अब गोरखपुर में बच्ची के साथ हैवानियत, गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती
कौशांबी, बांदा के बाद अब गोरखपुर में एक बच्ची के साथ हैवानियत की गई है। बच्ची को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में भी जुटी है।

यूपी के कौशांबी में आठ साल की बच्ची से रेप का मामला लखनऊ तक छाया रहा। बांदा में तीन साल की बच्ची ने दरिंदगी के बाद बुधवार को ही दम तोड़ दिया। इस बीच गुरुवार को गोरखपुर में एक सात साल की बच्ची को हवस का शिकार बनाया गया है। शाहपुर के रामजानकी नगर में किराये के कमरे में रहने वाली उसकी रिश्ते की बहन, बच्ची को घुमाने के बहाने अपने घर ले गई थी। तीन दिन पहले जब बहन ने बच्ची को उसके घर पहुंचाया तब वह काफी चोटिल थी, उसे रक्तस्राव हो रहा था। गुरुवार को बच्ची के मामा ने मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने बच्ची के शरीर पर चोटों की जांच के बाद हैवानियत की पुलिस को रिपोर्ट दी। पुलिस ने बहन से पूछताछ शुरू की तो उसने बच्ची को प्रताड़ित करने की बात स्वीकार ली लेकिन पुलिस के मुताबिक, उसने अपनी 15 वर्षीय बेटी को बचाने के लिए ऐसा किया था। किशोरी ने बच्ची को चाकू गर्म कर दागा भी है।
जानकारी के मुताबिक, चिलुआताल क्षेत्र के एक गांव की महिला बच्ची के साथ अपने मायके गई थी। वहां बच्ची की रिश्ते की बहन भी आई थी। बेलीपार इलाके की रहने वाली बहन भी रामजानकी नगर में किराये का कमरा लेकर रहती है। गर्मी की छुट्टी होने पर 28 मई को बच्ची को उसके ननिहाल से लेकर रिश्ते की बहन अपने किराये के मकान रामजानकी नगर में आई। तीन दिन पहले बच्ची को उसके घर पर यह कहते हुए पहुंचा दिया कि आपकी बेटी को हाड़ा (ततैया) मार दिया है। डर कर भागने व गिरने से उसके चेहरे व हाथ में चोट लग गई है।
पीड़िता की मां ने बेटी का स्थानीय स्तर पर इलाज कराया लेकिन सुधार न होता देखकर भाइयों को फोन कर बुलाया। बच्ची के मामा ने गुरुवार को मेडिकल कॉलेज में भांजी को भर्ती कराया। वहां डॉक्टर की जांच में शरीर पर चोट के साथ चेहरा पर छिलने, हाथ पर कई जगह ब्लेड मारने और पीठ पर घसीटने के साथ ही बच्ची को निजी रक्तस्राव मिला। डाक्टर ने बच्ची के साथ हैवानियत होने की जानकारी परिवारीजनों को दी।
डॉक्टर ने गुलरिहा थाने को रिपोर्ट भी दी जिसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी हुई। शाहपुर थानेदार ने रिश्ते की बहन को थाने पर बुलाकर पूछताछ की तो उसने पिटाई की बात स्वीकार की। उसने बच्ची के निजी अंग पर भी चोट पहुंचाने और दांत से कांटने की बात स्वीकार की लेकिन सख्ती से पूछताछ में पता चला कि उसने अपनी 15 वर्षीय बेटी को बचाने के लिए खुद अपराध स्वीकार किया था।
बच्ची के परिवारीजनों ने नहीं दी तहरीर
बच्ची के परिवारीजनों ने पुलिस को अभी तहरीर नहीं दी है। डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस ने इस मामले में पीड़िता की रिश्ते की बहन को बुलाया था और जब सख्ती से पूछताछ हुई तो पूरी घटना सामने आई। अगर परिवारीजन तहरीर देते हैं तो केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
रिश्ते की बहन है तीन बच्चों की मां
बच्ची की रिश्ते की बहन तीन बच्चों की मां है। पुलिस की पूछताछ में उसकी 15 वर्षीय बेटी का यह कृत्य सामने आने पर पुलिसवाले भी दंग रह गए। पुलिस ने उसके बयान के आधार पर डॉक्टर से भी बात की। थानेदार ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। डॉक्टर की रिपोर्ट पर ही जानकारी हुई है, उसी आधार पर पूछताछ की जा रही है।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी के अनुसार डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर घटना संज्ञान में आई है। दोनों पक्ष को बुलाया गया। महिला से पूछताछ हुई तो उसने बच्ची को प्रताड़ित करने की बात स्वीकार की है। पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के साथ ही तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।