अब छह महीने तक नहीं गूंजेगी शहनाई
Prayagraj News - प्रयागराज में 11 जून को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन गुरु ग्रह पश्चिम दिशा में अस्त होंगे। इसके बाद चातुर्मास शुरू होगा और शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्य छह महीने तक नहीं होंगे। विवाह 21 नवंबर से...

प्रयागराज। ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा 11 जून को मनाई जाएगी और इसी दिन शाम 6:54 बजे गुरु ग्रह पश्चिम दिशा में अस्त हो जाएंगे। इसी के साथ शहनाई की गूंज नहीं सुनाई देगी। सूर्य के दक्षिणायन होने से चातुर्मास शुरू हो जाएगा और शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्य छह माह के लिए नहीं होंगे। फिर 21 नवंबर से विवाह जैसे शुभ कार्य शुरू होंगे। स्वामी नरोत्तमानंद गिरि वेद विद्यालय, झूंसी के प्राचार्य ब्रज मोहन पांडेय ने बताया कि ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार ग्रहों के राजा सूर्य माने गए हैं और मंत्री गुरु हैं। गुरु के साक्षी होने पर ही विवाह व अन्य मांगलिक कार्य होते हैं।
सूर्य के दक्षिणायन होने पर मांगलिक कार्य सहित सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश व यज्ञोपवीत जैसे कार्य पर पूरी तरह से विराम लग जाएगा। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी छह जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि एकादशी पर भगवान विष्णु शयन मुद्रा में चले जाएंगे और सूर्य दक्षिणायन हो जाएंगे। उसी के साथ चातुर्मास शुरू होगा। चातुर्मास में सावन, भाद्रपद, आश्विन व कार्तिक मास आएगा। फिर एक नवंबर को देवोत्थानी एकादशी पर भगवान विष्णु जागृत होंगे। इसके बाद मांगलिक कार्य शुरू होंगे, लेकिन विवाह के लग्न 21 नवंबर से शुरू हो रहे है, जो पंद्रह दिसंबर तक चलेंगे।
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