रास्तों पर खड़े जर्जर पोल हादसों को दे रहे दावत
Rampur News - रामपुर में बिजली के जर्जर खंभे और लटके तारों के कारण लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है। बारिश के कारण खंभे टूटने के कगार पर हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है। लोगों ने कई बार शिकायत की, लेकिन बिजली...

रामपुर। घरों को रोशन करने के लिए लगाए गए बिजली के खंभे हादसे का सबब बने हैं। जगह-जगह जर्जर पोल तारों के बोझ से लटक गए हैं। इससे आवागमन में दिक्कतें हो रही हैं। कई ऐसे भी हैं, जो बरसात में जंग खाकर टूटकर गिरने की कगार पर हैं। इसके बावजूद इन खंभों को न तो बदला गया, न ही झुके पोल को सीधा ही किया। ऐसे में हादसों का खतरा बना हुआ है। जर्जर पोल बिजली की लटकी तारों से शहर से लेकर देहात तक आपूर्ति पर असर पड़ रहा है। तेज हवा चलने पर खंभे और तार टूटकर गिर रहे हैं।
क्षेत्रीय लोगों की शिकायतों के बावजूद विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। अधिकारियों को शायद बड़े हादसे का इंतजार है। शहर के पहाड़ी गेट स्थित झज्जर खां मोहल्ले एचटी लाइन का पोल जंग खाकर पूरी तरह से जमीन से गल चुका है। तो वहीं टंकी नंबर पांच पर भी पोल गल चुका है। साथ ही जेल रोड पर भी पोल गलकर गिरने की कगार पर है। अगर बात की जाए देहात क्षेत्र की तो सैदनगर,स्वार, केमरी और सबसे ज्यादा खराब हालत भोट क्षेत्र में लगे पोलों की है। जर्जर पोलों की नीचे से प्रतिदिन हजारों स्कूली बच्चों और लोगों का आवागमन होता है। लोगों ने कहा कि समस्या को लेकर कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों से शिकायत की लेकिन एक साल बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी है। कहा कि पोल के ऊपर से ग्यारह हजार वोल्टेज की लाइन गुजर रही है। बरसात और जलभराव होने से खंभा जर्जर होकर गिरने की कगार पर हैं। कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने समस्या का समाधान करना उचित नहीं समझा। बिजली विभाग की यह लापरवाही हादसा होने पर लोगों की जान खतरे में डल सकती है। लोगों का कहना है कि सरकार के द्वारा करोड़ो रूपये पोल और लाइलों को सही करने के लिए दिए जा रहे हैं तो वह पैसा लग कहां रहा है। शहर से लेकर देहात के लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश है। भोट में क्षतिग्रस्त पोल के नीचे से गुजर रहे हजारों बच्चे रामपुर। भोट बिजलीघर क्षेत्र के भोट गांव के लोगों ने बताया कि गांव के बीच से गुजर रहे मेन रास्ते पर लगे जर्जर पोल की जगह नया पोल लगने के लिए आया था, लेकिन बिजलीघर के कर्मचारियों ने वह पोल ले जाकर कहीं और लगा दिया। जिस कारण छतिग्रस्त पोल गिरने की हालत में खड़ा है। इस पोल के ऊपर ग्यारह हजार लाइन दौड़ रही है। साथ ही प्रत्येक दिन इस पोल के नीचे से कई स्कूलों के हजारों बच्चे गुजरते हैं। लोगों ने कहा कि कई बार जेई से शिकायत की गई लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। क्षतिग्रस्त पोलों और लाइनों को सही कराया जा रहा है। जिस जगह भी जर्जर पोल और लाइनें हैं उनको सही कराने के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है। जल्द ही सभी जर्जर लाइनों और पोलो को सही करा दिया जाएगा। - महफूज आलम, अधीक्षण अभियंता
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