Residents of Anwar Nagar Struggle with Poor Infrastructure Roads Water and Electricity Issues Persist बोले उन्नाव : अतिक्रमण-गंदगी के चंगुल से हमें बचाएं, Unnao Hindi News - Hindustan
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बोले उन्नाव : अतिक्रमण-गंदगी के चंगुल से हमें बचाएं

Unnao News - अनवार नगर मोहल्ले के निवासी खराब बुनियादी ढांचे से जूझ रहे हैं। सड़कों की स्थिति गंभीर है और स्वच्छ पानी की कमी है। यहाँ जलनिकासी की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है, जिससे बारिश में जलभराव होता है। बिजली...

Newswrap हिन्दुस्तान, उन्नावSat, 7 June 2025 11:19 PM
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बोले उन्नाव : अतिक्रमण-गंदगी के चंगुल से हमें बचाएं

वार्ड नंबर 15 स्थित अनवार नगर मोहल्ले में लोग अनगिनत समस्याओं से जूझ रहे हैं। बदहाली का आलम यह है कि न तो मोहल्ले में ढंग की सड़कें हैं और न ही स्वच्छ पानी की समुचित व्यवस्था। कई जगहों पर लोगों ने नालियों पर अतिक्रमण कर रखा है। इससे नालियों की सफाई नहीं हो पाती है और अक्सर जलभराव के हालात बन जाते हैं। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से बारिश के मौसम में तो मोहल्ला ‘टापू ही नजर आने लगता है। बिजली व्यवस्था भी बेहद जर्जर है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की।

सभी ने एकसुर में कहा कि सभी प्रकार के टैक्स देने के बावजूद गांव जैसा जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं। गिरिजा बाग वार्ड में करीब 20 साल पहले अनवार नगर मोहल्ला बना था। लोगों को सुविधाओं में इजाफा होने की उम्मीद थी, लेकिन यह अब काफूर होते दिख रही है। 20 साल बीतने के बाद भी यहां के बाशिंदे पानी, सड़क और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। ऐसे में लोगों में आक्रोश पनप रहा है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान मोहित, संजय बताते हैं कि शहर में लगने वाले जाम के झाम से बचने के लिए लोग शार्टकट का रुख करते हैं। लखनऊ-कानपुर राजमार्ग तक जाने वाला एक ऐसा ही शार्टकट शहर के आईबीपी चौराहे से अनवार नगर होते हुए निकलता है। ऐसे में यहां से काफी लोग रोजाना आवागमन करते हैं। इसके बावजूद सड़कों की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इनकी चपेट में आकर अक्सर वाहन चालक चुटहिल हो जाते हैं। गड्ढों से निकली गिट्टी टायरों की चपेट में आकर पैदल जाने वाले राहगीरों को भी घायल करती है। कई बार अधिकारियों से मार्ग की मरम्मत कराने की मांग की गई। इसके बावजूद हालात में सुधार नहीं हुए। इमरान और कासिम ने बताया कि मोहल्ले की गलियों के हालात भी बेहद खस्ताहाल हैं। पालिका प्रशासन ने कई साल पहले इंटलॉकिंग कराई थी, जो देखरेख के अभाव में खस्ताहाल हो गई। कई गलियां तो ऐसी हैं, जहां इंटरलॉकिंग में लगाई ईंट ही गायब हो गई हैं। ऐसे में रात के अंधेरे में अक्सर लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। सलमान और शोएब बताते हैं कि मोहल्ला घोषित होने के बाद विकास की आस जगी थी। लोगों को उम्मीद थी कि पालिका प्रशासन उनकी तकलीफों पर ध्यान देगा और समस्याओं को निस्तारित करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रात में प्रकाश की व्यवस्था करने के लिए कुछ साल पहले पालिका प्रशासन ने बिजली के पोलों पर लाइटें लगवाई थीं। देखरेख के अभाव में सारी लाइटें खराब हो चुकी हैं। मौजूदा समय में शायद ही मोहल्ले के किसी पोल में स्ट्रीट लाइट जलती हो। ऐसे में शाम होते ही मोहल्ले की गलियों में अराजकतत्वों का जमावड़ा लग जाता है। अंधेरे का फायदा उठाकर कई बार लोग महिलाओं और बच्चों से बदसलूकी भी कर देते हैं। ऐसे में लोग अब अंधेरा होने के बाद बाहर निकलने से कतराने लगे हैं। आसिफ और शाहिद ने बताया कि मोहल्ले में स्वच्छ पानी भी एक बड़ा मुद्दा है। पालिका प्रशासन ने इंडिया मार्का हैंडपंप तो लगवाए, लेकिन इनकी देखरेख करना भूल गया। ऐसे में अधिकांश हैंडपंप या तो खराब हो गए हैं या दूषित पानी दे रहे हैं। ऐसे में लोग उबालकर पानी पीने को मजबूर हैं। यह हाल तब हैं, जब चंद कदम पर जलकल कार्यालय बना हुआ है। गंदगी दे रही बीमारियों का ‘दर्द आजम और बाबर ने बताया कि पालिका प्रशासन ने स्वच्छता के लिए पालिका कर्मियों की तैनाती की है। इन कर्मियों को रोजाना आने के निर्देश हैं। इसके बावजूद पालिका कर्मी रोजाना नहीं पहुंचते हैं। यही हाल कचरा उठाने वाली गाड़ी का भी है। कुछ प्रमुख स्थानों को छोड़ दें तो कचरा उठाने वाली गाड़ियां मोहल्ले के अंदर नहीं आती हैं। सुझाव 1. मोहल्ले की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए जिम्मेदारों को ठोस कदम उठाने चाहिए। सड़क, बिजली और पानी की व्यवस्थाएं की जाएं। 2. नई बस्ती में कई गलियाां अभी भी कच्ची हैं। ऐसे में आवागमन में परेशानी होती है। इनका निर्माण कराया जाना चाहिए। 3. सफाई कर्मियों को नियमित मोहल्ले में भेजा जाए। साथ ही, मॉनिटरिंग भी की जाए 4. मुख्य मार्गों में इंटरलॉकिंग अब क्षतिग्रस्त हो गई है। ऐसे में दोबारा टेंडर कराकर इंटरलॉकिंग कराई जाए। 5. जहां बिजली के पोल नहीं हैं, वहां नए पोल लगाए जाएं। स्ट्रीट लाइटें भी लगाई जाएं। शिकायतें 1. मोहल्ले में जलनिकासी की व्यवस्था धड़ाम है। इस कारण जरा सी बारिश में मोहल्ला ‘टापू नजर आता है। 2. इंटरलॉकिंग क्षतिग्रस्त होने से मोहल्ले के कई रास्तों में कीचड़ जमा हो जाता है। इससे आवागमन में परेशानी होती है। 3. पालिका प्रशासन की लापरवाही से मोहल्ले के अधिकांश सरकारी हैंडपंप खराब हैं। लोग निजी खर्च से पानी संबंधी जरूरतें पूरी कर रहे हैं। 4. सफाई कर्मी कूड़ा निस्तारण करने के बजाय खाली प्लॉटों में डंप कर देते हैं। इनसे उठने वाली दुर्गंध से जीना मुहाल हो गया है। 5. नई बस्ती में कई जगहों पर बिजली के पोल नहीं लगे हैं। बोले बाशिंदे कई जगहों पर नालियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। ऐसे में जगह-जगह जलभराव होता है। इससे बीमारियां फैलने का खतरा है। -मुनव्वर खान मोहल्ले में समस्याओं का अंबार है। कई बार शिकायत के बावजूद जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे हैं। गंदगी से रहना मुश्किल है। -अहमद शारिद अधिकांश हैंडपंप खराब हो गए हैं। इक्का-दुक्का जो चल रहे हैं, वह दूषित पानी दे रहे हैं। इन्हें ठीक कराया जाए। -जुबेर अमृत के तहत मिलने वाला स्वच्छ पेयजल सपना बन गया है। योजना को जल्द पूरा कर लोगों को कनेक्शन दिए जाएं। -नईम बोले जिम्मेदार नई बस्तियों में विकास के लिए प्रस्ताव तैयार कराये जा रहे हैं। बजट मिलते ही विकास कार्य कराये जाएंगे। इसमें खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत और जलभराव की समस्या का निस्तारण प्रमुखता से किया जाएगा। मोहल्ले में जमा गंदगी की सफाई के लिए कर्मियों को निर्देशित किया गया है। लापरवाही बरतने पर कार्रवाई होगी। - एसके गौतम, ईओ

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