अनपरा-ओबरा की बंद इकाई चलने से राहत
Sonbhadra News - अनपरा बिजलीघर की 600 मेगावाट की पहली इकाई बंद होने के बाद, 500 मेगावाट की सातवीं इकाई भी अचानक ठप हो गई। ओबरा सी की इकाइयों के बंद होने से बिजली आपूर्ति में कमी आई। हालांकि, इंजीनियरों की मेहनत से इन...

अनपरा,संवाददाता। बिजली की मांग में बेतहाशा वृद्धि के बीच अनपरा सी की एयर प्री हीटर की खराबी से बंद हुई 600 मेगावाट की पहली इकाई के बाद शुक्रवार की सुबह लगभग 09:04 पर अनपरा बिजलीघर की पांच सौ मेगावाट की सातवीं इकाई भी बंद हो गयी लेकिन अभियन्ताओं की भारी मुशक्कत के बाद इसे दोपहर तक पुन: चालू करने से काफी राहत मिली। इस बीच ओबरा सी की 660 मेगावाट की पहली और दूसरी इकाइयों से भी उत्पादन बंद होने से बिजली आपूर्ति को बड़ा झटका लगा। गुरुवार से ही घाटमपुर की 660 मेगावाट की पहली इकाई एनटीपीसी टांडा की 110 मेगावाट की पहली इकाई और ललितपुर की 660 मेगावाट की पहली इकाई बंद होने से सिस्टम कंट्रोल की मुसीबतों मे भारी इजाफा हो गया।
राहत तब मिली जब अनपरा बिजलीघर की बंद हुई पांच सौ मेगावाट की सातवीं इकाई और ओबरा सी की बंद हुई पहली और दूसरी इकाइयों को भारी मशक्कत के बाद कुछ घंटो में ही पुन चालू करने मे सफलता मिल गयी। जवाहरपुर की पहली और पनकी की भी बंद इकाइयों को चलाने की कोशिशे की जा रही है जिसके बाद ही हालात समान्य होने की उम्मीद जतायी जा रही है। गुरुवार को भी बिजली की पीक डिमाण्ड 31415 मेगावाट और रोजाना औसत खपत 655.9 मिलियन यूनिट के पार बनी रही। इकाइयों के लगातार बंद होने का असर पड़ा की रात्रि में पीक आवर्स पर लगभग दो सौ मेगावाट की आपात कटौती कर ग्रिड फ्रिक्वेंसी को कंट्रोल किया गया। इस दौरान रिहन्द और ओबरा जलविद्युत गृहो से भी भरपूर उत्पादन कराया गया। रिहन्द ने लगभग पांच इकाइयां चला कर 3.5 मिलियन और ओबरा ने दो इकाइयां चला कर1.3 मिलियन यूनिट बिजली आपूर्ति की।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।