बीटेक छात्र की जान लेने के बाद भी रुकी नहीं साइबर ठग, व्हाट्सएप पर करती रही वायस कॉल
- भाई ने बताया, यही वह महिला है जो कि मैसेज और वायस कॉल के जरिए पैसों की डिमांड करती थी। आर्यन ने फोन यह सोचकर नहीं उठाया कि फोन करने वाले साइबर ठग सचेत हो जाएंगे। फोन बंद कर फरार हो जाएंगे। उसने पुलिस को नंबर और महिला की जानकारी दे दी है।

बीटेक बायोटेक्नोलॉजी के छात्र तनय की जान लेने के बाद भी साइबर अपराधी रुके नहीं। व्हाट्सएप पर उसे लगातार वायस कॉल करते रहे। घंटी आने पर बड़े भाई आर्यन ने फोन देखा तो किसी मान्या शर्मा के नाम से कॉल आ रही थी। भाई ने बताया, यही वह महिला है जो कि मैसेज और वायस कॉल के जरिए पैसों की डिमांड करती थी। आर्यन ने फोन यह सोचकर नहीं उठाया कि फोन करने वाले साइबर ठग सचेत हो जाएंगे और फोन बंद कर फरार हो जाएंगे। उसने पुलिस को नंबर और महिला की जानकारी दे दी है। आर्यन लगातार इस बात का अंदेशा जताता रहा है कि उसके छोटे भाई को साइबर ठगों ने टास्क के नाम पर फंसा लिया था। साइबर ठगों के दहशत की वजह से भाई ने जान दी है।
परिवार जिस तरह से आरोप लगा रहा है उससे तनय के टास्क स्कैम में फंसने की बात सामने आ रही है। सूत्रों ने बताया कि तनय के मोबाइल पर पहले एक लिंक आया। क्लिक करते ही उसके खाते में 10 रुपये की राशि पहुंच गई। बड़ी राशि कमाने के लिए उसे व्हाट्एप ग्रुप से जुड़ने के लिए कहा गया। वर्क फ्रॉम होम के नाम पर घर बैठे 10 हजार रुपये तक कमाने का लालच दिया गया।
बड़े भाई ने की जान देने की कोशिश
आर्यन ने जैसे ही स्टोर रूम में घर के लाडले तनय का शव फंदे से झूलता देखा तो वह एक दम छटपटा गया। वह चीखता-चिल्लता रहा, छोटे भाई की मौत का सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। यहां तक कि उसने तीन मंजिल से छलांग लगाने की कोशिश की। परिवारीजन समेत अन्य लोगों ने उसे पकड़ लिया।
परिवार बात कर लेता तो बच जाती जान
साइबर विशेषज्ञ वरुण शुक्ला बताते हैं कि पूरे घटनाक्रम में यदि परिवार थोड़ी सी सजगता बरतता तो छात्र की जान बच सकती थी। यदि परिवार को कोई भी सदस्य अचानक गुमसुम हो जाए या फिर उसके व्यवहार में बदलाव दिखाई दे तो उसे अकेला न छोड़ें। लगातार उससे बात करें। इससे ठगी से बचा जा सकता है।
भाई बोला, कोई मैडम डांट रही थीं
भाई आर्यन ने बताया, कुछ दिन से वह परेशान चल रहा था। वीडियो कॉल पर एक मैडम भाई को डांट रहीं थीं। तनय ने इसके बारे में बताया था पर कारण नहीं बताया। मोबाइल की जांच में पुलिस को एक ग्रुप मिला है जिससे तनय को जोड़ा गया था। इस ग्रुप में 54-55 लोगों के होने की बात बताई जा रही है।
वीडियो कॉलिंग से हुई थी बात
नोएडा के जिस कॉल सेंटर से तनय को कॉल आ रही थी उससे लगातार उसे धमकी और डांटा जा रहा था। बताया जा रहा है कि गुरुवार को भी उसे टास्क पूरा न करने पर फटकार लगाई गई। रजिस्ट्रेशन का पैसा डूब जाने की धमकी दी गई। तनय पहले से ही परेशान था, इससे और ज्यादा डर गया जिसके बाद उसने जान देने जैसा कदम उठा लिया।