बोले काशी : इंडस्ट्रियल एरिया के पड़ोसी, गंदा पानी पीने की बेबसी
Varanasi News - महेशपुर औद्योगिक क्षेत्र के निवासियों को पानी, सीवर और सफाई की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शुद्ध पानी की कमी और गंदे पानी से बीमारियाँ फैल रही हैं। बारिश के समय जलजमाव और बिजली के जर्जर...
वाराणसी। महेशपुर इंडस्ट्रियल इस्टेट के हैं पड़ोसी। वार्ड का विस्तार हुआ तो नगर निगम का हिस्सा बन गए। नवशहरी कहलाने लगे लेकिन दो-ढाई वर्षों के दौरान किसी ने खोज-खबर नहीं ली। जानने की जरूरत नहीं समझी कि हम किस हाल में हैं। नतीजा, पहले से ही मौजूद दुश्वारियों का दंश इधर बीच बढ़ता गया। अब तो बेहाल हैं। शुद्ध पानी मयस्सर नहीं। अक्सर सीवर समस्या असहज कर देती है-यह दर्द है महेशपुर औद्योगिक आस्थान से सटे मोहल्ले की। दर्द का इलाज जिन जिम्मेदारों के पास है, उन्होंने नजरें फेर रखी हैं। महेशपुर औद्योगिक आस्थान से सटे इस इलाके में लगभग 500 मकान हैं।
उनमें लगभग 2000 की आबादी रहती है। सीमा विस्तार के बाद यह इलाका मंडुवाडीह वार्ड का हिस्सा है। यहां के ज्यादातर बाशिंदे अपना पता महेशपुर इंडस्ट्रियल एरिया बताते हैं ताकि बाहरी लोगों के सामने इज्जत बनी रहे। ‘बुनियादी समस्याओं ने कहीं का नहीं छोड़ा है, सही एड्रेस यहां आने पर ही लोगों को मालूम होता है-एमएन तिवारी ने ‘हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा। बताया कि सबसे बड़ी समस्या शुद्ध पानी की है। कई वर्ष पहले इस मोहल्ले में जिला पंचायत की ओर से पेयजल की लाइन बिछी। सीवर लाइन भी उतनी ही पुरानी है। दोनों की आयु पूरी हो चुकी है। सीवर लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है तो पानी के पाइप में लीकेज हैं। इसके चलते समस्या है। डॉ. संतोष विश्वकर्मा ने कहा कि जिनके घर में समर्सिबल पंप हैं, उनका तो ठीक है। जिन लोगों ने बोरिंग नहीं कराई है, वे दूषित जल पीने को मजबूर हैं। सक्षम लोग आरओ का पानी मंगवाते हैं मगर यह सभी के लिए संभव नहीं है। बुधा देवी ने बताया कि गंदा पानी लोगों को बीमार बना रहा है। यहां पेट के कई मरीज मिल जाएंगे। इन नागरिकों ने नए सिरे से सीवर और पानी की पाइपलाइन बिछाने पर जोर दिया। बरसात में जलजमाव, घरों में पानी महेशपुर के लोग बारिश के दिनों में जलजमाव से परेशान रहते हैं। सड़कें ऊंची और गलियां नीची होने से घरों में पानी चला जाता है। तब दिनचर्या अस्तव्यस्त हो जाती है। राजेश गुप्ता ने बताया कि जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गली पिट नहीं होने के कारण जलजमाव की समस्या होती है। घरों में पानी जाने से काफी नुकसान होता है। अधिक जलजमाव हुआ तो कुछ दिन के लिए पंप लग जाता है। बोले, इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं होने से हर साल परेशानी का सामना करना पड़ता है। कौन पूछे सफाई को पानी और सीवर की समस्याएं अनसुनी की जा रही हैं तो सफाई और कूड़ा उठान की किसे चिंता है-यह कहना है महेशपुर की बबली और अतवारी का। बोलीं, यहां न सफाई होती है न कूड़ा उठाया जाता है। क्षेत्र में कंटेनर भी नहीं रखा गया है। हम सभी खाली प्लॉटों में कूड़ा फेंक रहे हैं। इससे बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। बदबू से घरों में रहना मुश्किल होता है। मवेशी कूड़े को फैला देते हैं। मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ रहा है। एसएन तिवारी ने बताया कि कॉलोनी में कभी फॉगिंग भी नहीं होती। बल्ली के सहारे जर्जर पोल सुरेश चंद, मुकेश कुमार, दिनेश केशरी ने दिखाया कि बिजली का एक पोल कितना जर्जर हो गया है और उससे कभी भी हादसा हो सकता है। पोल टेढ़ा हो गया है। बताया कई बार बिजली विभाग से शिकायत हुई मगर पोल नहीं हटाया जा रहा है। पोल न गिरे, इसके लिए लोगों ने उसके चारो ओर बांस-बल्ली लगा दी है। उत्कर्ष गुप्ता, हर्ष, अभिषेक बोले, ऐसा लग रहा है कि विभाग बड़े हादसे के इंतजार में है। पोल पर तार भी लगे हुए हैं। बारिश के दिनों में पोल गिरा तो कई घरों में करंट फैल सकता है। चोरों ने उड़ाई नींद महेशपुर में चोरी की घटनाओं से लोग परेशान हैं। अक्सर किसी न किसी के यहां चोरी हो जाती है। अभिषेक, विनोद, शुभम केशरी ने बताया कि चोरों ने रातों की नींद उड़ा दी है। लोग शिकायत करते हैं तब पुलिस आती है। जिसके घर से माल जाता है, वह हाथ मलता है। सामानों की बरामदगी नहीं हो पाती। उन्होंने कहा पुलिस गश्त न होने से समस्या बढ़ी है। अगर प्रतिदिन पुलिस चक्रमण करे तो चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगा। स्ट्रीट लाइट नहीं होने से परेशानी औद्योगिक क्षेत्र और उसके पड़ोस में पर्याप्त स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं। कुछ जगहों पर ही लाइट लगी हैं। राजेश गुप्ता ने कहा कि कारखानों में देर रात तक काम होते हैं। लोगों को अंधेरे में आवागमन करना पड़ता है। इससे कई बार दुर्घटना का खतरा रहता है। सुरेश चंद, मुकेश कुमार ने बताया कि क्षेत्र में पर्याप्त स्ट्रीट लाइटें लगनी चाहिए ताकि लोगों को आवागमन में परेशानी न हो। खाली जमीन पर बने पार्क दिनेश केशरी, पिंटू गुप्ता, रमेश केशरी ने ध्यान दिलाया कि महेशपुर औद्योगिक आस्थान में खाली जमीन है। यहां पार्क बने तो लोगों को सहूलियत होगी। अभी बच्चों के खेलने और बड़ों को टहलने के लिए कोई जगह नहीं है। क्षेत्र की मांग है कि विभाग खाली जमीन पर पार्क बनाए। पार्क बनने से आसपास के लोगों को भी सुविधा होगी। दिनेश ने कहा कि पार्क ओपेन जिम भी होना चाहिए। सुनें हमारी बात सीवर और पेयजल की पाइलपाइल क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे घरों में कई महीने से दूषित जल आ रहा है। - रमेश केशरी घरों में आ रहा गंदा पानी लोगों को बीमार बना रहा है। कुछ लोग खरीद कर पानी पीने के लिए मजबूर हैं। - बुधा देवी बारिश के दिनों में जलजमाव से बहुत दिक्कत होती है। सड़क ऊंची और गलियां नीची होने से घरों में पानी चला जाता है। -दिनेश केशरी क्षेत्र में कहीं भी कूड़े का कंटेनर नहीं है। खुले में कूड़ा फेंकने से बीमारियां फैल रही हैं। बदबू से घरों में रहना मुश्किल होता है। - बबली देवी क्षेत्र में कभी फॉगिंग नहीं होती है। गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। कूड़ा उठान भी नहीं होता है। - अतवारी देवी मोहल्ले में बिजली का एक पोल जर्जर पोल बांस के सहारे टिका है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। - मुकेश कुमार महेशपुर औद्योगिक आस्थान में चोरी की घटनाओं से लोग परेशान हैं। अक्सर किसी न किसी के यहां चोरी हो जाती है। - सुरेश चंद औद्योगिक क्षेत्र होने के बाद भी पर्याप्त स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं। कारखानों से देर रात लौटने में डर लगता है। - राजेश गुप्ता औद्योगिक आस्थान में खाली जमीन है। यहां पार्क बने तो बच्चों के साथ बड़ों को भी सहूलियत होगी। - डॉ. संतोष विश्वकर्मा क्षेत्र में रोज पुलिस गश्त होनी चाहिए। इससे लोगों में सुरक्षा का भाव आएगा। असामाजिक तत्वों पर रोक लगेगी। - एमएन तिवारी ........................................ सुझाव 1- बारिश के दिनों में जलजमाव न हो, इसकी स्थायी व्यवस्था होनी चाहिए। गलीपिट बने तो समस्या का समाधान होगा। आवागमन भी आसान होगा। 2- जर्जर बिजली का पोल हटा कर नया पोल लगाया जाए। तार शिफ्ट होना चाहिए। तभी लोगों का भय खत्म होगा। 3- स्वच्छता अभियान के तहत प्रतिदिन झाड़ू लगे। कूड़े का उठान हो। साथ ही जगह-जगह कंटेनर रखा जाए ताकि लोग खुले में कूड़ा न फेंकें। 4- चोरी की घटनाओं पर रोक के लिए प्रतिदिन पुलिस गश्त हो। इससे लोगों में सुरक्षा का भाव आएगा। 5- लोगों को स्वच्छ जल मिले, इसके लिए नए सिरे से पेयजल की पाइप लाइन डाली जाए। सीवर लाइन को भी ठीक किया जाए। शिकायतें 1- सड़क नीची और गलियां नीची होने से बारिश के दिनों में जलजमाव झेलना पड़ता है। घरों में पानी भर जाता है। मोहल्ले में गलीपिट नहीं है। 2- बिजली का पोल जर्जर होकर टेढ़ा हो गया है। वह बांस के सहारे टिका है। उससे तार जुड़े हैं। इसके गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। 3- मोहल्ले में न तो झाड़ू लगती है, न ही कूड़े का उठान होता है। कूड़े का केंटेनर नहीं रखा गया है। लोग खुले में कूड़ा फेंक रहे हैं। 4- आए दिन चोरी की घटनाओं से लोग परेशान हैं। पुलिस गश्त नहीं होती। बाशिंदों में असुरक्षा का भाव रहता है। 5-दूषित पेयजल से लोग परेशान हैं। कई माह से गंदा पानी आ रहा है। सीवर और पानी की पाइप लाइनें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।