विश्व रक्तदाता दिवस: खून देकर सींच रहे जरूरतमंदों की सांसे
Bijnor News - बिजनौर में कुछ रक्तदाता निस्वार्थ भाव से लोगों की जान बचाने के लिए रक्तदान कर रहे हैं। विकास सेतिया, ललित जोशी और रामेन्द्र चौधरी जैसे लोग बिना किसी स्वार्थ के जरूरतमंदों को रक्त प्रदान कर रहे हैं।...

बिजनौर। रक्तदान की जब बात आती है तो लोग अपनों को भी ब्लड़ देने से कतराते हैं और रक्तदाता की तलाश करते हैं। अपनों की जान बचाने के लिए दूसरों से ब्लड़ दिलवाने का प्रयास करने वाले लोगों के लिए जिले के कुछ रक्तदाता मिसाल बने हैं। बिना धर्म जाति के चक्कर में पड़े लोगों की जान बचाने के लिए निस्वार्थ भाव से रक्तदान करते हैं। ऐसे सुपरहीरो हैं बिजनौर के विकास सेतिया, ललित जोशी और रविन्द्र चौधरी। यह तीनों ही नहीं इनके गु्रप के अन्य ब्लड़ मित्र भी जरूरत पड़ने पर लोगों की जान बचाने को बढ़चढ़ कर रक्तदान कर रहे हैं।
जिले में कई लोग समय पर जरूरत मंद लोगों को ब्लड़ उपलब्ध करा रहे हैं ताकि कोई ब्लड़ के अभाव में जान न गंवा सकें। जीवन ज्योति ब्लड़ मित्र सेवा समूह में 3000 ब्लड़ मित्र रक्तदान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। ललित जोशी बताते हैं कि कोरोना काल में जिस समय लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे थे तो उस समय 10 शिविर लगाए गए और जिले के जरूरतमंद लोगों को ब्लड़ उपलब्ध कराया गया। समूह संयोजक ललित जोशी बताते हैं कि प्रयास यह रहता है कि सूचना मिलते ही जरूरत वालों को ब्लड़ उपलब्ध करा दिया जाए। ----- 63 बार रक्दान कर चुके हैं विकास सेतिया नाम विकास सेतिया। समाज सेवी और व्यापारी विकास सेतिया अब तक 63 बार रक्तदान कर चुके हैं। 63 बार रक्तदान कर लोगों की जान बचा चुके हैं। विकास सेतिया बिना किसी स्वार्थ के लोगों को रक्तदान कर उनकी जान बचा रहे हैं। रक्तदान करने के बाद सोशल मीडिया पर कतई शो नहीं करते हैं। उन्होंने अपना ब्लड़ बैंक चला रखा है और ब्लड़ बैंक से करीब 500 लोग जुडे़ हैं जो बिना किसी स्वार्थ के जरूरत पड़ने पर रक्तदान करते हैं। ब्लड़ बैंक करीब 30 साल से चला रखा है और लोगों की जान बचाने के लिए समय पर रक्तदान कर रहे हैं। विकास सेतिया ने बताया कि रक्तदान से अच्छा दूसरा कोई नेक काम नहीं है। बिना किसी स्वार्थ के लोगों की जान बचाने के लिए जरूरत मंद के लिए रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वह अब तक करीब 63 बार रक्तदान कर चुके हैं। ------------ 32 बार रक्तदान कर चुके हैं रामेन्द्र चौधरी फोटो -- 4 रामेन्द्र चौधरी निवासी नांगल सोती शिक्षक है। रामेन्द्र चौधरी 32 बार रक्तदान कर चुके हैं। सूचना मिलते ही रक्तदान करने पहुंच जाते हैं और रक्तदान करने को प्राथमिकता देते हैं। रामेन्द्र चौधरी जिले में ही नहीं सूचना मिलते ही आसपास के जिलों में भी अपने खर्च पर रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते हैं। रक्तदान करने के साथ लोगों को रक्तदान करने के लिए जागरुक भी करते हैं। कहते हैं कि रक्तदान महादान है। जब किसी को ब्लड़ नहीं मिलता तो रामेन्द्र चौधरी तुंरत ब्लड़ देने के लिए पहुंच जाते हैं। वह रक्तदान करने से कभी भी नहीं कतराते हैं लोगों की जान बचाने के लिए रक्तदान करते हैं। रामेन्द्र चौधरी जीवन ज्योति ब्लड़ मित्र सेवा समूह से जुडे़ हुए हैं। ----------- 27 बार रक्तदान कर चुके हैं ललित जोशी ललित जोशी भी रक्तदान कर जान बचाने वाले लोगों के लिए किसी सुपरहीरो से कम नहीं है। भरत विहार निवासी ललित जोशी अब तक 27 बार रक्तदान कर चुके हैं। किसी को भी जरूरत पड़ती है तो ललित जोशी रक्तदान करने से पीछे नहीं हटते। ललित जोशी बताते हैं कि जीवन ज्योति ब्लड़ मित्र सेवा समूह में करीब 3000 लोग जुडे़ है। इस समूह के माध्यम से जरूरत मंद लोगों के लिए रक्तदान किया जाता है। समूह के सदस्य बिना किसी हिचकिचाहट के रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते हैं। ललित जोशी ने बताया कि स्वयं मैने 27 बार रक्तदान किया है। इस समूह में उत्तराखंड तक के लोग शामिल है। किसी को भी ब्लड़ की आवश्यकता पड़ती है तो निस्वार्थ भाव से लोगों की जान बचाने के लिए ब्लड़ सेवा समूह से जुडे ब्लड़ मित्र सेवाभाव से रक्तदान करते हैं।
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