Heatwave Disrupts Life in Urban and Rural Areas Patients Increasing at Ayush University आयुष विवि के ओपीडी में आने लगे हीटवेव के मरीज, Gorakhpur Hindi News - Hindustan
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आयुष विवि के ओपीडी में आने लगे हीटवेव के मरीज

Gorakhpur News - भटहट में प्रचंड गर्मी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुखार, पेट में दर्द, और चक्कर जैसी समस्याओं से पीड़ित मरीज आयुष विवि की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों ने हीटवेव से बचाव के उपाय बताए हैं...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरThu, 12 June 2025 05:11 AM
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आयुष विवि के ओपीडी में आने लगे हीटवेव के मरीज

भटहट, हिन्दुस्तान संवाद। प्रचंड गर्मी के कारण महानगर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दोपहर में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इसके कारण हीटवेव के मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है। आयुष विवि की ओपीडी में बुखार, पेट में दर्द, चक्कर, उल्टी से पीड़ित मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ओपीडी में हीटवेव के शिकार मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। प्रतिदिन 8 से 10 मरीज ऐसे पहुंच रहे हैं जिनमें सिरदर्द, चक्कर आना, बेहोशी, पसीने का न आना, शरीर का तापमान बढ़ना, दिल की धड़कन का तेज होना, मांसपेशियों में ऐंठन, मिचली, उल्टी, पेट में दर्द आदि लक्षण पाए जा रहे हैं।

इसके साथ ओपीडी में अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। ऐसे करें बचाव चिकित्सक डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हीटवेव से बचाव के लिए घर से बाहर निकलते समय पानी जरुर पीएं और साथ लेकर चलें। घर में बने पेय पदार्थों का सेवन करें, नींबू पानी, छाछ, लस्सी, नारियल पानी, जलजीरा आदि का सेवन अधिक करें। इस मौसम में ताजे फल और हरी सब्जियों को आहार में जरूर शामिल करें। हल्के रंग के साथ ही ढीले कपड़े पहनें, धूप में निकलते समय सिर को टोपी, स्कार्फ या छतरी से ढकना चाहिए। इससे हीटवेव से बचा जा सकता है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आरम्भ आयुष विवि में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को अब तक काउंटर पर पंजीकरण कर उन्हें पर्चा दिया जा रहा था। मगर बुधवार से ऑनलाइन पंजीकरण आरम्भ हो गया। मरीजों को उनके आधार से ऑनलाइन पंजीकरण करते हुए पर्चा दिया जाएगा। इसके लिए आयुष प्रशासन ने द्वारा एक सॉफ्टवेयर तैयार करा लिया है। आयुष विवि में सायंकालीन ओपीडी शुरू आयुष विवि के ओपीडी में आयुर्वेद, होमियोपैथ एवं यूनानी विधा से प्रतिदिन लगभग तीन सौ से अधिक मरीजों के इलाज किया जा रहा है। इसके लिए सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ओपीडी का संचालन हो रहा है। मगर दूर से आने वाले मरीजों को विलंब होने के कारण उन्हें लौटना पड़ा रहा था। ऐसे में दो बजे से रात आठ बजे तक आयुर्वेद विधा की महिला चिकित्सक डॉ. लक्ष्मी अग्निहोत्री ओपीडी करनी शुरू की हैं। यह ओपीडी आगे भी जारी रहेगा।

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