जौनपुर में लाल सूटकेस में मिली युवती का शव, ग्रामीणों में मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
जौनपुर में सूटकेस में एक युवती का शव मिला। युवती के शरीर पर हरे रंग का शूट था। शव को बेरहमी से सूटकेस अंदर ठूंसा गया था। सूचना मिलने पर एसपी डॉ. कौस्तुभ ने घटनास्थल पर पहुंचे। साथ ही मामले की खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया।

यूपी के जौनपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां शुक्रवार दोपहर सूटकेस में एक युवती का शव मिला। युवती के शरीर पर हरे रंग का शूट था। शव को बेरहमी से सूटकेस अंदर ठूंसा गया था। सूचना मिलने पर एसपी डॉ. कौस्तुभ ने घटनास्थल पर पहुंचे। साथ ही मामले की खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया। वहीं, शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
ये मामला जेसीज चौराहे के पास का है। जहां एक प्राइवेट अस्पताल के सामने झाड़ी में लाल रंग का सूटकेस पड़ा था। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे वहां से गुजर रहे एक युवक ने नजदीक जाकर देखा तो सूटकेस का चेन थोड़ा खुला था। उसने चेन खोला तो अवाक रह गया। सूटकेस में शव देख उसने आसपास के लोगों को बताया। सूचना मिलते ही कोतवाली और लाइन बाजार थाने की पुलिस पहुंच गई। सूटकेस को पूरा खोलकर देखा गया तो उसमें युवती का शव था। बताया जा रहा है कि शव तीन-चार दिन पुराना है। माना जा रहा है कि हत्या के बाद शव को यहां लाकर फेंक दिया गया। एसपी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि तीन टीमें गठित की गई हैं। जज्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
नाबालिग ने बहन की ईट-डंडे से पीटकर की हत्या
उधर, बहराइच जिले के रामगांव क्षेत्र में एक नाबालिग ने गुस्से में आकर अपनी दस माह की मासूम बहन की ईट और डंडे से पीट कर हत्या कर दी। पड़ोसियों से मिली जानकारी के मुताबिक कि गुरुवार देर शाम भाई बहन के खेल रहे थे कि किसी बात से नाराज होकर नाबालिग ने गुस्से में अपनी बहन पर हमला कर दिया। चीख सुनकर मां दौड़कर आंगन में पहुंची और बच्ची को तुरंत नजदीकी अस्पताल के लिए ले गई, लेकिन वहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों से पूछताछ की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्षेत्राधिकारी डीके श्रीवास्तव ने बताया कि घटना शाम लगभग 7.30 बजे की है। उन्होंने कहा कि नाबालिग ने अपनी बहन के चेहरे और शरीर पर कई बार डंडे से वार किया था, जिससे उसकी मृत्यु हुई। इस घटना के चलते गांव में भय का माहौल है। पड़ोसी बताते हैं कि नाबालिग भाई मानसिक विक्षिप्त हो सकता है और उन्होंने आशंका जताई कि वह किसी अन्य छोटे बच्चे पर भी हमला कर सकता है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि नाबालिग द्वारा किया गया यह कृत्य कानूनी रूप से अपराध की श्रेणी में नहीं आता है।