फीस जमा नहीं होने पर परीक्षा से रोकने से आहत छात्र ने फांसी लगाई, लखनऊ में घटना
लखनऊ में चिनहट स्थित समर्पण कॉलेज ऑफ फार्मेसी के छात्र ने हॉस्टल में फांसी लगाकर जान दे दी है। उसके पास से दो पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है। फीस नहीं जमा होने पर प्रैक्टिकल परीक्षा देने से रोकने के कारण वह आहत था।

लखनऊ में चिनहट के देवा रोड स्थित समर्पण कॉलेज ऑफ फार्मेसी में फीस न जमा होने पर प्रैक्टिकल से रोका तो बीफार्मा छात्र ने गुरुवार को फांसी लगा ली। उसका शव कॉलेज हॉस्टल में फंदे से लटका मिला। कमरे से दो पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा कि मैंने कॉलेज में फीस जमा की थी, लेकिन सिस्टम में फीस पेंडिंग दिखा रही है। मेरे दोस्त पता नहीं क्या सोचेंगे। सभी लोग मुझे माफ करना। आहत होकर वह जान देने जा रहा है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह के मुताबिक मूलरूप से रायबरेली के उधाबंध दुधवन निवासी शुभम (22) चिनहट के देवा स्थित फार्मेसी कॉलेज से बीफार्मा का छात्र था। वह कॉलेज के ही हॉस्टल नंबर- 109 में रहता था। शुभम का बुधवार को प्रैक्टिकल था। हॉस्टल की फीस जमा न होने के कारण कॉलेज प्रशासन द्वारा उसे प्रैक्टिकल देने नहीं दिया गया। जिसको लेकर वह परेशान था। पिता जगत नारायण की वर्ष 2018 में मौत हो चुकी है। परिवार मे बड़ा अमित व एक बहन हैं।
दोस्तों के सामने टोके जाने से था आहत
शुभम के परिवारीजनों ने दबी जुबान बताया कि फेयरवेल पार्टी में दोस्तों के सामने फीस के लिए टोंके जाने के कारण उसे बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई थी। गुरुवार को शुभम फेयरवेल पार्टी में पहुंचा था, तभी अकाउंटेंट ने टोंक दिया कि तुम्हारी फीस नहीं जमा है। पूरे ड्यूज क्लीयर नहीं हैं, कैसे आ गए? फीस की रसीद दिखाओ पहले। इससे वह बहुत आहत था। शुभम ने गुरुवार सुबह भाई से बात करके फीस के लिए रुपये मांगे थे।
दोस्त कॉलेज पहुंते तो फंदे से लटका था शव
फेयरवेल से लौटाए जाने पर शुभम हॉस्टल आ गया। शिक्षक ने फोन किया पर शुभम से संपर्क नहीं हो पाया। उसके दोसत प्रभात, आकाश और श्रीकांत हॉस्टल आए। कई आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। वह दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो शुभम रस्सी से पंखे के फंदे के सहारे लटका हुआ था।
छात्रों ने विरोध जता किया हंगामा
छात्र के सुसाइड की सूचना मिलने पर साथी छात्र हॉस्टल के बाहर इकट्ठा हो गए। कालेज प्रबंधन का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हास्टल वार्डन और पुलिस ने छात्रों को शांत कराया। छात्रों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कॉलेज के चेयरमैन आरएस दुबे का कहना है कि मुझे इस बात की जानकारी ही नहीं है कि अकाउंटेंट ने बच्चे से नोड्यूज की रसीद मांगी। उसे प्रैक्टिकल में नहीं बैठने दिया गया। आत्महत्या के पीछे कोई और बात रही होगी। बच्चा अगर मुझ से मेरे पीएस अथवा प्रिंसिपल से मिला होता तो हम उसका प्रैक्टिकल अवश्य दिलवाते। मेरे यहां कभी भी इस तरह की घटना नहीं हुई। मैं खुद बच्चे के आत्महत्या करने से बेहद आहत हूं। मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। पूरे मामले में जांच कराकर अकाउंटेंट समेत जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का हर जांच में मैं और प्रबंधन सहयोग करेगा।
अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी पंकज कुमार सिंह के अनुसार फीस न जमा होने के कारण छात्र को प्रैक्टिकल में न बैठने की बात सामने आ रही है। उसके कुछ ड्यूज क्लीयर नहीं थे। लिए अकाउंटेंट ने टोंका था। हालांकि गुरुवार सुबह उसकी फीस जमा हो गई थी। छात्र के सुसाइडोट में लिखावट कई जगह स्पष्ट नहीं है। उसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब में हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जा रहा है। परिवारीजन जो भी तहरीर देंगे उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।