यूपी में गूगल मैप ने फिर दिया धोखा, गुजरात से आए कोयला लदे ट्रेलर को गांव की गलियों में फंसाया
सफर के दौरान गूगल मैप का इस्तेमाल बेहद सोच समझ कर करना चाहिए। गूगल मैप पर भरोसा करके चलने वाले कई लोगों की पिछले दिनों अलग-अलग जगहों पर जान भी जा चुकी है तो कुछ लोगों को इस मैप ने रास्ता ही भटका दिया।

सफर के दौरान गूगल मैप का इस्तेमाल बेहद सोच समझ कर करना चाहिए। गूगल मैप पर भरोसा करके चलने वाले कई लोगों की पिछले दिनों अलग-अलग जगहों पर जान भी जा चुकी है तो कुछ लोगों को इस मैप ने रास्ता ही भटका दिया। इस बार भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। बागपत में खेकड़ा क्षेत्र के बड़ागांव में गूगल मैप के चलते एक ट्रेलर गांव की गलियों में फंस गया। इसके चलते चालक तो परेशानी में फंसा ही रहा, पूरा गांव भी परेशान हो गया। दरअसल गुजरात के सूरत से कोयला लेकर चांदीनगर के गांव में ईंट भट्ठे पर जा रहा ट्रेलर गांव की तंग गलियों में फंस गया। आठ घंटे तक ट्रेलर गली में फंसा रहा। जिससे ग्रामीणों का आवागमन भी बंद हो गया। चालक ने बताया कि ईपीई पर चढ़ने के बाद उसने गूगल मैप लगाया था। उसने जो रास्ता बताया, उसी के अनुसार चलता रहा। बड़ागांव में आकर ट्रेलर फंस गया। आठ घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने किसी तरह ट्रेलर को गांव से बाहर निकलवाया।
उदयपुर राजस्थान का रहने वाला सीताराम 16 टायरों वाला ट्रेलर चलाता है। उसने बताया कि गुरुवार की रात वह गुजरात के सूरत से ट्रेलर में कोयला लादकर बागपत के लिए चला था। उसे कोयला चांदीनगर क्षेत्र के मेवला गांव स्थित ईंट भट्ठे पर उतारना था। ईपीई पर चढ़ते ही उसने गूगल मैप पर चांदीनगर स्थित मेवला गांव की लोकेशन सैट की। शनिवार की सुबह करीब छह बजे जैसे ही वह ईपीई के बड़ागांव टोल के पास पहुंचा, तो गूगल मैप ने उसे टोल से नीचे उतरने का रास्त दिखाया। सीताराम ने अपना ट्रेलर बड़ागांव टोल से नीचे उतार लिया। मुख्य मार्ग पर पुल का निर्माण हो रहा था, जिसके चलते उसने गांव से होकर गुजरने वाला रास्ता दिखा दिया। वह गूगल द्वारा बताए गए मार्ग पर चलता रहा।
पहले तो उसे बड़ागांव के त्रिलोक तीर्थधाम के पास ट्रेलर मोड़ने में परेशानी हुई, लेकिन जैसे-तैसे कर वह गांव के मुख्य मार्ग पर पहुंच गया। लेकिन यहां से आगे जैसे ही वह गांव में चौक पर पहुंचा, तो मार्ग संर्कीण हो गया। जिसके चलते ट्रेलर वहीं फंस गया। चालक सीताराम ने घंटों तक मशक्कत की, लेकिन ट्रेलर आगे नहीं जा सका। इस बीच एक ग्रामीण के मकान के बाहर लगी सीढ़िया ट्रेलर की टक्कर से टूट गई, जिससे हंगामा खड़ा हो गया। ग्रामीणों ने जैसे-तैसे मामला शांत कराया। इसके बाद कई ग्रामीणों ने भी ट्रेलर को गली से निकालने का प्रयास किया, लेकिन वह वहां से नहीं निकल सका। दोपहर करीब ढाई बजे जैसे-तैसे कर चालक ने ट्रेलर को गांव से बाहर निकाला। ट्रेलर निकलने के बाद ही ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।