मौसम विभाग ने दी खुशखबरी, अगले दो दिनों में इस हिस्से से यूपी आ रहा मानसून
भीषण गर्मी से बेहाल यूपी को मौसम विभाग ने बड़ी खुशखबरी दी है। अगले दो दिनों में पूर्वी यूपी से मानसून प्रदेश में प्रवेश कर जाएगा। सोमवार को प्री मानसूनी बारिश यूपी के कई जिलों में हुई है।

यूपी में मानसून की दस्तक का समय अब करीब आ गया है। अगले दो दिनों में मानसून यूपी में प्रवेश कर जाएगा। मौसम मुख्यालय ने मानसून के आमद की संभावित तारीखें भी साफ कर दी हैं। पूर्वी यूपी के गोरखपुर में मानसून की पूर्वी शाखा 18 जून को सक्रिय होगी। इसी तरह लखनऊ और कानपुर में 23, बरेली में 24 और आगरा एवं आसपास के जिलों में 27 जून को मानसून सक्रिय होगा।
वहीं, यूपी के तीन दर्जन से अधिक जिलों में प्री मानूसनी बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई। वहीं, आकाशीय बिजली और भारी बारिश से कई जगह तबाही भी हुई। श्रावस्ती, गोंडा, गोरखपुर, देवरिया, बस्ती और महाराजगंज में सात लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई। सात लोग गंभीर रूप से झुलस गए। मुरादाबाद में रेलवे ट्रैक पानी में डूब गए और सिग्नल फेल हो गए। नतीजतन 22 ट्रेनें घंटों लेट हुईं। कुछ डायवर्ट तो कुछ को निरस्त करना पड़ा।
अमौसी स्थित प्रादेशिक मौसम मुख्यालय के अनुसार मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवा में सक्रिय विक्षोभ की निचले क्षोभमंडल में पुरवा से प्रतिक्रिया हो रही है। इसी वजह से बारिश का यह सिलसिला शुरू हुआ है। इस दौरान प्रदेश के तराई इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई। बरेली में सर्वाधिक 149.4 मिलीमीटर और नकुड़ (सहारनपुर) में 120 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसी तरह बिजनौर में 86, पूर्वी उत्तर प्रदेश के मनकापुर (गोंडा) में 83 मिलीमीटर, शारदानगर (लखीमपुर-खीरी) में 66.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।
गोंडा-श्रावस्ती में आकाशीय बिजली गिरने से तीन की मौत
बलरामपुर, गोंडा, बहराइच और श्रावस्ती में सोमवार को बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। गोण्डा के मोतीगंज थाना क्षेत्र के सैदवापुर में साठ वर्षीय वृद्ध रामदेव यादव की बिजली गिरने से मौत हो गई। गोंडा के ही पंडरी कृपाल ब्लॉक के दत्तनगर विशेन में चबूतरे पर मंजन करते समय कुनाल शर्मा पुत्र रंजीत शर्मा पर आकाशीय बिजली गिरी और उसकी भी मौत हो गई। श्रावस्ती में सोमवार सुबह करीब पांच बजे कोतवाली भिनगा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामपुर देवमन के मजरा दत्त नगर निवासी दीनानाथ (46) की भी बिजली गिरने से मौत हो गई।
चार की गई जान, सात झुलसे, एक बेहोश
बिजली गिरने से गोरखपुर, देवरिया, बस्ती और महराजगंज में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो बच्चों समेत सात लोग झुलस गए। एक किशोर बेहोश हो गया। गोरखपुर के गीडा क्षेत्र में मोबाइल टॉवर और ट्रांसफॉर्मर पर बिजली गिरी। इससे पूरा गांव दहल उठा। कुछ घरों के विद्युत उपकरण जल गए। गोरखपुर में 56 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। निचले इलाकों में जलभराव से आवागमन में दुश्वारियां हुईं। बारिश से मौसम सुहाना हो गया। गोरखपुर में अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.4 डिग्री कम है।
रुहेलखंड में झमाझम बारिश, बरेली में 12 साल का रिकॉर्ड टूटा
बरेली समेत पूरे रुहेलखंड में झमाझम बारिश हुई। बरेली में बारिश ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। महज चार घंटे में 147 मिमी बारिश हुई। इसके पहले 2013 में एक दिन में 193 मिमी बारिश हुई थी। बारिश से एक तरफ जहां गर्मी-उमस से राहत मिली वहीं रेलवे ट्रैक पर जलभराव के चलते ट्रेन संचालन प्रभावित रहा। कई बिजली घरों में पानी भरने, तारों पर पेड़ गिरने से 8-10 घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित रही। पीलीभीत में 24 घंटे में 35 मिमी, बदायूं में 28 मिमी बारिश हुई है। मंडल में सबसे कम 4 मिमी बारिश शाहजहांपुर में हुई।
ब्रज में मौसम बदला
ब्रज में सुबह हुई प्री मानसूनी बारिश ने मौसम में छाई तपिश को हल्का कर दिया। आगरा में सुबह ढाई घंटे में 27 मिलीमीटर बादल बरसे। इससे 45 के आसपास मंडरा रहा पारा घटकर 37 डिग्री पर पहुंच गया। दोपहर बाद उमस के चलते कुछ समस्या हुई पर आर्द्रता का प्रतिशत 95 होने से बारिश की संभावना बराबर बनी हुई है।
कानपुर में पारा गिरा लेकिन उमस बढ़ी
कानपुर में सुबह से दोपहर तक मध्यम बादलों के कारण दिन के तापमान में कमी आई। बावजूद इसके हवा मे नमी बढ़ने से उमस रही। अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री से गिरकर 36.5 डिग्री सेल्सियस हो गया। नमी का अधिकतम प्रतिशत 80 रहा।
भारी बारिश से कई प्रमुख ट्रेनों के पहिये थमे
मुरादाबाद मंडल में तड़के 3 बजे से सुबह 9 बजे तक रिमझिम फुहारें पड़ीं। वहीं, ट्रैक पर पानी और सिग्नल फेल होने से ट्रेनों की रफ्तार थमी। मुरादाबाद मंडल में रविवार रात से बारिश के चलते लखनऊ-मुरादाबाद रूट पर कई स्थानों पर ट्रैक डूब गए और सिग्नल फेल हो गए। 22 ट्रेनें घंटों लेट हुईं। नौचंदी एक्सप्रेस 5.30 घंटे, गरीब रथ 7.30 घंटे, शहीद एक्सप्रेस 3.5 घंटे, लखनऊ-चंडीगढ़ इंटरसिटी 1.15 घंटे लेट, समर स्पेशल ट्रेनें 16 घंटे तक लेट रहीं। इसके अलावा बरेली जंक्शन व सिटी स्टेशन पर जलभराव के चलते 13 ट्रेनें डायवर्ट रहीं। 6 ट्रेनें रद्द (रामनगर-काशीपुर समेत) की गईं। प्रभावित मार्गों में बरेली-कासगंज, कासगंज-लालकुंआ, टनकपुर-मथुरा आदि शामिल हैं। रेल प्रशासन के अनुसार सिग्नल व्यवस्था अब बहाल कर दी गई है, लेकिन तब तक रेल संचालन बुरी तरह प्रभावित हो चुका था।
मेरठ में हल्की बूंदाबांदी, पारा सामान्य से नीचे
सुबह मेरठ में हल्की बूंदाबांदी और दिन में पूर्वी हवाएं चलने से तापमान पर ब्रेक लगा रहा। अधिकतम तापमान 34.3 और न्यूनतम 26.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। वेस्ट यूपी के कुछ हिस्सों में बीते दो दिनों में अच्छी बारिश हुई है। मेरठ में दिन में तापमान सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्यियस कम और रात का 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज हुआ।
ट्रैक पर जलभराव से पूर्णागिरी समेत 13 ट्रेनें डायवर्ट
मुरादाबाद। सोमवार को बरेली जंक्शन और बरेली सिटी में रेलवे ट्रैक पानी में डूबने से रेल संचालन बुरी तरह से प्रभावित रहा। तड़के तीन से छह बजे तक बरेली से मुरादाबाद के बीच रेल संचालन पर असर पड़ा। बरेली सिटी में कई फुट पानी भरने से पूर्णागिरी एक्सप्रेस समेत पूर्वोत्तर रेलवे की 13 ट्रेनें बदले मार्ग से चलीं। जबकि रामनगर- काशीपुर समेत छह पैसेंजर ट्रेनें रद्द रही।
बारिश का मुरादाबाद रेल मंडल संचालन पर असर पड़ा है। लखनऊ की ओर से मुरादाबाद सुबह के समय आने वाली कई ट्रेनों को रोकना पड़ा। बारिश के कारण सिग्नल फेल से रेल संचालन बुरी तरह से गड़बड़ा गया। पूर्वोत्तर रेलवे की ट्रेनों पर खासा असर पड़ा। दिल्ली से टनकपुर जाने वाली पूर्णागिरी एक्सप्रेस रविवार की रात को रामगंगा, बरेली व बरेली सिटी होकर चलाया गया। सोमवार को टनकपुर से दिल्ली गई ट्रेन इसी बदले मार्ग से चली।
मुरादाबाद के सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता के अनुसार बरेली जंक्शन और बरेली सिटी स्टेशनों पर पानी भरने से रेल संचालन पर असर पड़ा। नई दिल्ली से ऐशबाग समर स्पेशल ट्रेन को भी बदले मार्ग से चलाया जाएगा। बरेली-कासगंज, कासगंज-काशीपुर, कासगंज-लालकुंआ, कासगंज-काशीपुर, कासगंज-टनकपुर, आगरा-रामनगर पैसेंजर व टनकपुर-मथुरा पैसेंजर ट्रेनों को बदले मार्ग से संचालित किया गया। एक गाड़ी कासगंज-टनकपुर पैसेंजर शार्ट टर्मिनेट की गई। इसके अलावा मुरादाबाद-रामनगर-काशीपुर के अलावा काशीपुर-लालकुंआ व टनकपुर-कासगंज को रद किया गया।