एमएमएमयूटी में होगी खाद्य पदार्थों और दवाओं की जांच
Gorakhpur News - - एमएमएमयूटी में होगी सेंटर फॉर फूड एंड ड्रग टेक्नोलॉजी की स्थापना - शासन से

गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में खाद्य पदार्थों और दवाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए सेंटर फॉर फूड एंड ड्रग टेक्नोलॉजी की स्थापना की जाएगी। एमएमएमयूटी में पहले से फार्मेसी विभाग संचालित है जिसमें दवाओं के विकास और परीक्षण से संबंधित प्रयोगशालाएं स्थापित हैं। पहले से उपलब्ध संसाधनों के अलावा केंद्र की स्थापना में एक करोड़ 15 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। प्राविधिक शिक्षा विभाग की ओर से विश्वविद्यालयों, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता का नियम है। विश्वविद्यालय ने फैसला लिया है कि वित्तीय सहायता के लिए करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजेगा।
शेष 15 लाख रुपये विश्वविद्यालय अपने स्रोतों से खर्च करेगा। विद्या परिषद से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव को वित्त समिति की आगामी बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रस्तावित केंद्र के सुचारू संचालन के लिए केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह एवं फार्मेसी विभाग की सहायक प्रो. श्रीमती प्रीति को समन्वयक नियुक्त किया गया है। ये दोनों शिक्षक मिलकर प्रस्तावित केंद्र का संचालन करेंगे। केंद्र में मिलेंगी ये सुविधाएं प्रस्तावित केंद्र में दवाओं और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के परीक्षण के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा और पोषण विज्ञान, दवा निर्माण, जैव औषधि और जैव प्रौद्योगिकी और हरित प्रौद्योगिकी की दिशा में शोध भी होंगे। विश्वविद्यालय इस केंद्र की प्रयोगशालाओं के लिए एनएबीएल से मान्यता भी लेगा जिससे कि गुणवत्ता प्रमाणन की औद्योगिक मान्यता भी हो। केंद्र खाद्य और औषधि गुणवत्ता के क्षेत्र में अनुसंधान, नवाचार और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्थापित किया जा रहा है। प्रस्तावित केंद्र खाद्य प्रसंस्करण, औषधि निर्माण, सुरक्षा और नियामक अनुपालन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। - प्रो. जेपी सैनी, कुलपति, एमएमएमयूटी
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