बसों का चालान काटने पर रोडवेज कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
Muzaffar-nagar News - बसों का चालान काटने पर रोडवेज कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन

रेलवे रोड पर बसों की पार्किंग को लेकर चल रहे व्यापारियों के विरोध के चलते पुलिस द्वारा बसों के चालान किए जाने को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। बीते सोमवार को रेलवे रोड के कारोबारियों द्वारा थाना सिविल लाइन में रोडवेज बसें खड़ी करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। जिसके बाद पुलिस द्वारा करीब 11 रोडवेज बसों के चालान किए गए। जिसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे रोडवेज कर्मचारियों को मौके पर पहुंचे सीओ सिटी ने रोडवेज कर्मचारियों को समझा-बुझाकर शांत किया। हालांकि रेलवे रोड के कारोबारियों और रोडवेज कर्मचारियों में पहले भी कई बार विवाद हो चुका है।
बुधवार सुबह 11 बजे पुलिस द्वारा रेलवे रोड पर खड़ी रोडवेज बसों का चालान करने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। रोडवेज कर्मचारियों ने बसों का संचालन बंद कर दिया। रोडवेज कर्मचारियों ने बताया की बस स्टैंड परिसर में पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण बसों को कुछ देर के लिए रेलवे रोड पर पार्क किया जाता है। जिसके बाद पुलिस द्वारा चालान की कार्रवाई की जाती है। जिसके विरोध में बसों को स्टैंड के बाहर खड़ी करके रोडवेज कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी व थाना सिविल लाइन प्रभारी आशुतोष कुमार ने मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। कई घंटे बसों का संचालन बंद रहने के बाद पुलिस द्वारा अनावश्यक कार्यवाही नही करने के आश्वासन पर रोडवेज कर्मचारियों द्वारा बसों का संचालन किया गया। जिसके बाद परिवहन निगम के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें रोडवेज बसों की पार्किंग और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर चर्चा हुई। ---------------- -- रेलवे रोड के कारोबारियों के दबाव में पुलिस द्वारा बसों के चालान किए गए है, जिसके विरोध में रोडवेज कर्मचारियों द्वारा विरोध किया गया। रोडवेज कर्मचारियों द्वारा कुछ समय के लिए बसों को खडा करना पड़ता है। यातायात पुलिस के साथ विभाग द्वारा पार्किंग जैसी समस्याओं के समाधान के लिए बातचीत की जा रही है। -- प्रभात कुमार सिन्हा, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम ----------------
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।