पत्नी ने काटा था गला, बेटे ने बांके से की थी पिता की हत्या, 10 दिन पहले हुई घटना का पुलिस ने किया खुलासा
पति की प्रताड़ना से तंग महिला ने गला कसी (दराती) से गला काट दिया था। सांस चलने पर घबराई महिला के बेटे ने बांके से प्रहार कर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद महिला, आरोपी पुत्र के अलावा दो छोटे...

पति की प्रताड़ना से तंग महिला ने गला कसी (दराती) से गला काट दिया था। सांस चलने पर घबराई महिला के बेटे ने बांके से प्रहार कर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद महिला, आरोपी पुत्र के अलावा दो छोटे बच्चों के साथ झारखंड स्थित मायके चली गई। दस दिन पहले हुई घटना का पुलिस ने खुलासा कर हत्यारोपी मां-बेटे को जेल भेज दिया है। कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव केसरपुर निवासी रामौतार का पूरा परिवार पांच सितंबर को गायब हो गया था।
सात सितंबर को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने उसकी खोजबीन शुरू की। सफलता न मिलने पर स्वाट टीम एसओजी भी लगाई गई। आठ सितंबर देर शाम घर के ही कमरे में भूसे के नीचे गड्ढे में रामौतार की लाश मिली थी। पुलिस ने मृतक की पत्नी रेखा और बड़े पुत्र सागर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। घटना के बाद महिला आरोपी पुत्र के अलावा दो छोटे बेटों के साथ पांच सितंबर को झारखंड के जनपद देवघर के थाना सारठ के गांव छाताक्रूम में स्थित अपने मायके चली गई थी। तीन दिन पहले माधोटांडा के एसआई संजय कुमार यादव ने टीम के साथ महिला के मायके पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
सोमवार को महिला ने पुलिस के समक्ष घटना स्वीकार कर ली। महिला ने बताया उसका पति आए दिन शराब पीकर घर में मारपीट करता था। चार सितंबर को रात शराब के नशे में रामौतार ने खाना खा रहे पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट की। इसके बाद खुद खाना खाकर सो गया। आवेश में आकर महिला ने उसके गले पर कसी से कई प्रहार किए। हमले के बाद रामौतार छटपटाने लगा। पति की सांसे चलने के बाद वह घबरा गई। इस पर उसने पुत्र से बांका से पति की हत्या करा दी। घटना छुपाने के लिए घर के कमरे में भरे भूसे में गड्ढा खोदकर उसे दबा दिया। पुलिस ने महिला को जेल भेजकर नाबालिग पुत्र को बाल सुधार गृह में भेजा है।
हत्यारोपी मां-बेटे ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। महिला को जेल भेजकर नाबालिग को बाल सुधार गृह में भेज दिया है।
उत्तम सिंह, सीओ
पुलिस कार्रवाई पर परिजनों ने उठाए सवाल
पुलिस ने रामौतार हत्याकांडके खुलासा में मीडिया को काफी दूर रखा। परिजनों का कहना है मृतक शारीरिक रूप से काफी स्वस्थ था। आरोपी पत्नी और पुत्र को देखकर घटना को अंजाम देना खुद में सवाल खड़ा कर रहा है। इस हत्याकांड में किसी तीसरे व्यक्ति की भी संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है। पूरे मामले में पुलिस की खामोशी भी सवाल खड़े कर रही है।
चाचा-ताऊ ने विपिन व यश को अपनाने से किया इंकार
मृतक रामौतार के तीन पुत्रों में आरोपी सागर के अलावा 10 वर्षीय विपिन और सात साल का यश है। मां बेटे के जेल जाने के बाद दोनों छोटे बच्चों को पीलीभीत बाल कल्याण गृह में भेज दिया गया। सोमवार को मृतक के भाई मलखान और अनिल ने छोटे बच्चों को अपनाने से इंकार कर दिया है। इसको लेकर मंगलवार को बाल कल्याण गृह समिति यह तय करेगी कि बच्चे कहां रहेंगे।
अस्पताल में पति की हत्या का जताया अफसोस
जेल जाने से पहले हत्यारोपी मां-बेटे को पुलिस पूरनपुर सीएचसी में मेडिकल कराने पहुंची। इस पर मीडिया के सवाल करने के दौरान महिला पति की हत्या की कहानी सुनाकर रोने लगी। महिला के बोलने पर पुलिस ने उसे चुप करा दिया। पुलिस कस्टडी में मृतक का पुत्र सागर भी काफी मायूस दिखा।
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