महाराज जी हमारी पेंशन नहीं जारी हो रही...दिव्यांग की शिकायत सुनते ही योगी ने तलब किए आला अफसर
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार अपने आवास पर लगाया। योगी ने फरियादियों को त्वरित न्याय मिल सके इसलिए आला अफसरों को भी जनता दर्शन में तलब किया।

क्या समस्या है बताइये...मुख्यमंत्री ने एक दिव्यांग के समक्ष पहुंच कर उससे पूछा..। पीडि़त दिव्यांग...महाराज जी कई बार जिले में दौड़ चुके हैं लेकिन अधिकारी...हमारी दिव्यांग पेंशन ही जारी नहीं कर रहे । मुख्यमंत्री-कौन से जिले से आए हैं...। साहब चंदौली...। मुख्यमंत्री-मुख्य सचिव जी देखिये क्यों नहीं जारी हो रही है। डीएम को फोन करिये नहीं तो दिव्यांग कल्याण अधिकारी चंदौली से बात करिए, लापरवाही हो तो कार्रवाई करके दंडित करिये और इनकी पेंशन जारी करवाइये। मुख्यमंत्री ने चंदौली से आए दो युवकों राजेश व चंद्रशेखर को इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग वॉकिंग स्टिक भी दी। साथ ही अभिभावकों के साथ पहुंचे बच्चों को पुचकारा, गोद में लेकर खिलाया और चॉकलेट भी दी।
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार अपने आवास पर लगाया। योगी ने फरियादियों को त्वरित न्याय मिल सके इसलिए आला अफसरों को भी जनता दर्शन में तलब किया। मुख्यमंत्री एक-एक कर करीब 125 फरियादियों के पास जाकर उनकी शिकायतें सुनते रहे और कभी प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद तो कभी डीजीपी प्रशांत कुमार को एक-एक प्रार्थना पत्र पर कार्रवाई के आदेश देते रहे। जमीन से जुड़े मामलों में राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार को तुरंत समस्या का समाधान कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री अभी जनता दरबार खत्म करके अपने कक्ष में गए ही थे कि चंदौली के दिव्यांग कल्याण अधिकारी का मुख्यमंत्री के ओएसडी एनके सिंह चौहान के पास फोन आ गया कि दिव्यांग गोपाल और श्याम पाल की केवाईसी नहीं हुई थी और आज शाम तक इन दोनों की पेंशन जारी कर दी जाएगी।
सुबह 10 बजे से जनता की समस्याओं को सुनें अधिकारी, इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर पीड़ित को न्याय दिलाकर चेहरे पर मुस्कान लाना ही सरकार का ध्येय है। जनता दरबार में पुलिस, राजस्व, चिकित्सा सहायता, पेंशन, सड़क निर्माण समेत अनेक मामले आए, जिस पर प्रार्थना पत्र लेकर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुबह 10 बजे से सभी अधिकारी कार्यालय में बैठें और जनशिकायतों को सुनें। स्थानीय शिकायतों का समाधान जनपद स्तर पर ही कराया जाए। जो समस्याएं शासन स्तर से निस्तारित होनी हैं, उन्हें ही यहां भेजी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा हर पीड़ित को न्याय दिलाकर चेहरे पर मुस्कान लाना ही सरकार का ध्येय है। समस्याओं का निस्तारण सरकार की विशेष प्राथमिकता है। अफसरों से कहा कि पीड़ितों की समस्याओं को गंभीरता और संवेदनशीलता से लेते हुए उनका समाधान त्वरित और संतुष्टिपरक तरीके से कराना सुनिश्चित कराएं।
अफसरों को दिया प्रार्थना पत्र, समय से निस्तारण के निर्देश
मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में मौजूद शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को जनता की शिकायतों का प्रार्थना पत्र सौंपते हुए इसके समय से निस्तारण के निर्देश दिए। पुलिस से जुड़ीं शिकायतों के निस्तारण के लिए डीजीपी को निर्देशित किया तो वहीं राजस्व संबंधी मामलों में कार्रवाई के लिए राजस्व परिषद के अध्यक्ष को कहा। मुख्यमंत्री ने सभी पीड़ितों को आश्वस्त किया कि उनके प्रार्थना पत्रों पर उचित कार्रवाई कर समस्या का समाधान किया जाएगा। जनता दर्शन में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) एसपी गोयल, प्रमुख सचिव (गृह/मुख्यमंत्री) संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार समेत कई आलाधिकारी भी मौजूद रहे।