Dialysis Unit Controversy FIR Filed Against Principal and Health Officials Disciplinary Action Expected शासन से संभावित अनुशासनात्मक कार्यवाही को लेकर बेचैनी , Bijnor Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsBijnor NewsDialysis Unit Controversy FIR Filed Against Principal and Health Officials Disciplinary Action Expected

शासन से संभावित अनुशासनात्मक कार्यवाही को लेकर बेचैनी

Bijnor News - डायलेसिस यूनिट के खिलाफ प्रधानाचार्या के निर्देश पर FIR दर्ज की गई है। डीएम जसजीत कौर ने संस्था को ब्लैक लिस्ट करने की सिफारिश की है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में बेचैनी है, जबकि नोडल चिकित्सीय...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरMon, 16 June 2025 11:11 PM
share Share
Follow Us on
शासन से संभावित अनुशासनात्मक कार्यवाही को लेकर बेचैनी

डायलेसिस यूनिट के खिलाफ जहां प्रधानाचार्या के निर्देश पर नोडल की ओर से दी गई तहरीर पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, वहीं शासन से स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में संभावित अनुशासनात्मक कार्यवाही को लेकर बेचैनी है। दरअसल डीएम जसजीत कौर की ओर से डायलेसिस सेंटर संचालित करने वाली संस्था को ब्लैक लिस्ट करने एवं संस्था के प्रबन्धक के विरुद्ध एफआईआर कराने के लिए तो शासन को पत्र भेजा ही है। पत्र में नोडल चिकित्सीय अधिकारी (डायलिसिस सेंटर) डा. प्रेमप्रकाश ईएमओ व डा. विक्की मेडिकल कालेज, डा. मनोज सेन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (पुरुष), बिजनौर के साथ ही डा. उर्मिला कार्या, प्रधानाचार्या, महात्मा विदुर स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय, बिजनौर के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने की संस्तुति की गई है।

शासन से किसके खिलाफ कार्यवाही होगी, अब इस पर निगाहें टिकी हैं। ...सभी कर रहे अपनी अपनी बात सीएमएस डा.मनोज सेन का कहना है, कि 2023 में ऑडिट आपत्ति में उपकरणों व स्टाफ की कमी मिलने पर उन्होंने संबंधित संस्था को इन कमियों को दूर करने के लिए पत्र लिखा था। 2023 में मेडिकल कालेज प्रधानाचार्य के स्तर से इस सेंटर का नवीनीकरण हो गया। बताया कि हमारी ओर से फरवरी 2025 में ऑडिट आब्जेक्शन के बारे में पत्र लिखकर प्रिंसिपल को अवगत भी कराया गया था। दूसरी ओर नोडल रहे ईएमओ प्रेमप्रकाश का कहना है कि 27 फरवरी को उन्हें डायलिसिस के नोडल से हटाकर प्रोफेसर डा. विक्की को नोडल बना दिया गया था। प्रेमप्रकाश का सवाल है कि उनके हटने के कई माह बाद हुई सेंटर पर मरीज की मौत के मामले में उनके खिलाफ लिखा जाना कहां तक उचित है। बहरहाल सभी की निगाहें अब शासन की कार्यवाही पर टिकी हैं। कोट: 2023 की ऑडिट आपत्तियों व कमियों के बारे में सीएमएस की ओर से दो साल तक अवगत नहीं कराया गया। नोडल रहते हुए ईएमओ डा. प्रेमप्रकाश अवश्य इन कमियों को जानते होंगे। इनके द्वारा भी अवगत नहीं कराया गया। -डा. उर्मिला कार्या प्रधानाचार्या, महात्मा विदुर स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, बिजनौर

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।