बोले लखनऊ: विधायकों को गोद में उठाकर निवास तक पहुंचाते हैं अर्दली
Lucknow News - लखनऊ के पार्क रोड पर हर वर्ष बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। विधायक निवास और सिविल अस्पताल के निकट स्थित इस क्षेत्र की स्थिति गंभीर होती है, जिससे आम जनता और विधायकों को भारी...

लखनऊ। पार्क रोड पर हर साल बारिश के दिनों में भीषण जलभराव हो जाता है। यह क्षेत्र कालिदास मार्ग से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। पार्क रोड पर ही विधायक निवास है और सामने ही सिविल अस्पताल है, लेकिन बारिश के दौरान इस वीआईपी क्षेत्र की दशा किसी पुरानी कॉलोनी से भी बदतर हो जाती है। यहां कई घंटों तक पानी भरा रहता है। स्थिति यह हो जाती है कि बारिश के दौरान आने-जाने वाले विधायकों को गाड़ियों से उतारकर उनके अर्दली और समर्थक गोद में उठाकर अंदर ले जाते हैं। ऐसा नजारा एक बार नहीं, बल्कि कई बार देखा गया है।
कई वर्षों से यहां जलभराव की समस्या बनी हुई है। आसपास की लगभग एक लाख की आबादी और आने-जाने वाले आमजन इस समस्या से प्रभावित होते हैं। पार्क रोड पर लोगों के घरों में भले ही पानी न घुसे, लेकिन सड़कें लबालब भर जाती हैं। विधायकों के सरकारी आवास परिसर में दर्जनों विधायक और अन्य वीआईपी लोग रहते हैं। बारिश के दौरान आवास परिसर की सड़कों पर घुटनों से ऊपर तक पानी भर जाता है, जिससे लोग घरों में कैद होकर रह जाते हैं। पार्क रोड का मुख्य मार्ग भी टापू जैसा हो जाता है। यह जलभराव धीरे-धीरे सिविल अस्पताल परिसर तक पहुंच जाता है, जिससे अस्पताल की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाती है। मरीजों और तीमारदारों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर निगम कई वर्षों से जलभराव की समस्या के निदान के लिए प्रयास कर रहा है, लेकिन हर साल बरसात में यह समस्या फिर से सामने आ जाती है। स्थानीय निवासी ए.कुमार बताते हैं कि उन्होंने कई बार देखा है कि बारिश के दौरान विधायक को गाड़ी से गोद में उठाकर उनके अर्दली निवास तक ले गए, क्योंकि बाहर पानी काफी अधिक भरा था और विधायक को उसमें चलने से बचाया गया। सिविल अस्पताल में होता है वीआईपी लोगों का आना-जाना सिविल अस्पताल में आम जनता के साथ-साथ कई मंत्री और विधायक भी इलाज के लिए आते हैं, लेकिन बारिश के दिनों में उन्हें भी जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया है। फिर तेजी से हो रहे हैं सुधार, लेकिन कितना फायदा होगा—बारिश बताएगी नगर निगम की ओर से जलभराव रोकने के लिए फिर से कार्य शुरू किया गया है। सीएम ग्रेड योजना के तहत नया नाला बनाया जा रहा है, जिसे अब चिड़ियाघर के नाले से जोड़ा जाएगा। साथ ही, पार्क रोड पर बहने वाले पानी को भी डायवर्ट किया जा रहा है ताकि बारिश में यह सारा पानी पार्क रोड पर न आए। डीएसओ चौराहे के आसपास का पानी सिविल अस्पताल होते हुए पार्क रोड पर न आए, इसके लिए एक अलग नाला बनाया जा रहा है। इससे यह पानी सीधे अंडरग्राउंड नाले में चला जाएगा। पार्क रोड के आसपास के पानी को पहले हैदर कैनाल में भेजा जाता था, लेकिन अब उसे भी डायवर्ट करके चिड़ियाघर नाले में मिलाया जा रहा है। बोले जिम्मेदार --- पार्क रोड, चिड़ियाघर, सिविल अस्पताल तथा विधायक निवास के आसपास होने वाले जलभराव से निजात के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। यहाँ आने वाले पानी को डायवर्ट किया जा रहा है। इसके लिए नए नाले बनाए जा रहे हैं। अब तक लगभग 50% पानी डायवर्ट किया जा चुका है। बारिश में इससे बड़ी राहत मिलेगी। किशोरी लाल, नगर अभियंता, जोन-1, नगर निगम --- “पार्क रोड पर होने वाला जलभराव जल कल की वजह से नहीं होता है। जल कल की सीवर लाइन में पानी डाल दिया जाता है, जिससे सीवर भी ओवरफ्लो हो जाता है। इस बार पानी की निकासी की व्यवस्था अलग तरीके से की जा रही है। इससे आने वाले दिनों में लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। उत्कर्ष राय, अधिशासी अभियंता, जोन-1, जलकल बयां किया दर्द बारिश होने पर पार्क रोड की पूरी सड़क भर जाती है। पानी विधायक निवास के अंदर घुटनों तक भर जाता है। ऐसे में हमारे घर में पानी भर जाता है। घर में खाना बनाना, रहना तक मुश्किल हो जाता है। तान्या ------- नाले को काफी दिनों से ठीक नहीं किया गया। बारिश होते ही पानी हमारे घर में भर जाता है। सामान ऊपर रखना पड़ता है। घर के अगले हिस्से को ऊंचा किया है, फिर भी पानी भर जाता है। नाले को ठीक कराने की जरुरत है। जफर अहमद उर्फ कल्लू ------- जब भी बारिश होती है, तब जलभराव हो जाता है। नाले की ठीक से सफाई नहीं होती है। यह समस्या काफी पुरानी है। बारिश के दिनों में मोटर लगा कर पानी निकलना पड़ता है। हर साल यही समस्या झेलते हैं। सलमा ------ काफी अर्सा पूर्व पार्क रोड स्थित नाले में गिटिटयां डाल दी गई थीं। उनको साफ नहीं कराया गया। जिससे जलभराव की समस्या रहती है। जब से यह समस्या है तब से यह पांचवें मुख्य मंत्री हैं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। दयाशंकर पांडेय ----------- कॉलोनी में बारिश के दौरान जलभराव हो जाता है। जलभराव विधायक निवास से लेकर मंदिर और उसके आगे सिविल अस्पताल गेट तक रहता है। वर्षों पुरानी इस समस्या का अभी तक निदान नहीं हुआ है। केदार सिंह नेगी ----------- यहां जलभराव की हर साल समस्या रहती है। बिना मोटर लगाए पानी नहीं निकलता है। मंदिर के अंदर तक गंदा पानी पहुंचने लगता है। कभी भी बारिश हो, जलभराव जरुर हो जाता है। हमारी दुकान तक पानी आ जाता है। राकेश गुप्ता ---------- बारिश होने पर पूरी सड़क तालाब बन जाती है। पानी हमारी दुकान के अंदर भर जाता है। दुकान का अगला हिस्सा ऊंचा कराया है, फिर भी समस्या दूर नहीं हुई है। वीआईपी में जलभराव की समस्या पुरानी है। जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं। मनोज कुमार कश्यप --------- बारिश में जलभराव की समस्या को लेकर घर की दहलीज को ऊंचा कराया है। फिर भी घर के अंदर पानी भर जाता है। जब तक नाले की व्यवस्थित सफाई और उसको नए सिरे से नहीं बनाया जाएगा, तब तक समस्या दूर होने वाली नहीं है। प्रमिला बाजपेयी ------- 30 सालों से यहां नाला ठीक न होने की वजह से जलभराव की समस्या रहती है। हमारे घर और सामने स्थित शंकट मोचन बालाजी हनुमान मंदिर के अंदर हनुमान जी के चरणों तक गंदा पानी पहुंचने लगता है। पूरी सड़क पर घुटनों तक पानी भरा रहता है। ओम प्रकाश द्विवेदी, मंदिर के पुजारी -------- यहां जलभराव बड़ी समस्या है। बारिश के दिनों जो मुश्किलें उठानी पड़ती हैं, वह हम लोग ही जानते हैं। जिम्मेदार भी कोई ध्यान नहीं देते। मंदिर के अंदर तक पानी भर जाता है। पूरा पार्क रोड जलभराव की चपेट में रहता है। अमरेंद्र कुमार दीक्षित, मंदिर के व्यवस्थापक --------------------------------------------
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