अस्पताल में मरीजों के साथ सीएमएस लेंगे सेल्फी
Saharanpur News - सहारनपुर में जिला अस्पताल के सीएमएस को अब प्रतिदिन मरीजों के बीच जाकर अस्पताल की स्थिति की जानकारी लेने का आदेश दिया गया है। उन्हें सुबह और शाम के समय राउंड के दौरान सेल्फी और मरीजों के साथ संवाद की...

सहारनपुर। अब दोनों जिला अस्पताल के सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) सिर्फ दफ्तर में बैठकर काम नहीं करेंगे, बल्कि प्रतिदिन मरीजों के बीच जाकर अस्पताल की हकीकत जानेंगे और ये सब कुछ कैमरे में भी दर्ज होगा। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब सीएमएस को दिन में दो बार अस्पताल का राउंड लेना अनिवार्य होगा और इसकी जानकारी वाट्सएप्प ग्रुप पर साझा करनी होगी। आदेशानुसार जिला अस्पताल व महिला अस्पताल के सीएमएस को सुबह 8 बजे ओपीडी शुरू होने से पहले और शाम/रात्रि में राउंड के दौरान ली गई सेल्फी और मरीजों के साथ संवाद की तस्वीरें एक विशेष व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा करनी होंगी।
इस ग्रुप की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य महानिदेशक स्तर पर होगी। इस व्यवस्था का मकसद साफ है-अस्पतालों में वास्तविक सुधार, जवाबदेही और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की नियमित निगरानी। निरीक्षण के दौरान सफाई सुपरवाइजर की उपस्थिति अनिवार्य होगी ताकि सफाई व्यवस्था की हकीकत सामने आ सके। इसके अलावा, तीमारदारों से फीडबैक लेना अनिवार्य किया गया है दवा समय पर मिल रही है या नहीं, स्टाफ का व्यवहार कैसा है? सफाई कैसी है आदि बिंदुओं पर जवाबदेही तय की जाएगी। मरीजों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता की जांच एफडीए करेगा, जबकि अस्पतालों में पेयजल, पंखे, कूलर और छायादार स्थान की उपलब्धता पर भी फोकस रहेगा। 0-इस पूरी योजना की रिपोर्टिंग होगी डिजिटल राउंड के दौरान ली गई तस्वीरें हर दिन व्हाट्सएप ग्रुप में साझा की जाएंगी। महानिदेशक स्तर पर इसकी रिपोर्टिंग होगी। इसके अलावा विद्युत सुरक्षा, अग्निशमन व्यवस्था, ऑक्सीजन प्लांट, एक्स-रे, सिटी-स्कैन, अल्ट्रासाउंड जैसी आकस्मिक सेवाओं की सक्रियता की भी समय-समय पर निगरानी की जाएगी। अस्पतालों की रोगी कल्याण समितियों के सदस्यों को भी राउंड में शामिल कर उनसे फीडबैक लिया जाएगा, जिससे प्रशासन को जमीनी हकीकत पता चल सके। 0-भोजन की गुणवक्ता जांचेगा एफडीए गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सचिव ने अस्पतालों में ठंडे और साफ पेयजल, पंखे और कूलर की क्रियाशीलता तथा तीमारदारों के लिए छायादार स्थान की व्यवस्था पर जोर दिया है। मरीजों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता की आकस्मिक जांच और समय-समय पर एफडीए से विश्लेषण भी सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मरीजों को बाहर से दवा, जांच या सामग्री खरीदने के लिए मजबूर न किया जाए। 0-वर्जन प्रमुख सचिव के निर्देश मिल चुके हैं। राउंड तो पहले भी लगाते थे, अब दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई करेंगे। तस्वीरें व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा की जाएंगी। निश्चित ही इससे व्यवस्थाओं में सुधार आएगा। -डॉ इंद्रा सिंह, सीएमएस जिला महिला अस्पताल
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