चोक पड़े हैं। नियमित सफाई न होने के कारण गंदगी का अंबार लगा रहता है। बरसात में ये ही नालियां आवासीय क्षेत्र में मुसीबत बन जाती हैं, जब इनका पानी घरों और दुकानों में घुस जाता है। सफाईकर्मी न आने से हालात बदतर होते जा रहे हैं।

जर्जर सड़क से बढ़ा दर्द, लोग हो रहे चोटिल

प्रभा शंकर मिश्रा का कहना है कि मोहल्ले की खस्ता हालत के कारण छात्रों को स्कूल जाने में भारी परेशानी होती है। सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं जिससे पैदल चलना तो दूर, वाहनों को भी हिचकोले खाते हुए गुजरना पड़ता है। कई बार पार्षद समेत नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

कूड़ेदान नहीं रखने से मोहल्ले में गंदगी का अंबार

सुनील उपाध्याय कहते हैं कि मोहल्ले में एक भी कूड़ेदान नहीं है, जिससे लोग मजबूरी में कूड़ा सड़कों, नालियों और खाली जगहों पर फेंकने को विवश हैं। गंदगी का अंबार बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन अब तक बेखबर है। नियमित सफाई न होने के कारण सड़कों पर कचरा बिखरा रहता है, बदबू से लोगों का जीना मुश्किल हो जाता है। वहीं निशांत सक्सेना कहते हैं कि मच्छर और बीमारियां पैर पसार रही हैं, लेकिन समाधान की कोई पहल नहीं दिखती। इसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

पेयजल कनेक्शन को किया, लेकिन कब आएगा पानी नहीं पता

मोहल्ले के रहने वाले धैर्य शर्मा, अखंड मिश्रा ने बकाया कि अमृत योजना के तहत पेयजल लाइन तो डाल दी गई, लेकिन अधिकांश लोगों को आजतक पेयजल की आपूर्ति नहीं की गई। केवल लोगों को कनेक्शन तो कर दिए गए हैं, लेकिन इससे पानी की आपूर्ति कब होगी यह किसी को नहीं मालूम है।

शिकायतों को सुनने वाला कोई नहीं

सुशांत सक्सेना, सुनील ने बताया कि टूटी नाली, कूड़ा उठाने वाला नहीं आता, टूटी सड़क, जलभराव बड़ी समस्या, निगम को टैक्स देने के बाद भी कोई सुविधा नहीं मिल रही, जल निगम भी टैक्स भेजता, लेकिन पानी किसी को नहीं मिलता केवल टैक्स का नोटिस टाइम से आता है। जलभराव व नाली भरी रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ने के साथ ही बीमारियों का खतरा बरकरार रहता है। कई बार पार्षद से लेकर उच्चअधिकारियों से कहा लेकिन केवल सर्वे मात्र ही हुआ। प्रस्ताव कई बार बनाया गया, लेकिन काम कुछ नहीं हुआ।

टैक्स देने के बाद भी हो रहा दोहरा बरताव

यहां के रहने वालों ने बताया कि टैक्स देने के बाद भी हमारे साथ दोहरा बरताव हो रहा है। नगर निगम की ओर से फॉगिंग कभी न होने से मच्छरों का प्रकोप काफी है। पड़ोस की गलियां तक चमक रही केवल हमसे दोहरा बरताव, एक भी हैंडपंप नहीं लगे हैं।

मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत, लगा दी समस्या निस्तारण की रिपोर्ट

मोहल्ले के रहने वाले दिनेश चंद्र ने बताया कि मोहल्ले की समस्या को लेकर पार्षद से लेकर नगर आयुक्त तक से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री पोर्टल (आईजीआएस) पर फोटो समेत शिकायत की, उम्मीद थी कि समस्या का निस्तारण होगा। नगर निगम के सुपरवाइजर ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर बिना मौके पर आए ही समस्या निस्तारण की रिपोर्ट लगा दी। इस पर तुरंत आपत्ति कर दो बार और शिकायत की तब भी बिना समस्या निस्तारित किए ही उसमें समस्या निस्तारण की रिपोर्ट लगा दी।

लोगों के घरों में भर जाता नालियों का पानी

नाली में लोगों ने जलनिकासी का पाइप इस उद्देश्य से डाला था कि घर की साफ-सफाई के दौरान गंदे पानी की निकासी नाली में हो। यहां कॉलोनी में रहने वाले सभी लोगों ने नाली में पाइप जल निकासी के लिए डाला हुआ है, लेकिन उन्हें खुद नहीं मालूम था कि यह पाइप उनके लिए भी समस्या बन जाएगी। दरअसल नाली अधिक भर जाने पर इसी पाइप से लोगों के घरों के अंदर नाली का पानी भर जा रहा है। इससे बचाव के लिए लोगों ने नाली के दोनों ओर मिट्टी डालकर उसे ऊंचा करने का काम किया है।

समस्या:

1. मोहल्ले में जल निकासी का उचित इंतजाम नहीं होने से परेशानी होती है। बारिश में समस्या और भी ज्यादा विकराल हो जाती है।

2. जर्जर और गड्ढेदार सड़कें चलने में दर्द देतीं।

3. शुरुआत में बनाई गई पक्की नालियां आज टूट चुकी हैं। कई जगह ईंटें तक निकल चुकी हैं। कचरे और सिल्ट भरी पड़ी।

4. खाली पड़े प्लॉटों को कूड़ाघर कुछ लोगों ने बना दिया है। नियमित कूड़ा भी नहीं उठाया जाता।

5. मोहल्ले में नियमित सफाई कर्मचारी नहीं आते, जिससे सड़क पर कूड़ा पड़ा रहता है।

6. गंदगी की वजह से मच्छर पनप रहे पर फॉगिंग तक नहीं कराई जाती।

सुझाव:

1. जलनिकासी के लिए नालियां सही से साफ कराई जाएं, जिससे समस्या न हो। बारिश में जलभराव का सामना न करना पड़े।

2. जर्जर और गड्ढेदार सड़कों का पैचवर्क कराकर उनको चलने लायक बनाया जाए।

3. मोहल्ले में कूड़ेदान रखवाने के साथ रोज कूड़े का उठान कराया जाए, ताकि दुर्गंध का सामना न करना पड़े।

4. सफाई कर्मचारी रोज आएं, होने वाली सफाई की मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसे लेकर सफाई नायक गंभीर हों।

5. अमृत पेयजल योजना के तहत हुए कनेक्शन में पानी की आपूर्ति की जाए।

6. मच्छरों से बचाव के लिए जिम्मेदारों को क्षेत्र में फॉगिंग करानी चाहिए।

हमारी सुनो:

साफ-सफाई नहीं होने की वजह से नाले-नालियां चोक पड़े हुए हैं। नालियों में कई-कई दिनों तक कूड़ा और कचरा जमा रहता है। गंदी की वजह से मच्छर पनप रहे हैं। बीमारी फैलने का खतरा है। - प्रमोद कुमारसिंह

कई-कई दिनों तक सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। जिसके चलते गली में जगह-जगह कूड़े और कचरे के ढ़ेर लगे हुए हैं। गंदगी वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। - सरिता शर्मा

अमृत योजना की पेयजल लाइन डालने के साथ ही घरों में कनेक्शन करने के साथ अब वाटर टैक्स की नोटिस भी आनी शुरू हो गई है। जबकि अभी इस पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति नहीं शुरु हुई। - मीना शर्मा

मुख्यमंत्री पोर्टल (आईजीआरएस) पर मोहल्ले की समस्या के निस्तारण को लिखित शिकायत की, लेकिन जिम्मेदारों ने समस्या दूर करने की जगह शिकायत का ही फर्जी निस्तारण कर दिया। आपत्ति करने पर भी सुनवाई नहीं हो रही। - दिनेश चंद्र

नालियां भरी होने से जहां मच्छरों का आतंक बढ़ गया हैं। वहीं गंदगी होने से बीमारियां भी फैल रही हैं। पार्षद व जनप्रतिनिधियों से शिकायत के बाद भी हम लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। जबकि हम सभी समय से टैक्स देते हैं। - अमित शर्मा

बगल के मोहल्ले तक डोर-टू-डोर कूड़ा उठान नियमित हो रहा है। उसका गाना व सीटी की आवाज हम लोगों को सुनाई देती है, लेकिन एक गली बाद हमारी गली से कोई कूड़ा उठाने नहीं आता है, न ही कोई सुनता है। - कौशलेंद्र नाथ शुक्ला

खस्ताहाल सड़कों से निकलने में सबसे अधिक बच्चों व बुजुर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बारिश में चोक नालियों के कारण जलभराव हो जाता हैं। उस समय स्थिति यहां की बद से बदत्तर हो जाती है। - रोहित गंगवार

अमृत योजना की पेयजल लाइन डाले जाने के बाद सड़कों की मरम्मत नहीं कराई। सड़कों में जगह-जगह गहरे गड्ढे होने की वजह से आने-जाने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। - सरिता मिश्रा

नगर निगम को समय से टैक्स दिया जाता है। इसके बाद भी नगर निगम की ओर से कोई सहूलियत हम लोगों को नहीं दिया जाता है। अब तो वाटर टैक्स भी आने लगा है, जबकि पानी की सप्लाई यहां नहीं शुरू हुई है। - अर्चना सिन्हा

पहले से ही मोहल्ले में गंदगी की समस्या बनी हुई है। नवरात्र शुरु हो चुके हैं, लेकिन फिर भी सफाई नहीं कराई जा रही है। जगह-जगह कूड़ा-कचरा पड़ा होने व नालियां भरी होने से काफी परेशानी होती है।- प्रीति अवस्थी

जनप्रतिनिधियों और स्थानीय पार्षद से शिकायत करने के बाद भी कॉलोनी की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। जल निकासी व पेयजल आपूर्ति की स्थिति बहुत खराब है। इस ओर जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए। - सुनीता गुप्ता

पूरी कॉलोनी की नाली चोक पड़ी हुई है। जल निकासी न हो पाने के कारण दुर्गंधयुक्त पानी सड़कों पर बहता है। कई सालों से यहां सफाई तक नहीं कराई गई है। इसके कारण तमाम बीमारियां फैलने का भी डर बना रहता है। - प्रभा शंकर मिश्रा

इस कॉलोनी में रहने वाले लोग आज अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। कॉलोनी में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है। सड़के जर्जर हैं, नालियां टूटी व चोक पड़ी हुई हैं। पेयजल की भी समस्या यहां बनी हुई है। - सुनील उपाध्याय

बारिश के दिनों में गंदगी वजह से घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। गलियों में नाली का पानी जमा हो जाता है। जिसके चलते आने-जाने में ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। - धैर्य शर्मा

पहले प्रतिदिन सफाई कर्मचारी आया करते थे और घर-घर से कूड़ा-कचरा लेकर जाया करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है। खाली पड़े प्लाटों में कूड़ा-कचरा पड़ा रहता है। इससे गंदगी बनी रहती है। - निशांत सक्सेना

सफाई नहीं होने की वजह से नालियों में कूड़ा-कचरा जमा रहता है। जगह-जगह गंदगी होने की वजह से मच्छर पनप रहे हैं। गंदगी वजह से काफी परेशानी होती है। क्षेत्र में बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है। - अखंड मिश्रा

नालियां गंदगी से अटी पड़ी हुई हैं। कई-कई सप्ताह तक नाले की सफाई नहीं होती है। कूड़ा जमा होने की वजह से नाले चोक पड़े हुए हैं। बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या खड़ी हो जाती है। - सुशांत सक्सेना

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