बोले सहारनपुर : ऐतिहासिक बाजार पर नहीं जिम्मेदारों का ध्यान
Saharanpur News - सहारनपुर का कक्कड़गंज बाजार ऐतिहासिक धरोहर है, जो 175 साल पुराना है। यहां 106 दुकानें हैं, लेकिन गंदगी, जलभराव, पथ प्रकाश की कमी और पीने के पानी की अनुपलब्धता जैसी समस्याएं व्यापारियों और ग्राहकों के...
सहारनपुर का कक्कड़गंज बाजार न केवल शहर का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है, बल्कि यह ऐतिहासिक धरोहर भी है। यह बाजार 1852 से भी पहले का बताया जाता है और आजादी से पहले से ही व्यापार का अहम केंद्र रहा है। लगभग 106 दुकानों वाले इस पुराने बाजार में आज भी व्यापारिक गतिविधियां तेज़ी से चल रही हैं, लेकिन यहां की समस्याएं व्यापारियों और ग्राहकों दोनों की परेशानियों का कारण बन रही हैं। गंदगी, जलभराव, पथ प्रकाश की कमी, तारों का जाल और पीने के पानी की अनुपलब्धता जैसे मुद्दे लंबे समय से अनदेखी हैं। यदि प्रशासन और स्थानीय निकाय इन समस्याओं की ओर गंभीरता से ध्यान दें और समाधान की दिशा में कदम उठाएं, तो यह बाजार एक बार फिर शहर की शान बन सकता है।
कक्कड़ गंज की गिनती महानगर के सबसे प्राचीन बाजार में होती है। बाजार का इतिहास करीब 175 साल पुराना है। कक्कड़ गंज बाजार में करीब 106 दुकानें हैं जहां कपड़ा, किरयाना, मिठाई, जूता, पापड़, डिस्पोजल, आचार, साड़ियों का कारोबार होता है। बााजर का महत्व इस बात से लगाया जा सकता है कि बाजार में खरीदारी के लिए दूसरे शहर और राज्यों से खरीदारी के लिए आते हैं। इतने महत्वपूर्ण बाजार में जिस प्रकार की सुविधाएं होनी चाहिए उसकी कमी साफ देखी जा सकती है। सबसे बड़ी समस्या गंदगी की है। नालियों की समय पर सफाई न होने के कारण पूरे बाजार में बदबू और कीचड़ बना रहता है। वहीं, बिजली के तारों का जंजाल न केवल बदसूरत दृश्य पैदा करता है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक है। पथ प्रकाश की कमी के कारण शाम के समय बाजार अंधेरे में डूबा रहता है, जिससे दुर्घटनाओं और आपराधिक घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा, पीने के पानी की सुविधा नहीं होने से दुकानदार और ग्राहक परेशान रहते हैं। गर्मी के मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है। बारिश के दिनों में जलभराव बाजार की सबसे बड़ी समस्या बन जाती है, जिससे ग्राहक फिसलते हैं और व्यापार प्रभावित होता है। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए कुछ जरूरी सुझाव सामने आए हैं - नालियों की नियमित सफाई कराई जाए, बिजली के तारों को भूमिगत किया जाए, पूरे बाजार में पथ प्रकाश की व्यवस्था हो, पीने के पानी के लिए वाटर कूलर लगाए जाएं और जल निकासी के लिए ठोस व्यवस्था की जाए। अगर प्रशासन इन बिंदुओं पर ठोस कदम उठाए, तो कक्कड़ गंज न केवल अपनी पुरानी पहचान वापस पा सकता है, बल्कि एक आधुनिक, सुरक्षित और स्वच्छ बाजार बन सकता है। --- शंहशाही बाजार के नाम से जाना जाता था बाजार महानगर का सबसे प्राचीन बाजार कक्कड़ गंज करीब 175 साल पुराना बाजार है। बाजार में सबसे पुरानी फर्म 1852 की है। बाजार के व्यापारी और बाजार एसोसिएशन के महामंत्री हरमीन सिंह ने बताया कि आजादी से पूर्व बाजार को शंहशाही बाजार के नाम से जाना जाता था। आजादी के बाद बाजार का नाम बदलकर कक्कड़ गंज किया गया था। ---- सड़क से करीब डेढ़ फिट ऊंचा नाले से व्यापारी परेशान बाजार में नगर निगम द्वारा एक नाले का निर्माण कराया जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि नाले के निर्माण में कई खामियां हैं। नाले की ऊंचाई सड़क से करीब डेढ फिट ऊंची रखी गई है जो दुकानदारों की सुविधा से ज्यादा परेशानी का सबब बन गया है। नाले की ऊंचाई के चलते एक ओर जहां दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं दूसरी ओर बारिश में जल-भराव की गंभीर समस्या पैदा होगी। ----- समस्याएं एवं सुझाव -गंदगी की समस्या -तारों का जंजाल -पथ प्रकाश की समस्या -पीने के पानी की समस्या -जल-भराव की समस्या सुझाव नियमित रुप से सफाई की जाए बिजली की तारों को व्यवस्थित किया जाए पथ प्रकाश की व्यवस्था को सुचारु किया जाए वाटर कूलर की व्यवस्था की जाए पानी की निकासी के लिए नालियों की सफाई कराई जाए प्रतिक्रियाएं 0-वर्जन कक्कड़ गंज बाजार महानगर का एक महत्वपूर्ण बाजार है। लेकिन बाजार आज कई समस्याओं से जूझ रहा है। सबसे बड़ी समस्या सफाई को लेकर है। इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। विजय जैन 0-वर्जन बाजार में मिठाई, कपड़ा, पापड़, डिस्पोजल आदि का बड़े स्तर पर कारोबार होता है। लेकिन सुविधाओं के मामले में बाजार में काफी बदलाव की आवश्यकता है। रमेश गांधी 0-वर्जन बाजार में सबसे पुरानी दुकान 1852 की है। इतनी प्राचीन बाजार की अनदेखी की जा रही है। नालियां गंदगी से भरी हुई है। बदबू से व्यापार प्रभावित होता है। राजेश सैनी 0-वर्जन बाजार में पथ प्रकाश की व्यवस्था ठीक नहीं है। अगर कोई स्ट्रीट लाइट खराब हो जाए तो उसे ठीक कराने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए। सुभाष छाबड़ा 0-वर्जन कक्कड़ गंज की गिनती सबसे प्राचीन बाजारों में होती है। इतने महत्वपूर्ण में सफाई को लेकर कई समस्याएं हैं। नालियों की हालत देखकर बाजार में सफाई व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। हरप्रीत भाटिया 0-वर्जन बाजार में तारों का जंजाल देखा जा सकता है। जो किसी दुर्घटना का सबब बन सकता है। विद्युत विभाग को चाहिए कि तारों को व्यवस्थित किया जाए और संभव हो तो सभी तारों को अंडरग्राउंड किया जाए। शुभम जैन 0-वर्जन सड़कों के ऊपर लटकते तार न केवल बदसूरत दृश्य पेश करते हैं, बल्कि यह सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक हैं। बिजली की तारों को व्यवस्थित किया जाए। विकास नरुला 0-वर्जन कक्कड़गंज में करीब 106 दुकानें हैं। बाजार में पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है। गर्मी में समस्या और गंभीर हो जाती है। अगर वाटर कूलर लग जाए तो सबको राहत मिले। हरमीन सिंह 0-वर्जन गंदगी, जलभराव, पथ प्रकाश की कमी, तारों का जाल और पीने के पानी की अनुपलब्धता जैसे मुद्दे लंबे समय से अनदेखे हैं। निगम की अनदेखी का खामियाजा व्यापारी भुगत रहे हैं। तरुण शर्मा 0-वर्जन बाजार में तारों का इतना जाल है कि कोई भी दुर्घटना हो सकती है। विद्युत विभाग को चाहिए कि तारों को व्यवस्थित किया जाए और संभव हो तो सभी तारों को अंडरग्राउंड किया जाए। अनीश गांधी 0-वर्जन बारिश में नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं। दुकानों के आगे कीचड़ हो जाती है। ग्राहक लौट जाते हैं। हम बार-बार नगर निगम से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं मिला है। सागर शर्मा 0-वर्जन बाजार में एक नाले का निर्माण कराया जा रहा है। नाले की ऊंचाई सड़क से करीब डेढ फिट अधिक है। जिससे बारिशों में पानी भरने की समस्या पैदा हो जाएगी। तरुण चावला 0-वर्जन बाजार का इतिहास करीब 175 साल पुराना है। इतने प्राचीन बाजार को स्मार्ट सुविधाओं की आवश्यकता है। नगर निगम अधिकारियों को मौके पर आकर व्यापारियों की समस्याओं को सुनना चाहिए। भारत भूषण 0-वर्जन बााजर में बनाए जा रहे नाला निर्माण कार्य में कई खामियां हैं। नाले को सड़क से काफी ऊंचा बना दिया गया है जो जाम और बारिश में जल-भराव का सबब बनेगा। अमित जैन 0-वर्जन बाजार में जलभराव की समस्या बनी रहती है। थोड़ी सी बारिश में ही बाजार जलमग्न हो जाता है, जिससे लोगों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है। कमल तेहरी 0-वर्जन बारिश में नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं। दुकानों के आगे कीचड़ हो जाती है। ग्राहक लौट जाते हैं। हम बार-बार नगर निगम से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला। अमनदीप सिंह 0-वर्जन कक्कड़ गंज की गिनती सबसे प्राचीन बाजारों में होती है। इतने महत्वपूर्ण में सफाई को लेकर कई समस्याएं हैं। नालियों की हालत देखकर बाजार में सफाई व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। अमन अग्रवाल 0-वर्जन बाजार में गंदगी की समस्या नालियों की नियमित सफाई न होने के कारण बाजार में गंदगी बनी रहती है। इससे ग्राहकों और व्यापारियों दोनों को परेशानी होती है। नकुल शर्मा 0-वर्जन कहने को सहारनपुर की गिनती स्मार्ट सिटी में होती है। लेकिन कक्कड़ गंज बाजार में स्मार्ट सिटी योजना का कोई लाभ नहीं मिला है। बाजार को कई सुविधाओं की आवश्यकता है। कुलदीप शर्मा 0-वर्जन बाजार में पानी की एक टंकी थी। जिसे हटा दिया गया है। ग्राहकों व दुकानदारों के लिए स्वच्छ और ठंडे पानी के लिए बाजार में वाटर कूलर लगाए जाएं। संदीप मोहन शर्मा कंटेंट-मनोज नरुला/फोटो-एच.शंकर शुक्ल
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।