एक्सप्रेसवे पर कार से डेढ़ करोड़ रुपये समेत 450 ग्राम सोना सीज, व्यापारी को आयकर विभाग का नोटिस
यूपी में यमुना एक्सप्रेस वे पर कार से मिले करीब डेढ़ करोड़ रुपये और साढ़े चार सौ ग्राम सोने के मामले में आयकर विभाग ने व्यापारी दीपक खंडेलवाल को नोटिस थमा दिया है। उससे इसके बारे में दो दिन में जवाब मांगा है।

यूपी में यमुना एक्सप्रेस वे पर कार से मिले करीब डेढ़ करोड़ रुपये और साढ़े चार सौ ग्राम सोने के मामले में आयकर विभाग ने व्यापारी दीपक खंडेलवाल को नोटिस थमा दिया है। उससे इसके बारे में दो दिन में जवाब मांगा है। बताते चलें कि गोविंद नगर थाना क्षेत्र की माधव कुंज कॉलोनी, मसानी रोड निवासी दीपक खण्डेलवाल सोने-चांदी की सप्लाई का व्यापार करता है। बुधवार को दीपक आगरा में सामान सप्लाई करने के बाद पेमेंट व बचा हुआ सोना लेकर अपनी कार से दिल्ली की ओर जा रहे थे।
सूचना मिलने पर आयकर विभाग सक्रिय हो गया। आनन-फानन में थाना प्रभारी निरीक्षक मांट जसवीर सिंह और आयकर अधिकारी आगरा लोकेश उत्प्रेति अपनी टीम के साथ यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल प्लाजा पर वाहन चेकिंग में जुट गए। आयकर व पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार देर शाम आगरा की ओर से आ रही स्विफ्ट कार को रोका गया। पूरी रात आयकर विभाग के अधिकारी दीपक खंडेलवाल से पूछताछ करते रहे लेकिन गाड़ी में मिले करीब डेढ़ करोड़ रुपये व 452 ग्राम सोने के बारे में दीपक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। इस पर टीम ने सोना व नकदी सीज कर दी।
आयकर अधिकारी उत्प्रेति ने गुरुवार की सुबह बताया कि बरामद रुपये वसोने को फिलहाल मांट पुलिस के सुपुर्द किया गया है और दीपक खण्डेलवाल को नोटिस देकर बरामद रुपये व सोने के बाबत जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। एसपी देहात ने बताया कि आयकर विभाग से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस टीम ने एक्सप्रेस वे से काफी नकदी व सोना व्यापारी की कार से बरामद किया। आयकर टीम ने जांच कर साढ़े चार सौ ग्राम सोना, करीब एक करोड़ 49 लाख नकदी सीज कर दी है।
पूर्व में भी पकड़ा जा चुका है सोना व रुपये
यमुना एक्सप्रेस वे पर पूर्व में भी सोना व रुपया पकड़ा जा चुका है। यह बात दीगर है कि दोनों मामलों में कोई खास कार्रवाई न कर सोने व रुपयों को रिलीज कर दिया गया। आठ दिसम्बर 2023 को गोरखपुर के अश्वनी कुमार की गाड़ी से दो करोड़ रुपया पुलिस व आबकारी विभाग ने पकड़ा था। कई दिनों की जांच के बाद रुपया रिलीज कर दिया गया। 21 अक्तूबर 24 को एक कार से पुलिस व आबकारी टीम ने करीब दस करोड़ के जेवरात पकड़े थे, जिन्हें कई दिनों की जांच के बाद जीएसटी विभाग ने वापस कर दिया था।