पिता की मार झेलती मां को देख न सका बेटी का दिल, कुएं में कूदकर दे दी जान
बांदा में एक बच्ची को पिता का मां को पीटना इतना नागवार गुजरा कि उसने कुएं में कूदकर जान दे दी। चार घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची का शव निकाला जा सका। बताया जा रहा बीमार बच्ची को उसकी मां किसी देवस्थान ले जाने की बात कर रही थी। इसी बात से नाराज होकर पति ने उसे पीट दिया था।

यूपी के बांदा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक बच्ची को पिता का मां को पीटना इतना नागवार गुजरा कि उसने कुएं में कूदकर जान दे दी। चार घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची का शव निकाला जा सका। बताया जा रहा बच्ची बीमार थी, उसकी मां उसे किसी देवस्थान ले जाने की बात कर रही थी। इसी बात पर नाराज होकर पति महिला को पीट रहा था।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मवई गांव की रहने वाली 10 वर्षीय अंजना बीमार थी। बुधवार को उसे जिला अस्पताल से छुट्टी कराकर परिवार वाले घर लाए थे। पुलिस के मुताबिक गुरुवार सुबह उसकी मां चंदा पड़ोस की महिलाओं से बच्ची पर भूत-प्रेत का साया बताकर किसी देवस्थान ले जाने की बात कह रही थी। यह बात जीत कुमार ने सुन ली। उसने पत्नी को अंदर बुलाया और पीटने लगा। यह देख अंजना ने मां को बचाने की कोशिश की लेकिन पिता ने उसे डपट दिया।
बच्ची ने पिता से कहा कि मां को न मारो, नहीं तो वह कुएं में कूद जाएगी। इसके बाद भी जीत ने चंदा को नहीं छोड़ा। इसके बाद बच्ची अंजना चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागी। घर से करीब 100 कदम दूर स्थित कुएं में छलांग लगा दी। पति के चंगुल से छूटी चंदा बेटी को खोजते हुए कुएं के पास पहुंची। अंदर बच्ची को पड़ा देख चिल्ला उठी। आसपास के लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल की टीम ने चार घंटे की मशक्कत के बाद मासूम का शव निकाला जा सका।
बलरामपुर में ब्याज वसूली की धमकी से क्षुब्ध वृद्ध ने की खुदकुशी
उधर, बलरामपुर जिले के गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के चील्ही खुर्द रोंवारी गांव में जबरिया ब्याज मांगने व उठा ले जाने की धमकी से क्षुब्ध वृद्ध ने गुरुवार रात राप्ती नदी में छलांग लगा दी। दूसरे दिन शुक्रवार को ग्रामीणों ने नदी से वृद्ध का शव ढूंढ निकाला। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। परिजनों व ग्रामीणों ने वृद्ध के शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। ग्रामीणों व पुलिस के बीच चार घंटे तक तकरार होती रही।