साथी से अभद्रता में फूटा वकीलों का गुस्सा
Gangapar News - अधिवक्ता साथी के साथ हुई घटना को लेकर मेजा के अधिवक्ताओं ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में किया हंगामामेजा। साथी अधिवक्ता के साथ हुई गाली गलौज को लेकर मेजा
साथी अधिवक्ता के साथ हुई गाली गलौज को लेकर मेजा के वकीलों में काफी उबाल है। सोमवार को सैकड़ों की संख्या में सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे अधिवक्ताओं ने एसडीएम मेजा सुरेन्द्र प्रताप यादव का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की। मौजूद विभिन्न विभागों के अधिकारियों को समाधान दिवस से बाहर निकाल दिया, कहाकि जब तक अधिवक्ता के साथ गाली गलौज करने वाले के खिलाफ माण्डा थाने में एफआईआर नहीं दर्ज हो जाती मेजा के अधिवक्ता सम्पूर्ण समाधान दिवस किसी भी दशा में नहीं चलने देंगे। अधिवक्ताओं की भारी भीड़ व हंगामा देख कुर्सी पर बैठे विभिन्न विभागों के अधिकारी सभागार से बाहर निकल गए।
अधिवक्ताओं की जिद देख मेजा एसडीएम ने घटना की जानकारी जिलाधिकारी को दी तो उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त विनीता सिंह को मेजा तहसील भेज दिया। उधर इस बात की जानकारी जैसे ही एसीपी मेजा रवि कुमार गुप्ता को हुई वह कोतवाल मेजा राजेश कुमार उपाध्याय सहित भारी पुलिस बल के साथ तहसील के सभागार में पहुंच गए। अपर जिलाधिकारी वित्त ने अधिवक्ताओं से वार्ता करने के बाद अधिवक्ता भुनेश्वर त्रिपाठी पुत्र गणेश बिहारी त्रिपाठी निवासी माण्डा खास के साथ गाली गलौज करने वाले जान से मारने की नीयत से गला दबाने वाले जमीर अहमद व सद्दाम पुत्र अज्ञात जावेद पुत्र मुजीबखान निवासी भारतगंज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए माण्डा थानाध्यक्ष को निर्देश दिया। एसीपी ने हंगामा करने वाले अधिवक्ताओं से कहाकि दस मिनट के भीतर एफआईआर की कापी वह मंगवा कर उन्हें दे रहे हैं। हंगामा नहीं किया जाना चाहिए। एसीपी व अपर जिलाधिकारी के आश्वासन पर हंगामा कर रहे अधिवक्ता तहसील सभागार से अपनी सीट पर लौट गए। घंटेभर चले हंगामे से दूर दराज से पहुंचे फरियादियों को दिक्कत हुई। सुबह 11:30 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक कार्य बाधित रहा। इसके बाद सम्पूर्ण समाधान दिवस शुरू हो गया। एसडीएम मेजा, नायब तहसीलदार मेजा नंदलाल, नायब तहसीलदार माण्डा, एसीपी मेजा रवि कुमार गुप्ता ने फरियादियों के प्रार्थना पत्र लेने के बाद संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के लिए सौंप दिया। उधर अधिवक्ता की ओर से घटना की जानकारी उप जिलाधिकारी मेजा, एसीपी मेजा, थानाध्यक्ष माण्डा सहित अन्य को दी गई लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी जमीर अहमद सहित अन्य के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज की जा सकी, जिससे अधिवक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। वह तहसील के सभागार में चलने वाले सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंच हंगामा शुरू कर दिए।
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