बोले गोण्डा: गोण्डा स्टेशन से चलाएं लंबी दूरी की ट्रेनें तो मिलेगी राहत
Gonda News - गोण्डा रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का प्रमुख स्टेशन है, जहां से रोजाना दो सौ से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं। यात्रियों को लंबी दूरी की ट्रेनों की कमी और ऑटो चालकों की मनमानी से दिक्कतें होती हैं।...

लखनऊ-गोरखपुर रूट पर स्थित गोण्डा रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का प्रमुख स्टेशन है। यहां से यात्री और मालगाड़ियों को मिलाकर दो सौ से ज्यादा ट्रेनें रोजाना गुजरती हैं। गोण्डा जंक्शन से लखनऊ, गोरखपुर, बहराइच के साथ बढ़नी रूट पर ट्रेनों की आवाजाही होती है। इस रूट पर ट्रेनों के बढ़ते हुए लोड को देखते हुए बुढ़वल से गोण्डा तक तीसरी लाइन का काम तेजी से चल रहा है। सरकार की ओर से रोजाना नई व्यवस्था के बावजूद स्थानीय यात्रियों को कई समस्याओं से दो चार होना पड़ता है। यात्रियों का कहना है कि आसपास के जिलों के साथ पड़ोसी देश नेपाल के यात्री भी यहां से लंबी दूरी की ट्रेनें पकड़ने आते हैं।
इसके बाद भी यहां से शुरू होकर बड़े शहरों को एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं चलती हैं। वर्षों पहले दिल्ली के लिए चलने वाली आबिदा एक्सप्रेस (अब सत्याग्रह) बिहार के रक्सौल से चल रही है। लंबी दूरी की ट्रेनों में जगह न मिलने की वजह से यहां के लोगों को मजबूरीवश स्लीपर बसों से सफर करना पड़ता है। गोण्डा। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के तहत आने वाला गोंडा जंक्शन को आदर्श स्टेशन का दर्जा मिला है। अप्रैल माह से स्टेशन के तीन मंजिला नए भवन के निर्माण का काम अमृत भारत योजना के तहत शुरू हो गया है। उम्मीद है कि सात-आठ माह बाद स्टेशन नए लुक में नजर आएगा। हिन्दुस्तान ने बोले गोण्डा मुहिम के तहत स्टेशन पर यात्रियों से स्टेशन पर मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बातचीत की। यात्रियों ने कहा कि लंबी दूरी की ट्रेनों में जगह न मिलने पर हर सीजन में हम लोगों को दो-चार होना पड़ता है। हालांकि रेलवे बोर्ड ने गोदान एक्सप्रेस का संचालन गोण्डा से अस्थाई रूप से चलने का फैसला किया है। उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में इसका संचालन स्थाई रूप से गोंडा से हो जाएगा। हिन्दुस्तान के बोले गोंडा मुहिम में संवाद के दौरान यात्री जवाहर लाल, सलमान, सूरज, राजेश कुमार सिंह, लीलावती, रागिनी ने कहा कि यहां से लंबी दूरी की ट्रेनें चलाई जाएं। साथ ही रामनगरी अयोध्या और प्रयागराज को सीधी रेल सेवा से जोड़ा जाए। जयनारायण चौराहा से स्टेशन तक आने वाले मार्ग का उच्चीकरण किया जाना चाहिए। हल्की से बारिश में इस मार्ग पर जलभराव हो जाता है। इसके चलते यात्रियों को काफी दिक्कत होती है। निशा ने कहा कि सड़क की हालत पहले से कुछ ठीक है। लेकिन इसका उच्चीकरण कराने के साथ सीसी सड़क बनाई जाए क्योंकि जलभराव से सड़क बार बार टूट जाती है। वहीं, बारिश के मौसम में वाहनों की आवाजाही से छीटें पड़ने से कपड़े खराब हो जाते हैं। ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी से सड़क पर लगता है जाम स्टेशन के बाहर निकलते ही मुख्य मार्ग पर ऑटो और चालकों की भारी भीड़ सड़क पर खड़ी रहती है। यात्रियों को देखते हुए ऑटो और ई-रिक्शा चालक उन्हीं की ओर सवारियां भरने के लिए दौड़ पड़ते हैं। इससे ट्रेन को पकड़ने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हिन्दुस्तान के बोले गोण्डा कार्यक्रम में स्टेशन पर खड़े यात्रियों ने बताया कि ऑटो चालकों की मनमानी से सड़क पर जाम लगता है। रेल प्रशासन को चाहिए कि यात्रियों की सुविधा का ख्याल करते हुए ऑटो चालकों को समुचित स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था कराई जाए। लोगों ने कहा कि स्टेशन से सवारियां भरने वाले ऑटो चालकों को आई कार्ड और ड्रेस दिया जाए। जिससे दिन हो या रात सफर करने वाले यात्री अपने ऑटो चालक का नाम पहचान जान सके। बीना देवी, ऋतु सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान आम लोगों की समस्या को प्रमुखता से उठा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर पहले से काफी सुविधा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि स्टेशन से जयनारायण चौराहा तक सड़क के दोनों ओर स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। स्टेशन पर बुजुर्ग यात्रियों या अन्य सुविधाओं के लिए एक्सक्लेटर बंद रहता है। इसका सुचारू संचालन किया जाना चाहिए। कचहरी रेलवे स्टेशन पर हो ट्रेनों का ठहराव गोंडा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन को कचहरी स्टेशन पर भी कुछ ट्रेनों के ठहराव और संचालन की व्यवस्था करनी चाहिए। यहां से भी बड़ी संख्या में सैकड़ो की संख्या में यात्री दूरदराज जिलों की सफर करते हैं। ट्रेनों का ठहराव न होने की वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर भीड़ भी अधिक रहती है। गोंडा कचहरी रेलवे स्टेशन मौजूदा समय में पूरी तरह से बनकर नया हो चुका है। अब यहां सिर्फ ट्रेनों के संचालन का ही इंतजार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रेनों के संचालन नहीं होने से दैनिक यात्रियों को काफी समस्या होती है। कचहरी रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव किया जाना आवश्यक है। क्योंकि कचहरी से सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी और अधिकारी लखनऊ, बाराबंकी, करनैलगंज की यात्रा प्रतिदिन करते हैं। एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव और पैसेंजर गाड़ियों की नियमित संचालन नहीं होने की वजह से इन यात्रियों को ज्यादा किराया खर्च करके बसों का सफर करना पड़ता है। बिना संचालन के ही खराब हो गया मेमू के लिए बना प्लेटफार्म लाखों रुपए खर्च करके दैनिक यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मेमो संचालन के लिए प्लेटफार्म बनाया गया था। बिना मेमू ट्रेन संचालन के ही प्लेटफार्म पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई साल पहले यहां पर माल गोदाम हुआ करता था। लेकिन माल गोदाम हटाने के बाद यहां से मेमू ट्रेन चलाने के लिए प्लेटफार्म भी बनाया गया। लेकिन बिना ट्रेन चलाई ही प्लेटफॉर्म पूरी तरह से कंडम हो चुका है। यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए रेलवे को मेमू ट्रेन का संचालन करना चाहिए था। अफसरों की लापरवाही के चलते मेमू ट्रेन का इंतजार दैनिक यात्री सालों से कर रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि कोरोना से पहले प्रतिदिन पैसेंजर ट्रेन लखनऊ जाती थी लेकिन अब पिछले पांच सालों से बंद पड़ी है। पैसेंजर ट्रेन न चलने से दैनिक यात्रियों को रोजाना जेब ढीली करनी पड़ती है। कैथोला, कस्तूरी, मैजापुर, घाघरा घाट, चौका घाट जैसे छोटे स्टेशनों के यात्रियों को ज्यादा किराया खर्च करना पड़ता है क्योंकि पैसेंजर ट्रेन इन सभी स्टेशनों पर नियमित रूप से सुबह शाम रुकती थी। इससे यहां के यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलती थी। प्रस्तुति: रंजीत तिवारी/सच्चिदानंद शुक्ल फोटो: पंकज तिवारी पिंटू बोले लोग --------------------- गोंडा रेलवे स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाए। गर्मी से बचाव के लिए टिकट काउंटर के बरामदे में कूलर लगाए जाने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। -धर्मेंद्र स्टेशन के बाहर ऑटो चालकों की भारी भीड़ के चलते पनवेल ट्रेन छूट गई। अब घर जाना पड़ेगा। ऑटो चालकों के लिए स्थाई जगह पर पार्किंग व्यवस्था बनाई जाए। -जवाहर लाल जयनारायण चौराहा से स्टेशन को आनी सड़क पर स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। रात में अंधेरा होने से पैदल यात्रियों को डर रहता है। सड़कें भी बेहतर बनाई जाए। -सूरज स्टेशन पर गर्मियों में पेयजल के लिए वाटर कूलर की व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है। वाहनों की सुचारू पार्किंग व्यवस्था पर भी अमल किया जाए। -शिवपूजन बोले जिम्मेदार ------------------- रेलवे बोर्ड ने गोण्डा रेलवे स्टेशन से 11055/56 एलटीटी-गोरखपुर-एलटीटी गोदान एक्सप्रेस अस्थाई रूप से 18 जून से 7 दिसम्बर तक गोण्डा से चलाने का निर्देश दिया है। अमृत योजना के तहत स्टेशन का नवनिर्माण किया जा रहा है। इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। -गिरीश कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक
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