एक साल तक संघ की शाखा में आएं राहुल गांधी, केशव का बड़ा हमला, अखिलेश पर भी निशाना साधा
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला है। केशव ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में सबसे ज्यादा अत्याचार पिछड़ों और दलितों के साथ हुआ था।

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला है। केशव ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में सबसे ज्यादा अत्याचार पिछड़ों और दलितों के साथ हुआ था। उन्होंने सभी पिछड़ी जातियों का अधिकार छीन कर अपनी जाति को देने का पाप किया था। केशव प्रसाद ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार वर्ष 2012 में पिछड़े और दलितों के समर्थन से बनी थी लेकिन सबसे ज्यादा अत्याचार पिछड़ों और दलितों पर हुए थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पीडीए के नाम पर फर्जीगिरी बहुत कर चुके हैं। उन्हें अब यह फर्जीगिरी बंद करनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी समाप्तवादी पार्टी बनने की ओर बढ़ चुकी है। उनका यह नाटक तब सही होता जब वर्ष 2012 से 2017 तक पिछड़ों और दलितों के साथ वास्तव में न्याय करते लेकिन तब तो उन्हें अपनी जाति याद आ रही थी। गुंडे-माफिया याद आ रहे थे। आज सत्ता चली गई है, इसीलिए उन्हें पीडीए याद आ रहा है। पिछड़े दलित उनसे सतर्क हैं, ये दलितों को गले लगाएं और फिर छूरा घोंप देंगे।
राहुल गांधी संघ की शाखा में आएं
केशव प्रसाद ने कहा कि चाहे राहुल गांधी हों या फिर अखिलेश उनमें सत्ता पाने की बेचैनी है लेकिन वर्ष 2047 तक न देश और न प्रदेश में कहीं कोई भी वैकेंसी नहीं है। राहुल गांधी लगातार ऐसे बयान देते हैं, जिनकी न उनके पास कोई जानकारी है न कोई अंत है। राहुल गांधी को कम से कम एक वर्ष तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा में जाना चाहिए। साथ ही कांग्रेसी नेताओं को भी भेजना चाहिए। तब उन्हें पता चलेगा की आरएसएस में राष्ट्रभक्ति और समाज सेवा का पाठ पढ़ाया जाता है। जबसे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं। क्योंकि वह पिछड़ी जाति से आते हैं तबसे राहुल गांधी और गांधी परिवार के सदस्य बौखलाए हुए हैं।
उनको लगता है प्रधानमंत्री की कुर्सी उनके लिए आरक्षित है। राहुल गांधी की प्रधानमंत्री बनने की संभावना अब कभी दिखाई नहीं देती। उन्होंने कहा कि साठ साल तक तो देश में कांग्रेस ने राज किया। उन्होंने अपने शासनकाल में न तो पिछड़ों, न गरीबों, न आदिवासियों, न दलितों और न मुसलमानों का ध्यान दिया। वह जो भी बयान दे रहे हैं, उनका उद्देश्य समाज को बांटने का है ताकि देश की सत्ता उनको मिल जाए।