महाकुंभ भगदड़ में मरे 35 लोगों के परिजनों को भेजा 25-25 लाख, लेकिन मृतकों की सूची नहीं आई
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में मारे गए 37 में से 35 लोगों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दे दिया गया है। मारे गए लोगों का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर देने का दावा किया जा रहा है। हालांकि मृतकों की सूची अब भी नहीं आई है।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में मारे गए लोगों को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। दो महीने बाद बताया गया है कि 35 मृतकों के परिजनों के खाते में 25-25 लाख रुपए की मुआवजा राशि भेज दी गई है। इसके साथ ही 32 लोगोंं का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी करने का दावा किया गया है। हालांकि जिस सूची को लेकर दो महीने से रार मची हुई है, वह अब भी जारी नहीं हुई है। यह भी नहीं बताया गया है कि किन-किन लोगों को 25-25 लाख रुपया दिया गया है। यूपी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस लगातार सरकार से मारे गए लोगों की लिस्ट जारी करने की मांग करती रही है। सपा और कांग्रेस का दावा है कि भगदड़ में सरकारी दावें से कहीं अधिक लोगों की मौत हुई है। बड़ी संख्या में भगदड़ वाले दिन लोग लापता हो गए और उनके परिजन अब भी परेशान हैं।
महाकुंभ के अधिकृत एक्स हैंडल ‘महाकुंभ’ पर इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा गया है कि मौनी अमावस्या पर संगम तट पर हुई घटना के दौरान 30 और अन्य स्थानों पर सात, जिनके शरीर पर जाहिरा चोटें पाई गईं थी की दुखद मृत्यु हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के अनुरूप 37 में से 35 मृतकों के आश्रितों के बैंक खातों में 25-25 लाख की मुआवजा राशि भेज दी गई है। एक मृतक की पहचान नहीं होने और एक मृतक लावारिस होने के कारण मुआवजे की राशि नहीं दी जा सकी है।
वहीं, महाकुम्भ-2025 के मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं के मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर बना सस्पेंस समाप्त हो गया है। छावनी परिषद महाकुम्भ हादसे में जान गंवाने वालों का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर रहा है। 32 मृतकों के परिजन मृत्यु प्रमाणपत्र छावनी परिषद से ले चुके हैं। हालांकि कुम्भ मेला प्रशासन ने हादसे में मृत 37 लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही है।
महाकुम्भ हादसे के बाद मृतकों के परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए छावनी परिषद कार्यालय और छावनी अस्पताल के चक्कर काट रहे थे। मृतकों की अधिकृत सूची नहीं मिलने के कारण छावनी परिषद सर्टिफिकेट जारी करने से बच रहा था। जार्जटाउन थाने से 32 मृतकों की सूची मिलने के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना शुरू किया।
छह मृतकों का प्रमाण पत्र हादसे के दिन या उसके एक दिन बाद जारी कर दिया था। छह मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए प्रशासन से निर्देश मिला था। छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी मोहम्मद समीर इस्लाम ने बताया कि थाने से सूची मिलने के बाद ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। 37 लोगों को मुआवजा देने और 32 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के सवाल पर मुख्य अधिशासी अधिकारी ने कहा कि जो सूची जार्जटाउन थाने से मिली है, उसी के अनुसार सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा है।
हादसे के अलावा मृतकों का पहले सत्यापन
प्रयागराज। महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ वाले हिस्से के अलावा मेला क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी दिवंगत हुए लोगों का प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। इसके लिए पहले स्वास्थ्य विभाग से मृतकों का सत्यापन कराया जा रहा है। छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी मोहम्मद समीर इस्लाम ने बताया कि 29 जनवरी को हुए हादसे के अलावा भी मौतें हुई थीं। महाकुम्भ नगर के अलग-अलग हिस्से में विभिन्न कारणों से जानें गईं। मृतकों के परिजन मृत्यु प्रमाणपत्र मांग रहे हैं। ऐसे दावों का पुलिस से सत्यापन कराया जा रहा है। रक्षा भूमि पर हुई मौतों का प्रमाण पत्र छावनी परिषद जारी कर रहा है। मेला क्षेत्र के बाकी हिस्से में मौत का प्रमाणपत्र नगर निगम दे रहा है। नगर निगम अल्लापुर जोन के जोनल अधिकारी संजय ममगई ने बताया कि अल्लापुर के अलावा नैनी, झूंसी जोन से भी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।