जिला अस्पताल में उल्टी दस्त के मरीज बच्चों की संख्या बढी
Shamli News - बढ़ती गर्मी और गलत खानपान के कारण जिला अस्पताल में उल्टी दस्त से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। बाल रोग ओपीडी में लगभग 50 प्रतिशत बच्चे इस समस्या से ग्रस्त हैं। डाक्टरों का कहना है कि बच्चों...

बढ़ती गर्मी और गलत खानपान की वजह से जिला अस्पताल में उल्टी दस्त से बिमार बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते जिला अस्पताल के बाल रोग ओपीडी में 50 फीसदी बच्चें उल्टी दस्त से ग्रस्त आ रहे हैं। गर्मी बढ़ने के कारण उल्टी-दस्त, पेट में दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिला अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों की इमरजेंसी व ओपीडी में ज्यादा मरीज उल्टी-दस्त, पेट दर्द, बुखार के पहुंच रहे हैं। जिन मरीजों को ज्यादा दिक्कत होती है, उन्हें ही भर्ती किया जा रहा है। मंगलवार को जिला अस्पताल की बाल रोग ओपीडी के बाहर उल्टी दस्त से ग्रस्त बाल रोगियों की लाइन लगी रही।
डाक्टर को दिखाने के लिए मरीजों को एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा। जिला अस्पताल में कार्यरत बाल रोग विशेषज्ञ डा. अशोक कुमार ने बताया कि रोजाना 200 बाल रोगियों की ओपीडी होती है जिनमें से मंगलवार को करीब 100 बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत मिली जिनको दवाई देकर घर भेजा गया। बच्चों में बढती गर्मी और गलत खानपान के कारण पेट के रोग बढ जाते है। जिसमें उल्टी दस्त होने के कारण शरीर में पानी की कमी का भी खतरा बढ जाता है। जो बच्चों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। ऐसे में बच्चों को समय रहते चिकित्सक के पास ले जाए और चिकित्सक की सलाह से ही दवाई दे। साथ ही बच्चों को ओआरएस का घोल जरूर देते रहें। साथ ही ऐसे में बच्चों को तली-भुनी चीजें खिलाने से बचे। घर का शुद्ध खाना खिलाए। चिकित्सक से परामर्श लेते रहे। वही जरनल फिजीशियन डा.समद अली ने बताया की मरीजों में डिहाइडेशन के कारण हाथ पैर में ऐंठन व दर्द की शिकायत आ रही हैं। लोग उल्टी दस्त से शरीर में पानी की कमी के शिकार हो रहे हैं। कहा कि घर से खाली पेट न निकलें। धूप के सीधे संपर्क में न आएं व फास्ट फूड का सेवन न करें। कोट- गर्मी से बचाव के लिए अस्पताल में दवाएं पर्याप्त हैं। रोजाना ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक में उल्टी दस्त और पेट दर्द के मरीज आ रहे हैं। मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है। डा. किशोर आहुजा - सीएमएस
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