प्रदूषण में रहने से कमजोर हो रहे फेफड़े : डॉ. गौरव
Prayagraj News - प्रयागराज में इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन द्वारा एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव अग्रवाल ने फेफड़ों की बीमारियों और उनकी निदान पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि अनियमित...
प्रयागराज, संवाददाता। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) की ओर से रविवार को एएमए सभागार में व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव अग्रवाल ने फेफड़ों की बीमारी और निदान पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अनियमित जीवन शैली, प्रदूषण और धूम्रपान की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण फेफड़ों की समस्याएं बढ़ रही हैं। अस्थमा व फेफड़ों के कैंसर के मरीजों को सांस लेने अधिक परेशानी होती है। लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से फेफड़ों की क्षमता कमजोर हो जाती है। इसमें पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन पद्धति मरीजों की शारीरिक क्षमता बढ़ाने में कारगर होती है। उन्होंने कहा कि क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव प्लोमनरी डिजीज फेफड़ों की एक ऐसी समस्या है, जिसमें सांस लेना कठिन हो जाता है।
फेफड़ों के ऑपरेशन व ट्रांसप्लांट के बाद रिकवरी के लिए पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन की जरूरत होती है। अध्यक्षता कर रहे एएमए के अध्यक्ष डॉ. जेवी राय ने डॉ. गौरव, डॉ. आशीष टंडन, डॉ. संजीव सिंह, डॉ. केसरवानी को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। संचालन वैज्ञानिक सचिव डॉ. अनुभा श्रीवास्तव, आभार ज्ञापन डॉ. आशुतोष गुप्ता ने किया। डॉ. कमल सिंह, डॉ. अशोक मिश्रा, डॉ. अशोक अग्रवाल, डॉ. सुबोध जैन, डॉ. अनूप चौहान मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।