रिंगरोड निर्माण करने को बंधे के पास कर दी गहरी खुदाई
Basti News - बस्ती के विक्रमजोत विकास खंड में निर्माणाधीन रिंग रोड के लिए बीडी तटबंध के पास से अवैध मिट्टी निकालने की शिकायत के बाद डीएम ने जांच का आदेश दिया। ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि कंस्ट्रक्शन...

बस्ती। विक्रमजोत विकास खंड क्षेत्र में निर्माणाधीन रिंग रोड के लिए बीडी तटबंध से सटे प्रतिबंधित 50 मीटर दायरे से मिट्टी निकालने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। इस मामले की शिकायत डीएम से हुई थी। डीएम ने जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। इसी क्रम में जांच टीम बांध के किनारे पहुंची। ग्रामीण रविन्द्र सिंह ने अवैध खनन की शिकायत की थी। डीएम ने अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड के नेतृत्व में गठित जांच टीम गठित किया है। यह जांच टीम सोमवार को रैदासपुर के बीडी तटबंध पर पहुंचे। ग्रामीणों की मौजूदगी में गहन निरिक्षण किया। तटबंध से सटे 50 मीटर प्रतिबंधित क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन कंपनी ने मिट्टी निकालने से 30 फुट गहरे गड्ढे बन गये हैं।
अधिकारियों ने माना कि तटबंध के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इन गड्ढों को भरने के लिए तत्काल निर्देश कार्यदाई संस्था को दिया जाना चाहिए। दूसरी बार शिकायत होने पर डीएम के निर्देशानुसार सोमवार की दोपहर बीडी तटबंध के रैदासपुर बंधे पर पहुंचें बाढ़ खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार, एसडीओ धर्मेंद्र कुमार सिंह, जेई अतुल सिंह, आरके नायक ने शिकायतकर्ता रविन्द्र सिंह सहित ग्रामीणों की बात को सुना। अधिकारियों ने रिंगरोड से जुड़े अधिकारियों से वार्ता किया। उसके बाद बांध के निकट बने गड्ढों को भरने का काम शुरू किया। अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बाढ़ खंड से खुदाई के लिए एनओसी नहीं लिया है। पुल का पायलिंग वर्क अभी शुरू नहीं हुआ है। बाढ़ के समय नजदीक है। रिंग रोड पटाई के लिए बंधे के पास से काफी मिट्टी निकाल ली गयी है। इसकी गहराई बंधे के लिए खतरा बन सकता हैं। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने 15 जून तक सभी गड्ढों की पटाई का कार्य पूरा करने को कहा। --- आईजीआरएस शिकायत पर बाढ़ खंड ने लगाई थी बिना खतरे वाली रिपोर्ट इसके उलट शिकायतकर्ता रविन्द्र सिंह की आईजीआईएस रिपोर्ट में अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड प्रथम ने लिखित बताया है कि रिंगरोड निर्माण के लिए तटबंध से सटे 50 मीटर दायरे में मिट्टी खोदी नहीं गयी है। तटबंध को कोई खतरा नहीं है। इस रिपोर्ट की जानकारी होने पर शिकायतकर्ता व स्थानीय ग्रामीणों ने दूसरी बार शिकायत सीएम व डीएम से की थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बाढ़ खंड ने झूठी रिपोर्ट देकर तटबंध और स्थानीय लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इस शिकायत को अधिकारियों ने गंभीरता से लेकर फिर से जांच का निर्देश दिया।
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