विजिलेंस टीम की बड़ी कार्रवाई, बलिया में 20 हजार की रिश्वत लेते सीएचसी प्रभारी को रंगे हाथों दबोचा
बलिया में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र (अमृत फार्मेसी) के संचालक से 20 हजार रुपये घूस लेते वक्त बांसडीह सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद वाराणसी की विजिलेंस टीम उन्हें साथ ले गई।

यूपी के बलिया से रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। जहां प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र (अमृत फार्मेसी) के संचालक अजय तिवारी से 20 हजार रुपये घूस लेते वक्त बांसडीह सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक डॉ. वेंकटेश मौआर गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद वाराणसी की विजिलेंस टीम उन्हें साथ ले गई।
रोहुआ गांव (बांसडीहरोड) के रहने वाले अजय तिवारी ने तकरीबन दो महीने पहले बांसडीह सीएचसी परिसर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोला। आरोप है कि केंद्र संचालन के लिए प्रभारी अधीक्षक डॉ. वेंकटेश मौआर ने उनसे हर महीने 20 हजार रुपये घूस की मांग की। उन्होंने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश सर्तकता अधिष्ठान (वाराणसी) के अधिकारियों से की। अफसरों ने प्रभारी अधीक्षक को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई। इसके तहत उन्होंने घूस देने के लिए 12 जून की तिथि तय की। गुरुवार को चार वाहनों से विजिलेंस के 14 सदस्य बांसडीह सीएचसी पहुंचे। इस बीच, ओपीडी में शिकायतकर्ता ने ज्यों ही प्रभारी अधीक्षक को 20 हजार रुपये थमाए, विजिलेंस टीम उन्हें रंगे हाथ दबोच लिया।
सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस टीम गिरफ्तार प्रभारी अधीक्षक को लेकर उनके आफिस और सरकारी आवास गई। टीम के सदस्यों ने दोनों जगह कागजात खंगाले। इस सिलसिले में फार्मासिस्टों, लिपिकों और कर्मचारियों से पूछताछ की। मूलत: बिहार के औरंगाबाद में मौआर खैरा (बरुन) गांव के रहने वाले डॉ. वेंकटेश मौआर यहां लंबे समय से तैनात थे। गुरुवार को कार्रवाई के बाद ओपीडी में करीब तीन घंटे कामकाज ठप रहा।
गोंडा में दारोगा रिश्वत लेते गिरफ्तार
उधर, गोंडा जिले के धानेपुर क्षेत्र में तैनात एक दारोगा को एंटी करप्शन ब्यूरो ने बुधवार को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार धानेपुर थाना में तैनात उप निरीक्षक अंकित यादव ने विवेचना के नाम पर पीड़ित उपेंद्र से पांच हजार रुपए की मांग की थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण दल से की। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुये जाल बिछाकर पांच हजार घूस लेते आरोपी दारोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।