यूपी के इस जिले में चप्पे-चप्पे पर तैनात हुई पुलिस, महाकुम्भ के जल से खेली गई होली
- बरेली में 165वीं रामलीला और राम बारात बड़ी धूमधाम से निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में हुरियारे (बाराती) शामिल हुए। राम बारात में आगे-आगे 12 ट्रैक्टर ट्राली पर सवार बाराती और पीछे भगवान रामचंद्र, सीता माता के साथ रथ पर सवार रहे।

यूपी के बरेली में 165वीं रामलीला और राम बारात बड़ी धूमधाम से निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में हुरियारे (बाराती) शामिल हुए। राम बारात में आगे-आगे 12 ट्रैक्टर ट्राली पर सवार बाराती और पीछे भगवान रामचंद्र, सीता माता के साथ रथ पर सवार रहे। राम बारात देखने के लिए दूर दूर से लोग पहुंचे। जगह-जगह बारातियों पर रंगो की बौछार कर राम बारात का स्वागत किया गया। इस दौरान राम बारात मार्ग में पड़ने वाली सभी मस्जिदों को त्रिपाल से ढक दिया गया, ताकि मस्जिद पर रंग न पड़ सके। राम बारात से पहले चप्पे-चप्पे पर पुलिस को तैनात कर दिया गया। होली पर कहीं कोई सांप्रदायिक माहौल न बिगड़े इसके लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें अलर्ट मोड पर रहीं। इस बार रामबारात में महाकुंभ से लाये गए गंगाजल में रंग को घोला गया।
प्रवक्ता विशाल मेहरोत्रा ने बताया कि इसके पीछे उद्देश्य जो लोग किन्हीं कारणों से महाकुम्भ स्नान को नहीं पहुंच सके उन पर भी महाकुंभ का पवित्र जल रंगो के साथ पड़ जाए। रामलीला समिति के पदाधिकारी बड़ी मात्रा में महाकुम्भ से त्रिवेणी का जल लेकर आए थे। जिसे रामबारात के दौरान खेली जाने वाली होली के रंगों में मिलाया गया। राम बारात के कालीबाड़ी पहुंचते ही यहां जमकर मोर्चाबंदी हुई। यहां हाथरस से लाये गए रंग और गुलाल से जमकर होली खेलने के साथ ही मोर्चाबंदी हुई। राम बारात में शामिल हुरियारों पर रंग फेंकने के साथ पुष्पवर्षा करके स्वागत किया गया।
राम बारात में जमकर उड़ा रंग-गुलाल, बरसे फूल
शुक्रवार को 165 वीं राम बारात महानगर से निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में लोग रंग-गुलाल लेकर पहुंचे। हुलियारों की टोलियों ने ऐसा रंग गुलाल उड़ाया। कोई बच न सका। जमकर रंग गुलाल और फूलों की बरसा हुई। कड़ी सुरक्षा के बीच राम बारात निकाली गई। सुबह 11 बजे से शुभारंभ होकर देर शम तक हुलियारों की टोलियां सड़्कों पर मुचौटा लेते नजर आईं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा रहा। बिहारीपुर खत्रियान नरसिंह मंदिर समिति प्रवक्ता विशाल महरोत्रा, अध्यक्ष राजू मिश्रा, महामंत्री दिनेश दददा और संरक्षक आदि के नेतृत्व में भव्य राम बारात का शुभारंभ हुआ।
बिहारीपुर से मलूकपुर चौकी होते हुए कुतुबखाना रामबारात पहुंची। यहां दूसरी ओर से चाहबाई की रात बारात कोतवाली के पास आकर मिल गई। जिससे राम बारात ने एक विशाल रूप ले लिया। हजारों की संख्या में हुलियारे रंगों की बौछार कर रहे थे। ट्रैक्टर-ट्रालियों पर हुलियारों की टोलियां थीं। जमकर एक-दूसरे से रंग-गुलाल की बौछार करके मुचौटा लिया। कुछ सामाजिक संगठनों ने स्वागत स्टॉल से फूलों की बरसा की। पुराना रोडवेज बस स्टैंड, सिकलापुर, बरेली कॉलेज गेट, कालाबाड़ी की सड़क पर दूर-दूर तक हुलियारे ही नजर आ रहे थे। प्रेसर पंपों से रंग की बरसा की जा रही थी। पानी की कमी न पड़े इसलिए फायर पुलिस और नगर निगम की टीमें टैंक लेकर जगह-जगह मौजूद रहे। आगे-आगे पुलिस फोर्स चल रहा था।