डालाव घरों से नहीं उठा कूड़ा, बदबू से पूरे शहर का बुरा हाल
Muzaffar-nagar News - डालाव घरों से नहीं उठा कूड़ा, बदबू से पूरे शहर का बुरा हाल

एमआईटूसी कम्पनी के द्वारा काम बंद करने और वाहनों की चाबियां ने देने पर पूरा शहर कूडे से सड़ गया। कूड़ा न उठने के कारण उससे आ रही बदबू से स्थानीय लोगों का बुरा हाल बना रहा। नगर पालिका ने एमआईटूसी कम्पनी से अपने वाहन मांगें तो उक्त कम्पनी ने दो माह का भुगतान न होने के कारण वाहन देने से इंकार कर दिया। इसके बाद चेयरपर्सन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के स्टोर से वाहनों की डुप्लीकेट चाभियां निकलवा कर नई कंपनी जेएस एनवायरों को दी गई। एमआईटूसी कम्पनी का कार्यकाल खत्म होने के बाद शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और डलावघरों से कूड़ा उठना बंद हो गया।
वहीं नई कंपनी जेएस एनवायरो प्रा. लि. के द्वारा काम शुरू करने के लिए पालिका से वाहनों की डिमांड की गई, लेकिन पालिका वाहन उपलब्ध नहीं करा पा रही है। ऐसे में शहरी सफाई व्यवस्था बदहाल हो गई। एमआईटूसी कम्पनी ने अप्रैल और मई काम का भुगतान न मिलने के कारण 77 छोटे गारबेज टिपर, 28 बड़े वाहन देने से इंकार कर दिया। जिस कारण शहर से कूडा नहीं उठ पाया। ऐसे में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कडी नाराजगी जताई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के स्टोर से वाहनों की डुप्लीकेट चाबियां निकलवा कर नई कंपनी जेएस एनवायरो के सुपरवाइजर नीलेश कुमार को सौंप दिया गया है। कंपनी को गैराज से सभी छोटे बड़े वाहन निकालने की स्वीकृति दी गई है। यदि एमआईटूसी ने वाहन देने में अडंगा लगाया तो कानूनी कार्यवाही भी की जायेगी। एमआईटूसी के प्रोजेक्ट मैनेजर ओम प्रकाश दूबे ने बताया कि पालिका ने अपै्रल और मई माह का भुगतान नहीं किया है। इसी कारण वाहन हैंड ओवर नहीं किये गये हैं। ईओ डा. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि एमआईटूसी कंपनी का दो माह का बिल बोर्ड की स्वीकृति नहीं होने के कारण रूका है। समाधान के लिए सोमवार को मीटिंग बुलाई गई है।
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