Dr Shambhunath Singh s Legacy Celebrating 109th Birth Anniversary with Novgeet Awards in Varanasi डॉ. शंभुनाथ ने दिलाई नवगीत को प्रतिष्ठा , Varanasi Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsVaranasi NewsDr Shambhunath Singh s Legacy Celebrating 109th Birth Anniversary with Novgeet Awards in Varanasi

डॉ. शंभुनाथ ने दिलाई नवगीत को प्रतिष्ठा

Varanasi News - वाराणसी में डॉ. शंभुनाथ सिंह की 109वीं जयंती पर नवगीत पुरस्कार समारोह और राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उप्र हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक डॉ. अमिता दुबे ने डॉ. सिंह की साहित्यिक और शैक्षिक...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीWed, 18 June 2025 02:42 AM
share Share
Follow Us on
डॉ. शंभुनाथ ने दिलाई नवगीत को प्रतिष्ठा

वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। डॉ. शंभुनाथ सिंह ने नवगीत को न सिर्फ प्रतिस्थापित किया बल्कि उसे प्रतिष्ठा भी दिलाई। काशी विद्यापीठ में मंगलवार को डॉ. शंभुनाथ सिंह की 109वीं जयंती पर आयोजित नवगीत पुरस्कार समारोह और राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि उप्र हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक और साहित्यकार डॉ. अमिता दुबे ने ये बातें कहीं। विशिष्ट अतिथि पिंडरा के विधायक और हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि डॉ. शंभुनाथ सिंह न सिर्फ अच्छे साहित्यकार थे बल्कि एक अनुशासनप्रिय-लोकप्रिय शिक्षक और शैक्षिक प्रशासक भी रहे। उन्होंने विद्यापीठ में कुलानुशासक के रूप में भी सेवाएं दीं। विशिष्ट अतिथि एमएलसी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ. शंभुनाथ सिंह ने नवगीत दशक नामक तीन खंडों में जो संकलन सम्पादित किये वास्तव में उसे नवगीत का दस्तावेज कहा जा सकता है।

काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने कहा कि डॉ. सिंह की सारस्वत यात्रा साहित्य की सभी विधाओं के रूप में फैली है। मगर वे समय की शिला के कालजयी कवि के रूप में विश्वविख्यात हुए। कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने बताया कि काशी विद्यापीठ में डॉ. शंभुनाथ सिंह शोध एवं सृजन पीठ की स्थापना की गई है। शासन से इस पीठ के लिए आर्थिक सहायता भी मांगी गई है। बीज वक्तव्य नवगीतकार डॉ. इन्दीवर ने दिया। संस्था के महासचिव राजीव कुमार सिंह ने पुरस्कृत नवगीतकारों डॉ. योगेन्द्र दत्त शर्मा, विजयकिशोर मानव और डॉ. राजेंद्र गौतम का परिचय दिया। विद्यार्थियों ने डॉ. शंभुनाथ सिंह रचित विद्यापीठ के कुलगीत और ‘समय की शिला पर भावनृत्य प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. शंभुनाथ सिंह शोध एवं सृजन पीठ के प्रभारी प्रो. अनुराग कुमार और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राजमुनि ने किया। संचालन डॉ. रामसुधार सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. सुरेन्द्र प्रताप, प्रो. श्रद्धानंद, डॉ. केके सिंह, प्रो. निरंजन सहाय, डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. प्रीती जायसवाल, डॉ. नागेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. संजय, डॉ. बंशीधर, डॉ. अविनाश कुमार सिंह, डॉ. शुभ्रा वर्मा आदि रहीं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।