औद्योगिक इकाईयों एवं गोदामों पर कृषि विभाग की छापेमारी
Chandauli News - टेक्निकल ग्रेड यूरिया का नमूना संग्रहित जांच के लिए भेजा प्रयोगशाला दर्जनभर औद्योगिक इकाईयों एवं गोदामों का संयुक्त टीम ने की छापेमारीदर्जनभर औद्योगिक

चंदौली। जिले में उर्वरकों में मिलावट खोरी एवं कालाबाजारी करने वालों और अनुदानित यूरिया की जांच कर औद्योगिक इकाईयों एवं सम्बन्धित फर्मों के विरुद्ध सोमवार को अभियान चलाकर छापेमार कार्रवाई की गई। इस दौरान गठित संयुक्त टीम ने 12 औद्योगिक इकाईयों और उनके गोदामों पर जांच की कार्रवाई की। इसमें टेक्निकल ग्रेड यूरिया का एक नमूना संग्रहित किया गया। इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया। इस कार्रवाई से हड़कम्प मचा रहा। कृषि विभाग के प्रमुख सचिव ने जिले में स्थापित औद्योगिक संस्था जैसे-कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबून, पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवूड, लेमिन बोर्ड, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण में प्रयोग किए जा रहे अनुदानित यूरिया की जांच कर सम्बन्धित फर्मों पर वैधानिक कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है।
आदेश के अनुपालन में जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के निर्देश के क्रम में उप कृषि निदेशक भीमसेन, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव एवं उपायुक्त उद्योग सिद्धार्थ यादव और उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी के साथ संयुक्त छापे की कार्रवाई औद्योगिक इकाईयों एवं उनके गोदामों पर की गई। इस दौरान औद्योगिक इकाईयों पर अनुदानित यूरिया का उपयोग उत्पादों के विर्निमाण में किया जाना नहीं पाया गया। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि संबंधित फर्मों के प्रोपराइटरों को निर्देश दिया कि जिन भी उत्पाद में यूरिया का प्रयोग किया जाता है। उसमें अनुदानित यूरिया का प्रयोग कदापि न किया जाए। अन्यथा निरीक्षण एवं परीक्षण में अनुदानित यूरिया का प्रयोग किया जाना पाया गया तो नियमानुसार उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जायेगी। अवैध रूप से उर्वरकों की कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। वर्तमान समय में जिले में सभी उर्वरक उपलब्ध है। जिले के प्रत्येक क्षेत्र में उर्वरक की कोई कमी नहीं है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।