ममता कुलकर्णी शाही स्नान में नहीं आईं नजर, किन्नर अखाड़े से निष्कासन पर क्या बोलीं लक्ष्मी नारायण
- ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद किन्नर अखाड़े में विवाद सामने आया था। उनकी पदवी छीने जाने और अपने निष्कासन को लेकर उनकी गुरु लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने सोमवार को अमृत स्नान के लिए जाते समय मीडिया से बात की।

Maha Kumbh 2025: बसंत पंचमी पर महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान (शाही स्नान) जारी है लेकिन हाल ही में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाई गईं अपने जमाने की मशहूर बॉलीवुड एक् ट्रेस ममता कुलकर्णी इसमें कहीं नजर नहीं आईं। हालांकि महामंडलेश्वर बनने को लेकर हुए विवाद के बाद मुंबई लौट गईं ममता कुलकर्णी रविवार को एक बार फिर महाकुंभ नगरी में पहुंची थीं। रविवार को उन्होंने पहली बार भस्म से श्रृंगार किया जिसकी तस्वीरें भी सामने आई थीं। कुछ रिपोर्ट्स में उनके आज यहां अमृत स्नान की भी संभावना जताई जा रही है। जबकि कुछ रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि वह लौट गई हैं।
दरअसल ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद किन्नर अखाड़े में विवाद सामने आया था। अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने ममता कुलकर्णी के साथ-साथ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया था। महामंडलेश्वर बनाए जाने के महज 7 दिन बाद ममता कुलकर्णी की पदवी छीने जाने और अपने निष्कासन को लेकर उनकी गुरु लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने सोमवार को अमृत स्नान के लिए जाते समय बात की। उन्होंने कहा कि वह खुद को किन्नर अखाड़े से निष्कासित नहीं मानती हैं। न ही ममता कुलकर्णी को निकाला गया है। कहा- ‘यह सब मिथ्या है। अगर निकाला होता तो मैं उनके (ममता कुलकर्णी) के बारे में बात करती। हमारा स्टेटमेंट आया है कोई?’
वहीं एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा- 'बहुत सुंदर अमृत स्नान हुआ है। मैं सबको आशीर्वाद देती हूं कि मां भगवती सबको खुश रखें, समरसता रहे, भारत वर्ष में उन्नति हो, यही किन्नर अखाड़े का आशीर्वाद है।' पदों को लेकर हुए विवादों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सबसे मुंह पर यह एक तमाचा है। आज अमृत स्नान है बसंत पंचमी का। हम सब बहुत खुश हैं। पूरा किन्नर अखाड़ा एक था, एक है और एक रहेगा।
कल किया था भस्म स्नान
किन्नर अखाड़े के संतों ने बसंत पंचमी से पहले महामंडेश्वर बनीं अभिनेत्री ममता कुलकर्णी (श्रीयामाई ममता नंद गिरि) को भस्म लगाई। इस दौरान किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, महामंडलेश्वर स्वामी वामदेव,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी पार्वती नंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणीनंद नंद गिरि के साथ महामंडलेश्वर श्रीयामाई ममता नंद गिरि ने भस्म लगाई। संतों ने कहा कि नवनियुक्त महामंडलेश्वर का भस्म स्नान कराया गया।