City Forest Development in Vrindavan 1372 88 Lakh Approved for Soobhari Rishi Van सौभरि ऋषि वन में जलाशयों का निर्माण कर किया जायेगा सौंदर्यीकरण, Mathura Hindi News - Hindustan
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सौभरि ऋषि वन में जलाशयों का निर्माण कर किया जायेगा सौंदर्यीकरण

Mathura News - वृंदावन में सोभरी ऋषि वन के निर्माण के लिए 1372.88 लाख रुपए की स्वीकृति मिली है। इस वन में जलाशयों और पोखरों का निर्माण किया जाएगा और 76,875 प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। यह एशिया का सबसे बड़ा सिटी...

Newswrap हिन्दुस्तान, मथुराFri, 30 May 2025 02:43 AM
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सौभरि ऋषि वन में जलाशयों का निर्माण कर किया जायेगा सौंदर्यीकरण

वृंदावन, सुनरख क्षेत्र स्थित यमुना खादर में करीब 176 हेक्टेअर क्षेत्रफल में दो चरणों में बनाये जा रहे सौभरि ऋषि वन में जलाशयों और पोखरों का भी निर्माण किया जायेगा। इसके लिये प्रदेश सरकार से 1372.88 लाख रुपए की राशि को राज्यपाल से अनुमति मिल गई है। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर जलाशयों का निर्माण कराकर सौंदर्यीकरण कराया जायेगा। वृंदावन नाम के अनुरूप नहीं रहा है। वनों के कटने के बाद कंकरीट का जाल बिछता चला जा रहा है। वन क्षेत्र ख़त्म होने से ग्लोबल वार्मिंग का खतरा तो बढ़ ही रहा है, मंदिरों के पट बंद होने के दौरान श्रद्धालुओं को समय बिताने के लिये भी स्थान नहीं है।

इन सबको को देखते हुए प्रदेश सरकार, ब्रज तीर्थ विकास परिषद और विकास प्राधिकरण द्वारा सिटी फॉरेस्ट बनाया जा रहा है। इसके लिये प्रदेश सरकार ने 1014 लाख रुपए जारी किये जिसमें से पहली किश्त में 253.56 लाख रुपए, दूसरी किश्त में 450 लाख रुपए और तीसरी किश्त के रूप में 80 लाख रुपए समेत कुल 783.56 लाख रुपए अवमुक्त हो चुके हैं। इस धनराशि से बनाया जा रहा वन क्षेत्र एशिया का सबसे बड़ा सिटी फारेस्ट होगा। इसमें भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय 76,875 प्रजातियों के पौधे लगाए जा रहे हैं। इनमें पाखर, पीपल, जामुन, शीशम, आंवला, नीम, अर्जुन, बरगद, आम, जामुन आदि के पौधे शामिल हैं। तीन किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस वन में ब्रज के पौराणिक महत्व के करीब 25 प्रकार के पौधे भी लगाए गए हैं। इनमें कई ऐसे पौधे भी हैं जो बाढ़ के पानी को रोकने में सहायक होंगे। वन क्षेत्र विकसित करने के साथ वर्षा जल संचयन पर भी काम किया जायेगा। वन क्षेत्र में कुंड, जलाशय, पोखर और तालाबों का भी निर्माण किया जायेगा। प्रदेश सरकार ने सौभरि ऋषि वाटर बॉडी के ब्यूटीफिकेशन के लिये 1372.88 लाख रुपए प्रदान किये हैं। सौभरि ऋषि वन के अलावा कुम्भ मेला क्षेत्र को भी हरियाली से युक्त किया जा रहा है। यमुना के किनारे से परिक्रमा रोड तक फैले करीब 56 हेक्टेअर भूमि पर वन क्षेत्र बनाया जा रहा है। इसके साथ ही यहाँ यात्रियों के रुकने और कथाओं के पांडाल के लिये तीन शेड का भी निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है। इससे पहले देवराहा बाबा घाट का निर्माण किया जा चुका है।

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