रेलवे की जांच एजेंसी एसआईबी और सीआईबी ने भी डाला डेरा
Shamli News - दिल्ली सहारनपुर रेलवे ट्रैक पर ट्रेन को पलटाने की साजिश की जांच जारी है। पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तफ्तीश कर रही है। एटीएस और एसटीएफ भी जांच में शामिल हो...

दिल्ली सहारनपुर रेलवे पर ट्रैक बलवा के पास लोहे का पाइन डाल ट्रेन पलटाने की साजिश की जांच पड़ताल में पुलिस अभी तक कोई निर्ष्कष पर नहीं पहुंची है। वहीं रेलवे की जांच एजेंसी एसआईबी (विशेष खूफिया शाखा) एवं सीआईबी (अपराध खुफिया शाखा) ने भी जांच के लिए शामली में डेरा लिया है। उधर, स्थानीय पुलिस लगातार दबिश देकर संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शनिवार की देर रात में शरारती तत्वों ने बलवा के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे की पाइप डाल ट्रेन को पलटाने का प्रयास किया। हालांकि, समय रहते चालक की सूझबूझ से बड़ा मामला टल गया था लेकिन रेलवे यात्रा की सुरक्षा के गंभीर मामले को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन से लेकर रेलवे एवं जीआरपी भी अपने स्तर से मामले की जांच में जुटी है।
एसपी ने मामले के खुलासे के लिए छह टीमों का गठन किया है। अब तक की जांच में पुलिस चार पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष हाथ नहीं लगा है। सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी कैमरे से मिले इनपुट के आधार पर और डॉग स्कावयड की सहायता से कुछ सुराग पर पुलिस तफ्तीश कर रही है, लेकिन अभी तक स्थिति साफ नहीं हुई है। पुलिस की जांच अभी संदिग्धों के आधार पर जारी है। जहां, स्थानीय पुलिस जहां अपने जांच कर रही है। वहीं, दूसरी ओर रेलवे की जांच एजेंसियों ने भी पड़ताल शुरू कर दी है। दिल्ली से रेलवे की एसआईबी और सीआईबी जांच टीमें शामली पहुंच गई है। उन्होंने भी अपने स्तर से जांच पड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने जीआरपी एवं आरपीएफ से रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रैक तक की सुरक्षा व्यवस्था आदि के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस से भी जानकारी जुटाएगी। बताया जा रहा है कि उक्त जांच एजेंसियों ने ट्रैक पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की। बताया जा रहा है कि शामली और बलवा के बीच ट्रैक पहले भी संवदेनशील रहा है। चैन पुलिंग की घटनाएं भी यहां पहले कई बार हुई है। शरारत या आतंकी साजिश एसटीएफ और एटीएस भी जांच में जुटी शामली। ट्रेन पलटाने की साजिश की जांच जहां विभिन्न स्तरों पर जारी है। वहीं, यह शरारत या आतंकी साजिश इसकी जांच के लिए एटीएस एवं एसटीएफ ने भी जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों की एजेंसियां अपने स्तर से जानकारी एवं साक्ष्य जुटाने में लग गई है। हालांकि, अभी तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं मिला है जिससे किसी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचा जाए। सर्विसलांस के जरिए क्षेत्र में सक्रिय मोबाइल से भी जानकारी जुटा रही पुलिस पुलिस ने जहां विभिन्न टीमों को जांच में लगाया है। वहीं, सर्विलांस उस समय पुलिस क्षेत्र में मोबाइल नंबरों के सक्रिय होने की जानकारी भी जुटा रही है। इसके अलावा डाग स्क्वायड से मिले इननपुट के आधार पर घटना स्थल से बाग तक के क्षेत्र की गंभीरता से जांच की जा रही है। विभिन्न इनपुटों के आधार पर ही पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। पाइप चुराकर की गई ट्रेन पलटाने की साजिश या नशेडियों की खुराफात सूत्रों के मुताबिक अब तक ही जांच में साफ हो गया है कि लोहे का पाइप एक ट्यूबवेल से चुराया गया था। लगभग दस फुट लंबे इस पाइप का ट्रैक तक ले जाने का काम किसी एक व्यक्ति का नहीं है। इसमें तीन चार लोगों के शामिल होने का अंदेशा है। लोहे का पाइप चुराने के बाद शरारती तत्वों ट्रेन पलटाने के प्रयास से यह दुस्साहस किया। दूसरे इस बिंदू पर भी जांच की जा रही है कि कहीं यह खुराफात नशेड़ियों की तो नहीं है। स्पीड कम थी इसलिए टल गया बड़ा हादसा ट्रेन पलटने से बचाने के लिए चालक का अहम रोल था। दूर से जब ट्रैक पर पाइप पड़ा देखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। उस समय ट्रेन की रफ्तार कम थी। अक्सर शामली और बलवा के बीच की दूरी कम होने के कारण ट्रेन की रफ्तार की जाती है। बताया जा रहा है कि ट्रेन से बलवा स्टेशन से निकली थी उस समय रफ्तार कम थी। इसलिए इमरजेंसी ब्रेक से आसानी से ट्रेन रुक गई। इससे ट्रेन को भी कोई नुकसान नहीं हुआ यदि रफ्तार अधिक होती तो इमरजेंसी में ब्रैक लगाने पर भी ट्रेन पर नियंत्रण करना मुश्किल हो जाता। कोट पुलिस की जांच पड़ताल जारी है। इसलिए अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। शीघ्र ही घटना का खुलासा कर दिया जायेगा। राम सेवक गौतम, एसपी शामली
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।