शेयर बाजार धड़ाम होने से जिले के एक लाख निवेशकों पर असर
Deoria News - अमेरिकी टैरिफ युद्ध के कारण देवरिया में करीब एक लाख निवेशक प्रभावित हुए हैं। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में तीन प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि धैर्य...

देवरिया, निज संवाददाता। अमेरिकी टैरिफ वार में जिले के करीब एक लाख निवेशक फंस गए। विश्व के अन्य शेयर मार्केट की तरह सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भी धड़ाम हो गया। बाजार में तीन प्रतिशत की गिरावट से करोड़ों रुपये डूब गए। इससे जानकारों के बीच दिन भर शेयर मार्केट की चर्चा होती रही।
लांग टर्म इन्वेस्टर राकेश मिश्र ने बताया कि बाजार सुबह एक बार गिरना शुरू हुआ तो गिरता ही चला गया। दिन में एक बार कुछ उठा। इससे काफी नुकसान हो गया। अभी कुछ रुपयों के लिए मुझे शेयर बेचना था, पर इस नुकसान से घाटा हो गया। कुछ समझ में नहीं आ रहा है। इन्वेस्टर अमित सिंह ने बताया कि तीन साल से मैं शेयर मार्केट से जुड़ा हूं। बाजार ठीक ठाक चल रहा था। हमें शेयर मार्केट में मजा आने लगा था। पर सोमवार को बाजार में हलचल ने हैरान कर दिया। ट्रम्प की नीति ने वैश्विक अर्थव्यवस्था से अधिक हमारे निवेश में भरोसे को तोड़ दिया है। इन्वेस्टर अनिल कुमार ने बताया कि बाजार ने चिंता जरुर बढ़ाई है। पर इसका बहुत दिन असर नहीं रहेगा। धैर्य रखने की जरुरत है। पांच छ: महीने में सब कुछ ठीक हो जाएगा।
ब्लैक मंडे की दिला दी याद
निवेशकों का कहना है कि शेयर मार्केट में आई भारी गिरावट के बीच 1987 में आए ब्लैक मंडे की चर्चा पुनः शुरू हो गई है। ज्ञातव्य हो कि 19 अक्टूबर 1987 अमेरिका के शेयर बाजार में एक ही दिन में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई थी। उस दिन डॉव जोन्स इंडेक्स करीब 22 % तक टूट गया था। यही स्थिति सोमवार को हो गई।
मार्केट में भूचाल आ गया है। इससे हमारी धड़कनें बढ़ गई हैं। बाजार के अचानक नीचे गिरने से तात्कालिक तौर पर काफी नुकसान हुआ है।
सुशील तिवारी
शेयर मार्केट में मेरा भी नुकसान हुआ है। आने वाले कुछ महीनों में स्थिति में सुधार होगा। इसका हमें इंतजार है। इस समय धैर्य रखना पड़ेगा।
जयंत चौबे
अमेरिकी टैरिफ नीति से शेयर मार्केट धड़ाम हो गया है। इससे व्यक्तिगत तौर पर लाभांश में तीन प्रतिशत का नुकसान हुआ है। यह अगले छ: महीने तक रह सकता है।
डॉ. मणिंद्र नाथ तिवारी।
बोले विशेषज्ञ
मैने अपना शेयर कुछ माह पूर्व निकाल लिया था। थोड़ा रह गया है। समय के साथ यह लाभ में आएगा।अब इस समय काफी सोच समझ कर निवेश करना होगा।
सगीर अहमद खान।
भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट हुई। सेंसेक्स लगभग 2200 अंक गिर चुका है। निवेशकों के लिए यह चिंताजनक है। अमेरिका और भारत, चीन व अन्य देशों के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के कारण वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट आई है। इसके पीछे तीन कारण हैं। अमेरिकी टैरिफ, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने द्वारा व्यक्त मंदी की संभावना, क्रूड ऑयल की कीमतें चार साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई हैं। यह मंदी का संकेत हैं। इससे निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आप नुकसान में हैं तो बाजार में सुधार का इंतजार करें। जो लोग मुनाफे में हैं, वे थोड़ा मुनाफा निकालकर बाहर आ सकते हैं। बाजार में इतनी बड़ी गिरावट आने के बाद, यह समय निवेशकों के लिए एक कठिन दौर हो सकता है। अगर जल्दबाजी न की तो भविष्य में स्थिति बेहतर हो सकती है।
रूपक अग्रवाल, चार्टड एकाउंटेंट
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।